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6 मंथ प्रेग्नेंसी (6 Months Pregnancy) में शिशु का विकास कैसे होता है, जानिए
गर्भ में छह महीने के शिशु का विकास तेजी से हो रहा होता है। भ्रूण पूरी तरह से ग्रो हो रहा होता है और दिन प्रतिदिन स्ट्रांग होता है। उसके ऑर्गन्स अभी बन रहे होते हैं, लेकिन उसके लंग्स अभी पूरी तरह से डेवलप नहीं हुए होते। इस दौरान शिशु की स्किन और मसल्स मैच्योर हो चुके होते हैं। ऐसे में, आप शिशु की मूवमेंट को भी महसूस कर सकते हैं। उसके वजन के बढ़ने के साथ ही वो लेंथ भी बढ़ चुकी होती है। वो आवाजों के प्रति रियेक्ट करना शुरू कर देता है। आप अल्ट्रासाउंड से शिशु की पोजीशन जान सकते हैं।
इस टाइम वो लाइट और अंधेरे को भी महसूस कर सकता है और उसमें बीमारियों से लड़ने के लिए व्हाइट ब्लड सेल्स का विकास भी शुरू हो गया होता है। शिशु के चेहरे की डेवलपमेंट भी हो चुकी होती है जैसे आईलैशेज, आईब्रोस और बाल आदि। शिशु के बालों की ग्रोथ उसके जेनेटिक्स पर निर्भर करता है और कुछ बच्चे बहुत अधिक बालों के साथ जन्म लेते हैं, तो कुछ बिलकुल गंजे होते हैं। अब जानिए इस दौरान आपको क्या खाना चाहिए और किन चीजों को नजरअंदाज करना चाहिए?
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6 मंथ प्रेग्नेंसी (6 Months Pregnancy): कैसे होनी चाहिए आपकी डायट?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि छह महीने की प्रेग्नेंसी में शिशु का विकास तेजी से हो रहा होता है। इस दौरान आपको अपनी डायट का भी खास ख्याल रखना चाहिए। इस समय आपको अपनी डायट में इन चीजों को शामिल करना चाहिए:
- अधिक से अधिक हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध आदि को अपनी डायट में इंक्लूड करें। क्योंकि, यह कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत हैं। जिससे शिशु की हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है।
- फोलिक एसिड युक्त आहार जैसे दालों, पत्तेदार सब्जियों, नट्स, बीन्स, साइट्रस फ्रूट्स आदि को भी लें। यह भी शिशु की ग्रोथ के लिए जरूरी है।
- होल ग्रेन प्रोडक्ट्स, बीन्स, ड्रायड फ्रूट्स, लीन पोर्क, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि भी लें। यह आयरन का अच्छा स्त्रोत होते हैं।
- फूड्स जैसे येलो और ऑरेंज सब्जियां, सब्जियां, दूध आदि में विटामिन ए होता है। इन्हें लेना भी न भूलें।
- इसके साथ ही लीन मीट और पोल्ट्री, अंडे, सोया प्रोडक्ट्स, बीन्स, नट्स आदि में प्रोटीन होता है, जो इस दौरान आपके और शिशु के लिए लाभदायक है। यही नहीं, साइट्रस फ्रूट्स, स्ट्रॉबेरी, टमाटर और ब्रोकोली
- आदि को भी लें क्योंकि यह विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत है।
6 मंथ प्रेग्नेंसी (6 Months Pregnancy) में अधिक कैफीन, कच्चे और बिना पके फूड्स को लेने से बचें। अगर आपको सीलिएक बीमारी (Celiac disease) है, तो आपको ग्लूटेन युक्त आहार को लेने से भी बचना चाहिए। अधिक मरक्युरी युक्त फिश खाना भी इस दौरान हानिकारक हो सकता है। अधिक तले-भुने और मसालेदार आहार को भी अवॉयड करें। क्योंकि, इससे आपको हार्टबर्न की समस्या हो सकती है। अब जानते हैं इस दौरान होने वाले टेस्ट्स के बारे में।