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लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड में शामिल करनी चाहिए ये चीजें, नहीं होगी परेशानी


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/07/2021

    लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड में शामिल करनी चाहिए ये चीजें, नहीं होगी परेशानी

    लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) की समस्या किसी भी बच्चे को हो सकती है। इस समस्या के कारण जब बच्चे किसी भी लैक्टोज युक्त फूड्स का सेवन करते हैं, तो उन्हें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिन बच्चों को लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) की समस्या होती है, उन्हें लैक्टोज युक्त फूड्स खाने के बाद नाक बहने की समस्या, पेट में दर्द, ब्लोटिंग की समस्या, वॉमिटिंग आदि समस्याएं हो जाती हैं। लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) की समस्या लैक्टोज के पाचन न हो पाने के कारण पैदा होती है। जब स्टमक में लैक्टेज (Lactase) की मात्रा कम हो जाती है, तो लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या पैदा हो जाती है। अगर आपके बेबी को लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या है, आपको उसके खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही बताएंगे कि आपको किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।

    लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies)

    Feeding lactose intolerant babies

    लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) के बारे में जानकारी से पहले आपको लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। जब बेबी का शरीर लैक्टोज शुगर को ब्रेकडाउन नहीं कर पाता है, तो उसे लैक्टोज इंटॉलरेंट (Lactose intolerance) की समस्या कहते है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि बेबी के लिए दूध बहुत महत्वपूर्ण होता है और ब्रेस्टमिल्क (Breast milk) के साथ ही डेयरी मिल्क और अन्य डेयरी प्रोडक्ट में लैक्टोज पाया जाता है। इंफेंट फॉर्मुला और ब्रेस्टमिल्क में करीब 7 प्रतिशत तक लैक्टोज पाया जाता है। छोटी आंत में लैक्टेज एंजाइम प्रोड्यूज होता है और ये ही लैक्टोज शुगर का पाचन करता है। ये लैक्टोज को ग्लूकोज में बदलने का काम करता है। लैक्टोज इंटॉलरेंस के कारण लैक्टोज का पाचन नहीं हो पाता है और ये गैस के साथ ही डायरिया की समस्या भी पैदा होती है।

    लैक्टोज बेबी हेल्थ के लिए अच्छा होता है और बेबी को करीब 40% एनर्जी इसी से मिलती है। ये कैल्शियम और आयरन को एब्जॉर्व करने का काम करते है। प्राइमरी लैक्टोज इंटॉलरेंस (Primary lactose intolerance) के तब होता है, जब बच्चा बिना लैक्टेज एंजाइम के ही पैदा होता है। ऐसे में बच्चे को पैदा होने के बाद ही डायरिया का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में उन्हें स्पेशल डायट (Special diet) की जरूरत पड़ती है। सेकेंड्री लैक्टोज इंटॉलरेंस (Secondary lactose intolerance) की समस्या स्टमक की लाइनिंग में इरिटेशन के कारण पैदा होती है। ये टेम्परेरी होती है और कुछ समय बाद ठीक हो जाती है। आपको बेबी के फूड्स में लैक्टोज की कम मात्रा वाले या फिर बिना लैक्टोज वाले फूड्स को शामिल करना चाहिए। जानिए लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) के कारण कौन-से लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं।

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    लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) के कारण दिख सकते हैं ये लक्षण

    लैक्टेज के बिना दूध में मौजूद लैक्टोज अवशोषित नहीं हो पाता है। लैक्टोज के अवशोषित न हो पाने के कारण इंटेस्टाइन में बैक्टीरिया लैक्टोज खाने के बाद अधिक मात्रा में गैस का उत्पादन करते हैं। जानिए क्या लक्षण दिख सकते हैं।

    अगर आपको बच्चे में उपरोक्त दिए गए लक्षण नजर आएं, तो आपको उसके फूड्स में से तुरंत लैक्टोज युक्त फूड्स को हटा देना चाहिए। आप चाहे तो इस संबंध में डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।

    लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) में शामिल करें ये चीजें

    अगर आपके बच्चे को लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) की समस्या डायग्नोज हुई है, तो आपको उसके लिए खानपान का चुनाव करने में अधिक सावधानी की जरूरत है। आपको उसके खाने में निम्नलिखित फूड्स शामिल करने चाहिए।

    चीज (Cheese) – आपको लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) में ऐसी चीज एड करनी चाहिए, जिसमें लैक्टोज बहुत कम मात्रा में होता है। चीज बच्चों के लिए फायदेमंद होती है। कुछ चीज जैसे कि कैमेम्बर्ट ( camembert), चेडर (Cheddar), कोटो (Cotto), मोजेरेला (Mozzarella), स्विस (Swiss) आदि चीज में बहुत कम मात्रा में लैक्टोज होती है। आपके बच्चे को इसे खाने में किसी तरह सी समस्या नहीं होगी।

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    योगर्ट (Yoghurt ) – लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड में योगर्ट शामिल करें। बच्चों को दही या फिर योगर्ट खाने में बेहत पसंद आता है। दही में मौजूद बैक्टीरिया लैक्टोज को पचाने या फिर ब्रेकडाउन को आसान बना देता है, इसलिए आमतौर पर आपके बच्चे के लिए दही या फिर योगर्ट का सेवन (Yogurt intake) ठीक रहेगा। एक बात का ध्यान रखें कि नवजात शिशु को अगर लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) की समस्या है, तो डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद ही दूध पिलाएं। छह माह के बाद आप उसे कुछ ठोस आहार दे सकते हैं।

    कैल्शियम फोर्टिफाइड सोया प्रोडक्ट (Calcium-fortified soy products) – सोया प्रोडक्ट (Soy products) बच्चों के लिए हेल्दी होते हैं। अगर आपके बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट में लेने में दिक्कत आ रही है, तो आप उनके फूड्स में सोया प्रोडक्ट एड कर सकते है। कुछ बच्चों को सोया से भी एलर्जी होती है। बेहतर होगा कि किसी भी फूड को खिलाने के बाद इस बार का ध्यान जरूर रखें कि कहीं बच्चे को किसी प्रकार की समस्या तो नहीं हो रही है।

    बटर और क्रीम (Butter and cream)- आप बेबी के फूड में बटर (Butter) और क्रीम एड कर सकते हैं क्योंकि इसमें बहुत कम मात्रा में लैक्टोज होता है और ये बेबी के लिए हेल्दी भी होते हैं। आप चाहे तो इसे बेबी के फूड में एड कर सकते हैं। ये खाने को अधिक स्वादिष्ट बनाने का काम करते हैं।

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    वेजीटेबल्स, मीट और फ्रूट्स – आप बच्चे के खाने में मैश किए हुए आलू, मीट, दालें आदि भी एड कर सकते हैं। बच्चों को आमतौर पर दाल का पानी, मैश किए वेजीटेबल्स और फ्रूट्स दिए जाते हैं। अगर आपको इस संबंध में कोई जानकारी लेनी हो, तो डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते है।

     लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड : चेक करें इंग्रीडिएंट्स

    लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) को सलेक्ट करने से पहले लेबल की जांच बहुत जरूरी है।  अगर आप बच्चे के लिए बाजार से कोई फूड्स लेने जा रही हैं, तो प्रोडक्ट के लेबल में इंग्रीडिएंट जरूर चेक करें। बाजार में लैक्टोज फ्री मिल्क भी मिलते हैं। अगर डॉक्टर ने लैक्टोज फ्री मिल्क पिलाने की सलाह दी है, तो डॉक्टर से आप ब्रांड का नाम पूछे और साथ ही अन्य सावधानियों के बारे में भी जानकारी लें। बिस्किट, केक और केक मिक्स सूप, मेयोनेज,मिल्क चॉकलेट आदि में लैक्टोज से संबंधित जानकारी के बारे में जरूर पढ़ें। आप बच्चे के खाने में हरे पत्ते वाली सब्जियों को जरूर शामिल करें, क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होता है। डॉक्टर ने अगर नॉन डेयरी प्रोडक्ट को लेने की सलाह दी है, तो किसी भी प्रोडक्ट का चुनाव बिना जानकारी लिए न करें।

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    हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको लैक्टोज इंटॉलरेंट बेबीज के फूड (Feeding lactose intolerant babies) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको  हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

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    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/07/2021

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