पल्मोनरी हेमोसिडरोसिस (Pulmonary haemosiderosis) को क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज के नाम से भी जाना जाता है, जिसके कारण से गंभीर कार्डियोरेस्पिरेटरी कॉम्प्लीकेशंस भी हो सकते हैं। ज्यादातर रोगियों में इडियोपैथिक (idiopathic) माना जाता है। स्टडी के दौरान पाया गया कि कम उम्र में भी ये बीमारी हो सकती है। एक 18 साल की महिला को पल्मोनरी हेमोसिडरोसिस (Pulmonary haemosiderosis) की समस्या चार साल की उम्र से थी। डिफ्यूज एल्वोलर हैमरेज सूक्ष्म पॉलीएंगाइटिस (microscopic polyangiitis) के पेशेंट्स की मौत का कारण भी बन सकता है। ये बीमारी सांस लेने के दौरान समस्या पैदा करती है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) कौन-से इस्तेमाल किए जा सकते हैं। आइए पहले जानते हैं क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज के बारे में।
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क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज (Chronic alveolar haemorrhage) क्या है?
डिफ्यूज एल्वोलर हेमोरेज (डीएएच) एक प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी है, जो कि कई डिसऑर्डर जैसे कि हेमोप्टाइसिस, एनीमिया आदि के कारण फैलती है। अर्ली ब्रोन्कोस्कोपी (Early bronchoscopy) की मदद से संक्रमण की जानकारी मिल जाती है। डिफ्यूज एल्वोलर हेमोरेज के अधिकांश मामले प्रणालीगत ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे कि एंटी-न्यूट्रोफिल साइटोप्लाज्मिक एंटीबॉडी से जुड़े वास्कुलिटिस (anti-neutrophil cytoplasmic antibody-associated vasculitis), एंटी-ग्लोमेरुलर बेसमेंट मेम्ब्रेन डिजीज (anti-glomerular basement membrane disease) और सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस (Systemic lupus erythematosus) से जुड़े हो सकते हैं। वहीं डिफ्यूज एल्वोलर हेमोरेज के कुछ मामलें में सांस के विषाक्त पदार्थों से संबंधित भी हो सकते हैं। डिफ्यूज एल्वोलर हेमोरेज का डायग्नोसिस प्रयोगशाला, रेडियोलॉजिक और पैथोलॉजिकल निष्कर्षों के साथ होता है। आइए जानते हैं बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) पर कौन सी दवाएं इस्तेमाल की जाती हैं।
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किन स्थितियों में किया जाता है कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल?
डॉक्टर कई अलग-अलग स्थितियों के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लिखते हैं, जिनमें शामिल हैं:
अस्थमा (Asthma) : कई स्थितियां जिनमें एयरसेक की सूजन शामिल होती है, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल किया जाता है। दो से तीन दिनों में दवा का असर दिखने लगता है।
डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Duchenne muscular dystrophy): कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स डीएमडी वाले बच्चों में मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स डीएमडी वाले बच्चों में मांसपेशियों की ताकत और फंक्शन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, और दिल और सांस लेने की मांसपेशियों को सुरक्षित रखने में भी मदद कर सकते हैं।
ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune disease): ऑटोइम्यून रोग होने पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से शरीर के कुछ हिस्सों पर हमला कर देती है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही गंभीरता के लक्षणों को कम करता है।
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बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: इन बातों का रखें ध्यान!
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाएं (Corticosteroid medicines) स्टेरॉयड हार्मोन कोर्टिसोल के समान होती हैं, जो शरीर में स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होती है।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के कई संभावित दुष्प्रभाव ( Possible side effects) होते हैं, जो उम्र के हिसाब से असर डालती हैं। बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) का इस्तेमाल कर रही हैं, तो डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
- बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) का इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें कि कहीं बच्चा बहुत अधिक बीमार तो नहीं है। अगर बच्चा बीमार है, तो दवा की खुराक को बदलना पड़ सकता है।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) को कभी भी अचानक बंद नहीं करना चाहिए।
- किसी भी अन्य मेडिसिंस को देने से पहले हमेशा अपने बच्चे की डॉक्टर से जांच कराएं।
- बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) को बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं लेना चाहिए।
- अगर बच्चे की दवा की खुराक छूट जाती है, तो इसे उसी दिन दोपहर के भोजन के समय लिया जा सकता है। बाद में इसे न लें। यदि एक खुराक छूट जाती है, तो दोहरी खुराक न लें। यदि आपका बच्चा एक दिन से अधिक दवा लेने से चूक जाता है तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड आमतौर पर अन्य दवाओं के साथ इंटरेक्शन नहीं करती हैं, लेकिन बच्चा अगर किसी अन्य दवा का सेवन कर रहा है, तो इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
- किसी प्रकार के दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स होने पर डॉक्टर को इस बारे में जानकारी जरूर दें।
- अगर बच्चा बहुत बीमार पड़ गया है, तो हो सकता है कि उसको ज्यादा डोज की जरूरत हो सकती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।
- डॉक्टर को बिना बताएं दवाओं का सेवन बंद न करें वरना समस्या हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
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बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: अपने बच्चे को कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स देने से पहले ध्यान रखें इन बातों का!
यदि आपके बच्चे को पहले किसी स्टेरॉयड या अन्य दवाओं के प्रति समस्या हुई है, तो ऐसे में डॉक्टर को जानकारी जरूर दें। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स शरीर की नैचुरल इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं, इसलिए किसी भी मौजूदा या हाल की बीमारियों या संक्रमण के बारे में अपने डॉक्टर को जानकारी जरूर दें। डॉक्टर आपसे बच्चे में निम्मलिखित बीमारियों के बारे में भी पूछ सकते हैं।
- मधुमेह या डायबिटीज
- पेट या आंत की समस्या
- आंखों की समस्याएं जैसे ग्लूकोमा
- दिल, किडनी या लिवर की समस्याएं
- हड्डी से संबंधित समस्याएं, जैसे कमजोर हड्डियां (bone problems)
- हाय ब्लड प्रेशर (high blood pressure)
- व्यवहार संबंधी समस्याएं (behavioural problems)
डॉक्टर उपरोक्त दी गई परिस्थितियों में कुछ सावधानियों के साथ दवा लेने की सलाह दे सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी लें।
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इस आर्टिकल में हमने आपको बच्चों में क्रॉनिक एल्विओलर हेमोरेज में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Chronic alveolar haemorrhage in a paediatric patient) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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