क्रिप्टिक प्रेगनेंसी में नेगेटिव टेस्ट आने पर क्या किया जाए
जिन महिलाओं को नेगेटिव परिणाम आने के बावजूद भी यह लगता है कि वह प्रेग्नेंट हैं तो तुरंत किसी डॉक्टर से परामर्श करें। प्रेग्नेंसी का पता लगाने का सबसे विशिष्ट और सही तरीका होता है ब्लड टेस्ट। इस टेस्ट के जरिए डॉक्टर आपके ब्लड में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG) की उपस्थिति की जांच करेंगे। एचसीजी वह हार्मोन होता है जो प्लेसेंटा द्वारा उत्पादित किया जाता है।
यदि आपको घर पर किए गए टेस्ट या अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) के परिणामों पर भरोसा नहीं है तो ब्लड टेस्ट (Blood Test) एक ऐसा विकल्प है जो आपको संतुष्टि प्राप्त कर सकता है। इस टेस्ट को करवाने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में लेबर और डिलीवरी शारीरिक रूप से सामान्य प्रेग्नेंसी जैसी ही होगी। सामान्य डिलीवरी की ही तरह बच्चे को जन्म देने के लिए सर्विक्स के स्ट्रेच होने पर गंभीर ऐंठन जैसा ही महसूस होता है। एक बार जब आपका सर्विक्स पूरी तरह से फैल जाएगा तो आपको बच्चे को बर्थ कैनाल (Birth canal) से बाहर लाने के लिए जोर लगाना पड़ेगा।
सामान्य प्रेग्नेंसी और क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के लेबर (Labor) और डिलीवरी में केवल इतना ही फर्क होता है कि आपको इसमें प्रेग्नेंसी की कोई अपेक्षा नहीं होती है। इस स्थिति का आप पर बड़ा गंभीर मानसिक प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही आपको प्रेग्नेंसी के दौरान न तो किसी प्रकार की गर्भावस्था संबंधी देखभाल और सावधानियां प्राप्त हुई होंगी और हो सकता है कि इस स्थिति में आपके पास संपर्क करने के लिए कोई डॉक्टर भी न हो। यदि आपको संकुचन जैसी गंभीर ऐंठन महसूस होती है और इस स्थिति में आपको यदि इस बात की जानकारी न हो कि आपको क्या करना चाहिए तो तुरंत किसी नजदीकी हस्पताल के इमरजेंसी रूम जाएं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।