आयरन शिशु के लिए जरूरी मिनिरल होता है, जो गुड हेल्थ और डेवलपमेंट के लिए जरूरी है। रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबन होता है। ये एक प्रकार का प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों में ले जाने का काम करता है। शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन की जरूरत होती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) से जुड़ी जानकारी शेयर करेंगे। दरअसल आयरन के कारण ही रेड ब्लड सेल्स में कलर आता है। अगर शरीर में आयरन की कमी हो जाए, तो रेड ब्लड सेल्स का साइज बदलने लगता है और छोटा हो जाता है। साथ ही इनका रंग भी हल्का पीला होने लगता है। इस कारण से शरीर के विभिन्न हिस्सों या ऑर्गन में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है। इसे एनीमिया कहते हैं। न्यूबॉर्न बेबी में भी आयरन की कमी हो सकती है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) के बारे में जानकारी के साथ ही आयरन की कमी से होने वाली समस्याओं के बारे में भी जानकारी देंगे।
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न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) की क्यों पड़ती है जरूरत?
बेबी को भी आयरन सप्लिमेंट (न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स) की जरूरत होती है। ब्रेन डेवलमेंट (Bain development) में आयरन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिन बच्चों को पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं मिल पाता है, उनमें आयरन की कमी हो जाती है और फिजिकली कम एक्टिव हो जाते है या फिर उनका डेवलमेंट स्लो हो जाता है। बेबी में आयरन की कमी होने पर निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं।
- धीमी गति से वजन बढ़ना
- त्वचा का पीला होना
- भूख न लगना (loss of appetite)
- बच्चों में चिड़चिड़ापन
न्यूबॉर्न या छोटे बच्चों में आयरन की कमी (Iron deficiency) का अक्सर पता नहीं चल पाता है वहीं बड़े या स्कूल जाने वाले बच्चों की एक्टिविटी प्रभावित होती है और वो जल्दी थक जाते हैं। ऐसे बच्चे स्कूल में खेल में भी ठीक से भाग नहीं ले पाते हैं और थका हुआ महसूस करते हैं। अगर आपको भी बच्चों में उपरोक्त लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूत पड़ने पर न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) का इस्तेमाल करें।
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बेबी को कितनी जरूरत होती है आयरन की?
शिशु को माँ के गर्भ में पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है। जन्म के बाद शिशु को माँ के दूध से पर्याप्त मात्रा में आयरन मिल जाता है। शुरुआती छह महीनों के लिए माँ का दूध ही बेबी के लिए पर्याप्त होता है। छह माह के बाद बच्चे ठोस आहार खाना शुरू कर देते हैं और उनसे भी उन्हें आयरन की पर्याप्त मात्रा मिलती है। जिन बच्चों को माँ का दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है, उनके लिए फोर्टिफाइड फॉर्मुला मिल्क आयरन की कमी को दूर करने के लिए बेहतर ऑप्शन साबित हो सकते हैं। 12 महीने तक के बच्चों के लिए गाय के दूध वाला आयरन युक्त फोर्टिफाइड मिल्क शामिल किया जा सकता है, जो बेबी में आयरन की कमी को पूरा करता है। एज के हिसाब से आयरन की जरूरत बदल जाती है। जानिए एज के हिसाब से बच्चों को आयरन की कितनी जरूरत होती है।
- 7 से 12 महीने के बच्चे के लिए – 11 mg
- 1 से 3 साल के बच्चे के लिए – 7 mg
- 4 से 8 साल के बच्चे के लिए – 10 mg
- 9 से 13 साल के बच्चे के लिए – 8 mg
- 14 से 18 साल के बच्चे के लिए – 11 mg (लड़कों के लिए), 15 mg (लड़कियों के लिए)
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क्या न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) जरूरी होते हैं?
जो न्यूबॉर्न बेबी माँ का दूध पर्याप्त मात्रा में पीते हैं, उन्हें आयरन सप्लिमेंट्स की जरूरत नहीं होती है। जिन नवजात शिशुओं में जन्म के बाद ही आयरन की कमी होती है, उन्हें आयरन सप्लिमेंट की जरूरत पड़ सकती है। आपको इस बारे में डॉक्टर से बात करनी चाहिए कि शिशु को कौन-से आयरन सप्लिमेंट्स दिए जा सकते हैं। वहीं जो बच्चे आयरन फोर्टिफाइड मिल्क (Fortified milk)पीते हैं, उन्हें भी आयरन सप्लिमेंट (Iron supplement) की जरूरत नहीं होती है। लो बर्थ वेट बेबी (Low birth weight babies ) को आयरन सप्लिमेंट्स की जरूरत पड़ सकती है। आयरन सप्लिमेंट (Iron supplement) की मात्रा कितनी होनी चाहिए, ये बच्चे की उम्र और वेट के अनुसार निर्धारित किया जाता है। आप डॉक्टर से न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) के लिए सही अमाउंट के बारे में जानकारी ले सकते हैं। साथ ही डॉक्टर से ये भी पूछें कि बेबी को कब तक आयरन सप्लिमेंट्स देने की जरूरत है।
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क्या आयरन सप्लिमेंट्स के हो सकते हैं साइड इफेक्ट्स?
न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) का सेवन करने से बच्चे में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। अगर बच्चा आयरन फोर्टिफाइड मिल्क पी रहा है, तो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इवेंट्स जैसे कि कब्ज या फिर अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। बच्चों को स्टमक ऐच (Stomach ache), मितली, डायरिया (Diarrhea), कब्ज (Constipation), स्टूल काले रंग का होना (Black stools) आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कुछ बच्चों को आयरन सप्लिमेंट लेने के कुछ हफ्तों बाद नॉर्मल महसूस हो सकता है। अगर आपको बच्चे में किसी भी प्रकार के परिवर्तन नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आयरन की कमी के कारण आपके बच्चे को बड़ी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि आप समय रहते ही बेबी की जांच कराएँ और उसे बड़ी परेशानी से बचाएं। न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
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अगर बच्चा ले रहा है आयरन सप्लिमेंट, तो इन बातों का रखें ध्यान
न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) का अगर चुनाव किया जा रहा है, तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे में कुछ परिवर्तन नजर आ सकते हैं। आयरन पिल्स के कारण बच्चे के मल का रंग ग्रीनिश या हल्का ब्लैक हो सकता है, जो कि नॉर्मल माना जाता है। आयरन का लिक्विड फॉर्म लेने पर बच्चों के दांतों के रंग में बदलाव हो सकता है। ऐसे में आपको बच्चों के दांतों को वॉशक्लॉथ से पोंछना चाहिए। आयरन की गोलियां छोटे छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रखें। बच्चों में अधिक आयरन की मात्रा भी नुकसानदायक हो सकती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से न्यूबॉर्न के लिए आयरन सप्लिमेंट्स (Iron supplements for newborns) के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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