ब्रेस्ट में मिल्क फॉर्मेशन के लिए HPL अनिवार्य होता है।
ऑक्सिटोसिन –
ऑक्सिटोसिन गर्भावस्था के शुरुआत से अंत तक रहता है। यह लेबर कॉन्ट्रैक्शन के लिए जाना जाता है।
प्रोलेक्टिन –
यह स्तन के साइज को बड़ा करने में अहम भूमिका निभाता है।
ये सभी प्रेग्नेंसी हॉर्मोन हैं और इन्हीं हॉर्मोन में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण प्रेग्नेंसी में स्किन प्रॉब्लम होती है। ऐसे में गर्भवस्था के दौरान कैसे त्वचा संबंधी परेशानी से बचा जाए ये जानना बेहद जरूरी है।
ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को पेट और इसके आसपास ड्राइनेस या खुजली जैसी परेशानी महसूस होती है, लेकिन कुछ गर्भवती महिलाएं थाई (जांघ), ब्रेस्ट (स्तन) और आर्म्स (हाथों) पर ज्यादा परेशानी महसूस कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन से बचने के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं। जानते हैं उनके बारे में।
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प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन या त्वचा संबंधी अन्य परेशानी से बचने के लिए करें?
प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन जैसी समस्या से बचने के लिए सिर्फ 3 टिप्स अपनाएं। इन टिप्स में शामिल हैं:
- प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन से बचने के लिए गर्म या ठंडे पानी के बजाय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।अत्यधिक गर्म पानी त्वचा को रुखा बनाने के लिए काफी है। इसलिए अत्यधिक ठंडे या बहुत ज्यादा गर्म पानी से दूरी बनाएं और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
- प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन से बचने के लिए आरामदायक और सूती (cotton) कपड़ों को पहनने की आदत डालें। ऐसे कपड़े न पहनें जिनसे स्किन को परेशानी या एलर्जी हो। इसलिए कोशिश करें कि कॉटन (सूती) कपड़े पहनें। टाइट कपड़े भी न पहनें।
- प्रेग्नेंसी में डाई स्किन से बचने के लिए सुबह और रात को सोने से पहले मॉश्चराइजर लगाएं। सुबह और रात को सोने से पहले मॉश्चराइजर लगाएं। मॉश्चराइजर का इस्तेमाल नहाने के बाद जब त्वचा में थोड़ी नमी रहती है तब किया जाए तो यह ड्राईनेस को दूर करता है। प्रेग्नेंसी में ड्राई स्किन से बचने के लिए भी आप इस टिप्स को अपना सकती हैं। नियमित रूप से बॉडी और फेस की त्वचा को मॉश्चराइज करें।