और पढ़ेंः गर्भधारण से पहले हेल्दी रहने के लिए क्या करें?
अगर प्रेग्नेंसी में क्या खाना चाहिए (Pregnancy Diet) है सवाल तो आयरन है विकल्प
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑबस्टेट्रीशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के मुताबिक, एक प्रेग्नेंट महिला को रोजाना 27 मिलीग्राम तक आयरन की आवश्यकता होती है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) की कमी को पूरा करता है। हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स में पाया जाने वाला प्रोटीन (Pregnancy Diet) होता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों और टिश्यू में ऑक्सिजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी के कारण शिशु का जन्म समय से पहले यानी प्रीमैच्योर डिलीवरी से हो सकता है। आयरन की कमी होने पर जन्म के समय बच्चा कम वजन का भी सकता है। प्रेग्नेंसी में क्या खाना चाहिए अगर आप इसके बारे में परेशान हैं तो अपने खाने में आयरन (Iron) शामिल करें। आयरन न केवल आपको प्रेग्नेंसी के दौरान मदद करता है बल्कि प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के बाद भी यह आपको स्वस्थ रखने में मदद करता है।
गर्भावस्था में खानपान: आयरन को खाने में करें शामिल
आयरन शरीर में एनीमिया (Anemia) यानी खून की कमी को दूर करता है। अगर आप शाकाहारी हैं, तो हरी पत्तेदार सब्जियों, फलियों और सूखे मेवे से भी आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। वहीं, अगर आप मांसाहारी हैं, तो आप अच्छी तरह से पके हुए मीट का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल के तहत गर्भवती महिलाओं को आयरन सप्लीमेंट मुहैया कराई जाती है। इस सप्लीमेंट को डॉक्टर गर्भावस्था की पहली तिमाही (First Trimester) के बाद शुरू कर सकते हैं।
और पढ़ें :दूसरी तिमाही की डायट में इतनी होनी चाहिए पोषक तत्वों की मात्रा
[mc4wp_form id=”183492″]
गर्भावस्था में खानपान : प्रोटीन (Protein) को जरूर करें डायट में शामिल
प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे का विकास और एम्नियोटिक टिशू की देखरेख पूरी तरह से प्रोटीन पर निर्भर करता है। इस दौरान, अगर मां के शरीर में प्रोटीन की कमी पाई जाती है, तो गर्भ में बच्चे का ठीक से विकास नहीं हो पाता, जिसका असर जन्म के बाद भी काफी समय तक देखा जा सकता है। प्रेंग्नेंसी में क्या खाना चाहिए ये सवाल तो सब पूछते हैं, लेकिन इसका जवाब आपके आसपास ही है। खाने में प्रोटीन (Protein) को शामिल कर आप अपने आप को हेल्दी रख सकते हैं और अपने बच्चे को भी हेल्दी रख सकते हैं।
प्रोटीन (Protein) के फायदे
सेंट पीटर्सबर्ग, फ्लोरिडा में अकादमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के आहार विशेषज्ञ और प्रवक्ता सारा क्राइगर का कहना है कि प्रोटीन गर्भ में पल रहे भ्रूण के महत्पूर्ण अंगों जैसे मस्तिष्क, ह्रद्य और फेफड़ों (Lungs) के विकास में मदद करता है। बच्चा जन्म के समय कितना स्वस्थ होगा, इसके लिए भी प्रोटीन ही जिम्मेदार होता है। प्रोटीन (Protein) की मात्रा बनाए रखने के लिए प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने दैनिक आहार में नियमित रूप से सोयाबीन (Soybin), अंडा (Egg), मछली (Fish) और मेवे जैसे पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
और पढ़ें :जल्दी प्रेग्नेंट होने के टिप्स: आज से ही शुरू कर दें इन्हें अपनाना
साथ ही यहां पर उन पदार्थों के बारे में भी बता रहें है जिनका सेवन प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के दौरान नहीं करना चाहिएः
- एल्कोहॉल (नशीले पदार्थ)।
- उच्च पारे वाली मछलियां (Fish) जैसे- स्वोर्डफिश, शार्क, किंग मैकेरल, टाइलफिश, टूना और पंगेसियस।
- कच्चा मांस।
अगर आप चाहते हैं कि जन्म से पहले और जन्म के बाद जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह से सेहतमंद रहें तो गर्भवती को अपने आहार में उचित पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए। अच्छा और पौष्टिक खानपान न सिर्फ गर्भवती के लिए बल्कि होने वाले बच्चे के विकास के लिए भी फायदेमंद होता है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
डायट से जुड़ी जानकारी के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक