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प्रेग्नेंसी में स्मेल सेंस के स्ट्रॉन्ग होने की समस्या क्यों बढ़ जाती है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/05/2022

    प्रेग्नेंसी में स्मेल सेंस के स्ट्रॉन्ग होने की समस्या क्यों बढ़ जाती है?

    प्रेग्नेंसी यानी गर्भावस्था के दौरान होने वाली मां कई समस्याओं का सामना करती है खासतौर पर गर्भावस्था के शुरुआती कुछ महीनों में। इन कुछ लक्षणों से गर्भावस्था का संकेत मिल सकता है। इन लक्षणों में स्पॉटिंग, क्रैम्पिंग, थकावट, जी मिचलाना, चक्कर आना, पीरियड का मिस होना आदि शामिल है। कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) में बदलाव का अनुभव भी करती हैं। हालांकि, रिसर्च इस बात को कंफर्म नहीं करती हैं कि महिलाएं प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) में बढ़ावा महसूस करती हैं, लेकिन दो तिहाई गर्भवती महिलाएं यह मानती हैं कि इस दौरान उन्हें तेज गंध के प्रति सामान्य से अधिक सेंसटिव महसूस होता है। आइए जानें इस समस्या के बारे में विस्तार से।

    क्या प्रेग्नेंसी में स्मेल सेंस (Sense of smell during pregnancy) बढ़ जाता है?

    जैसा कि पहले ही बताया गया है कि कई महिलाएं इस दौरान स्मेल की सेंस में बढ़ोतरी महसूस करती हैं। इस कंडिशन को हाइपरोस्मिया (Hyperosmia) कहा जाता है। प्रेग्नेंसी में स्मेल का सेंस (Sense of smell during pregnancy) स्ट्रॉन्ग होने का एक कारण हॉर्मोन लेवल्स में परिवर्तन है। यह स्मेल्स प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में अधिक इंटेंस होती है और डिलीवरी के बाद कम हो जाती है। प्रेग्नेंसी से शरीर में कई बदलाव होते हैं जैसे ब्रेस्ट और पेट में सूजन, ग्लोइंग स्किन और इमोशंस में चेंजेज आड़। महिलाएं प्रेग्नेंसी की शुरुआत में स्मेल की सेंस में बढ़ोतरी का भी अनुभव करती हैं। गर्भावस्था के दौरान इस समस्या के पीछे क्या कारण है, अब इस विषय पर जानकारी सीमित है।

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    हाइपरोस्मिया (Hyperosmia) क्या है?

    हाइपरोस्मिया (Hyperosmia) एक मेडिकल टर्म है इसका इस्तेमाल स्मेल की सेंस की बढ़ोतरी के लिए किया जाता है। इसका अर्थ है कि इस समस्या में व्यक्ति की नाक तेज स्मेल्स को लेकर अधिक सेंसिटिव हो जाती है। यह समस्या बहुत ही दुर्लभ है। यह उस कंडिशंस से संबंधित हो सकती है जो हमारे दिमाग के स्मेल डिटेक्टिंग हिस्सों को प्रभावित करती हैं, जैसे मिर्गी (Epilepsy), एडिसन रोग (Addison’s disease), या माइग्रेन (Migraine)। एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्भावस्था में स्मेल के प्रति अधिक संवेदनशील होना एक प्रोटेक्टिव फंक्शन की तरह काम कर सकता है। जानिए कब अधिकतर महिलाएं इस परेशानी का अनुभव करती हैं?

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    प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) में बढ़ोतरी कब शुरू हो सकती है?

    प्रेग्नेंसी में स्मेल का सेंस (Sense of smell during pregnancy) के बारे में अधिक जानकारी उन महिलाओं के अनुभव से ही मिलती है, जिन्हें यह समस्या है। अधिकतर महिलाएं जो इस समस्या का अनुभव करती हैं, उनका मानना है कि इसकी स्टार्टिंग प्रेग्नेंसी की शुरुआती स्टेजेज में होती है। बाद में स्मेल की सेंस कम होना शुरू हो जाती है। ऐसे इसलिए है, क्योंकि इस समय शरीर के आसपास और नाक के टिश्यू ब्लड फ्लो के बढ़ने पर सूज जाते हैं। जैसे ही यह सूजते हैं, तो अधिक स्टिफ हो सकते हैं। यह ऐसा ही है जैसे जब हमें सर्दी-जुकाम होता है, तो नाक के भरे होने के कारण हम किसी भी तरह की स्मेल का अनुभव नहीं कर पाते हैं। अब जानिए कि प्रेग्नेंसी में इस समस्या से राहत पाने के लिए क्या किया जा सकता है?

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    प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) में बढ़ोतरी से कैसे राहत पाएं?

    प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) के स्ट्रॉन्ग होने की समस्या को कम तो नहीं किया जा सकता है। लेकिन, आप कुछ स्मेल्स से बच सकती हैं ताकि आपको कोई प्रॉब्लम न हो। इस समस्या से राहत पाने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

    स्मार्टली खाएं

    प्रेग्नेंसी में अधिकतर महिलाएं कुछ खास चीजों या फूड्स की स्मेल से परेशान रहती हैं। ऐसे, में उन फूड्स का सेवन करें जिसकी स्मेल आपको परेशान न करें। अगर कुछ चीजें आपको खाने में पसंद हैं लेकिन, उनकी स्मेल आपको परेशान करती है तो अभी उसे खाने से बचें। कुकिंग करते हुए और बुरी दुर्गन्ध से बचने के लिए घर की खिड़कियों को खोल कर रखें। प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) में यह पॉइंट बेहद महत्वपूर्ण है।

    साफ-सफाई का खास ध्यान रखें

    साफ-सफाई का खास ख्याल रखने से आप इस समस्या से कुछ हद तक राहत पा सकते हैं। अपने कपड़ों को भी साफ रखें। क्योंकि, इसके फाइबर भी बदबू का कारण बन सकते हैं।

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    नाक का रखें ध्यान

    अपने नाक में सेलाइन वाश या स्प्रे का इस्तेमाल करने से आप नेजल पैसेज को मॉइस्ट और हेल्दी रख सकते हैं। यही नहीं, इससे आपको कंजेशन और प्रेग्नेंसी में होने वाली अन्य परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।

    प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) बढ़ने पर डिओडोरेंट्स के इस्तेमाल से बचें

    डिओडोरेंट्स की तेज स्मेल आपको परेशान कर सकती है। ऐसे में अनसेंटेड या लाइट सेंटेड टॉयलेटरीज व क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें या आप ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल करें, जिनकी फ्रेग्रन्स आपके लिए समस्या का कारण न बने। इसके साथ ही अपने पार्टनर, फैमिली, दोस्तों आदि को भी इस बारे में बताएं ताकि वो आपकी परेशानी को समझ पाएं और आपके पास तेज फ्रेग्नेंस के इस्तेमाल से बचें।

    कुछ चीजों को रखें पास

    अपने पास ऐसी चीजों को रखें जिन्हें रखने से आपको अच्छा महसूस होता है जैसे मिंट, लेमन, अदरक आदि।  इनसे जी मिचलाने की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। ऐसा भी माना गया है कि एक च्युंगम या हार्ड कैंडी को चबाने से आपको किसी भी तरह की दुर्गन्ध से अपने अटेंशन को भटकाने में राहत मिलेगी। पेपरमिंट कैंडीज खासतौर पर इस समस्या से छुटकारा पाने में मददगार हैं।

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    ठंडी चीजों का करें इस्तेमाल

    अपनी पसंदीदा फूड्स के कोल्ड वर्जन का सेवन करने से आपको मदद मिल सकती है। क्योंकि, टेस्ट और स्मेल की सेंसस दोनों बहुत कनेक्टेड होते हैं। जैसे एक कोल्ड सैंडविच, ग्रिल्ड सैंडविच के मुकाबले आपको बेहतर महसूस कराएगा। अब जानिए कि स्मेल्स की सेंसिटिविटी को कैसे कम किया जा सकता है?

    स्मेल सेंसिटिविटी को कैसे कम करें?

    हालांकि, इस समस्या में आप कुछ ऐसा खास नहीं कर सकती हैं, जिससे यह शिकायत कम हो सके। लेकिन, आप उन सेंट्स को पूरी तरह से नजरअंदाज करें, जिनसे आपको समस्या होती है। अधिकतर प्रेग्नेंट महिलाएं परफ्यूम, पेट्स, मीट, फिश और अंडे से परेशानी महसूस करती हैं और फलों की खुशबु से उन्हें कोई समस्या नहीं होती है। अगर कुकिंग की स्मेल से आपको समस्या होती है, तो कुकिंग करने या जहां कुकिंग हो रही हो वहां जाने से बचें । यही नहीं, किसी भी परेशान करने वाली दुर्गन्ध से बचने के लिए आप मास्क भी पहन सकते हैं।

    प्लीजेंट स्मेल्स जैसे मिंट, निम्बू, पेपरमिंट या सिनेमन आदि से आपको लाभ हो सकता है। पेपरमिंट ऑयल को भी प्रेग्नेंसी में सुरक्षित माना गया है और अपनी नासिका (Nostril) के अंदर कुछ मात्रा में इसे अप्लाई करने से अन्य ऑफेंसिव स्मेल्स को रोकने में मदद मिल सकती है। यदि, दुर्गंध से जी मिचलाना और उल्टी जैसी समस्या होती है, तो आप अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं कि क्या जी मिचलाने की समस्या के लिए दवा लेना ठीक है या नहीं?

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    यह तो थी प्रेग्नेंसी में स्मेल के सेंस (Sense of smell during pregnancy) बढ़ने के बारे में जानकारी। गर्भावस्था में स्मेल सेंस के बढ़ने की परेशानी अधिकतर महिलाएं अनुभव करती हैं। ऐसा हॉर्मोन्स के बदलाव के कारण हो सकता है। हालांकि, इससे बचा तो नहीं जा सकता। लेकिन, कुछ तरीकों से इससे राहत पाई जा सकती है। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से उसे अवश्य पूछें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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