विटामिन सी के अलावा ड्रैगन फ्रूट में विटामिन बी 12 या फोलिक एसिड भी होता है। महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बी 12 विटामिन की खुराक लेने की सलाह दी जाती है ताकि गर्भ में पल रहे शिशु की तंत्रिका वृद्धि सही तरीके से हो सके।
प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट एनीमिया दूर करे
एक रिसर्च के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन और एरिथ्रोसाइट लेवल पर रेड ड्रैगन फ्रूट के रस का सेवन महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। हालांकि, पिताया के इस स्वास्थ्य लाभ के बारे में अभी सीमित अध्ययन ही मौजूद हैं।
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प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट गर्भकालीन मधुमेह को रोकता है
ड्रैगन फ्रूट में डायट्री फाइबर होते हैं। यह गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक महत्व रखता है क्योंकि हाई फाइबर फूड आपको शुगर क्रेविंग्स को रोकता है। इसके अलावा, उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ उन लोगों के लिए अच्छे माने जाते हैं जिन्हें जेस्टेशनल डायबिटीज है या जिन्हें मोटापे के कारण बाद में मधुमेह होने का खतरा है। इसके साथ ही उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
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हड्डियों के विकास में मददगार
गर्भ में पल रहे शिशु में हड्डी की संरचना को विकसित करने के लिए सिर्फ कैल्शियम की ही जरूरत नहीं होती है। बोन डेवलपमेंट में फास्फोरस भी एक आवश्यक भूमिका निभाता है, और ये दोनों ही दोनों ड्रैगन फ्रूट में उचित मात्रा में मौजूद होते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान ड्रैगन फ्रूट का सेवन मां की डेंटल हेल्थ को बनाए रखने में भी मददगार होता है।
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प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट इंफेक्शन से बचाता है
गर्भवती महिला के संक्रमित होने से गर्भ में शिशु को खतरा हो सकता है क्योंकि रोगाणु प्लेसेंटा से बेबी तक पहुंच सकते हैं। ड्रैगन फ्रूट सेलुलर रिजेनरशन (cellular regeneration) में मददगार होता है जिससे संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है। साथ ही साथ इसके एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण शरीर में पहले से मौजूद रोगाणुओं से लड़ने में हेल्पफुल साबित होते हैं।
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प्रेग्नेंसी में पिताया से प्रीक्लेमप्सिया (preeclampsia) का खतरा दूर
प्रेग्नेंसी में हाई ब्लड प्रेशर स्थिति प्रीक्लेमप्सिया के जोखिम को बढ़ाती है। ड्रैगन फ्रूट ब्लड प्रेशर के साथ-साथ ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान पिताया फल के सेवन गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का जोखिम कम कर सकता है।
प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट खाने से कब्ज से राहत
प्रेग्नेंसी में कब्ज की समस्या काफी आम है। लेकिन, ड्रैगन फ्रूट के इस्तेमाल से इस समस्या से आसानी से निपटा जा सकता है। इसमें मौजूद हाई फाइबर गर्भवती महिला में कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर करता है। प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट का नियमित सेवन करने से पाचन तंत्र को सामान्य स्थिति में वापस लाया जा सकता है।
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प्रेग्नेंसी में ड्रैगन फ्रूट खाने से गर्भपात का जोखिम कम
पहली तिमाही के दौरान मिसकैरिज का खतरा अधिक होता है। ड्रैगन फ्रूट फोलिक एसिड से भरपूर होता है और इसके सेवन से गर्भपात का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।