अगर बच्चों के स्टूल में ब्लड आना, सडन और सीवियर एब्डोमिनल पेन, डायरिया होने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। इसके लक्षणों में बच्चों को पैरों का सीने की तरफ खींचकर रोना और एब्डोमिन को छूने में रोना भी हो सकता है।
रोटाटेक ओरल वैक्सीन (Rotateq oral vaccine) का गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होना दुर्लभ है। हालांकि, अगर बच्चे में किसी गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। जिन लक्षणों में शामिल हैं: दाने, खुजली/ सूजन (विशेषकर चेहरे / जीभ / गले में), गंभीर चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी होना। यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी लिस्ट नहीं है। यदि आप अन्य प्रभावों को ऊपर सूचीबद्ध नहीं पाते हैं, तो मेडिकल प्रोफेशनल से संपर्क करें।
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शिशु को रोटाटेक ओरल वैक्सीन दिलाने से पहले क्या सावधानियां रखनी चाहिए? (Precautions for Rotateq vaccine)
बच्चे का रोटाटेक वैक्सीन दिलवाने से पहले डॉक्टर को जरूर बताएं अगर बच्चा एलर्जिक है या उसे किसी प्रकार की कोई एलर्जी है। वैक्सीन दिलाने पहले डॉक्टर को बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जरूर बताएं। खासकर फीवर, उल्टी, डायरिया, पेट में दर्द, किसी प्रकार की इंटेस्टाइनल परेशानियां, वजन का ना बढ़ना, उम्मीद के अनुसार विकास ना होना, ब्लड डिसऑडर्स, इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर होने पर।
इसके अलावा निम्न स्थितियों में भी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- बच्चे या मां को एचआईवी होने पर
- बच्चे का टेम्प्रेचर 100.5oF से ज्यादा होने पर
- रोटावायरस इंफेक्शन की हिस्ट्री होने पर
- एक्टिव, शॉर्ट टर्म, गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल इलनेश (Gastrointestinal illness) होने पर
- एब्डोमिनल सर्जरी की हिस्ट्री होने पर
- ब्लड ट्रांसफ्यूजन होने पर
- बच्चे के घर में रहने वाले किसी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर