इसमें उपचार की जरूरत नहीं होती है और लोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं। ऐसे में खुद का ख्याल रखने से यह समस्याएं दूर की जा सकती है। लेकिन, गंभीर लक्षणों की स्थिति में मेडिकल हेल्प जरूरी है। स्टमक पेन और चिल्स (Abdominal Pain and Chills) के अन्य कारणों के बारे में भी जान लेते हैं।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary tract infection)
यह इंफेक्शन तब होता है, जब बैक्टीरिया और अन्य माइक्रोब यूरिनरी ट्रैक्ट को इंफेक्ट करते हैं। महिलाओं में इसकी संभावना बहुत अधिक होती हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- यूरिनरी फ्रीक्वेंसी में बढ़ोतरी
- यूरिन अर्जेन्सी में बढ़ोतरी
- यूरिन करते हुए बर्निंग पेन होना
- क्लॉउडी, स्ट्रांग स्मेल और पिंक यूरिन
- बुखार और चिल्स
- पेल्विस या बैक में दर्द
अधिकतर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में एंटीबायोटिक ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। लेकिन, कुछ रेमेडीज भी इस समस्या से राहत पहुंचा सकती हैं। इसकी होम रेमेडीज में अधिक पानी पीना, कैफीन से बचना और पेट में हीटिंग पैड का इस्तेमाल करना आदि शामिल है।
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स्टमक पेन और चिल्स (Abdominal Pain and Chills): किडनी स्टोन्स (Kidney stones)
जब किडनी में मिनरल्स और साल्ट का बिल्ड-अप होता है, तो यह हार्ड फॉर्म में डिपॉजिट हो सकते हैं। इन्हें किडनी स्टोन्स कहा जाता है। इन हार्ड डिपॉजिट्स के कारण हो सकता है कि आपको तब तक कोई भी लक्षण न आएं जब तक वे गुर्दे या यूरिनरी ट्रैक्ट में पोजीशन बदलते हैं। गुर्दे में पथरी के कारण यह समस्याएं हो सकती हैं:
- यूरिनरी हैबिट्स और अमाउंट में बदलाव
- फीवर और चिल्स
- जी मिचलाना
- पेट, पीठ आदि में दर्द
- पेनफुल यूरिनेशन
- उल्टी आना
छोटे किडनी स्टोन्स खुद ही यूरिनरी ट्रैक्ट से पास हो सकते हैं। लेकिन, कुछ मामलों में स्टोन को रिमूव करने के लिए सर्जरी और अन्य मेडिकल प्रोसीजर की सलाह दी जाती है।
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प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis)
प्रोस्टेटाइटिस, प्रोस्टेट ग्लैंड में होने वाली इंफ्लेमेशन को कहा जाता है। जो पुरुषों के ब्लैडर के नीचे होते हैं। बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस जो बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होते हैं, उनके कारण इस प्रकार हैं:
- यूरिनेशन में समस्या
- फ्लू जैसे लक्षण जैसे चिल्स
- क्लॉउडी या ब्लूडी यूरिन
- लगातार यूरिनेशन
- पेट, लोअर बेक, जेनिटल्स आदि में दर्द
- दर्द भरी यूरिनेशन