पौष्टिक आहार स्वस्थ्य शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टिक आहार बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मन में जितनी खुशी होती है, उतना ही डर भी होता है क्योंकि होने वाली मां पर अपने साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु की जिम्मेदारी भी होती है। ऐसे में उसे अपने चलने-फिरने, उठने बैठने और खाने-पीने का खास ध्यान रखना पड़ता है। आपको गर्भावस्था में कौन से महीने क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस बात का पूरा पता होना चाहिए। इस दौरान हर पल खास होता है। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में भी गर्भवती महिला को आहार संबंधी खास सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि होने वाला शिशु स्वस्थ हो। जानिए कैसा होना चाहिए 5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट और इस दौरान क्या खाना चाहिए व क्या नहीं।
गर्भावस्था के पांचवें महीने में डायट
गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए, इसको लेकर कोई जादुई फार्मूला नहीं है। लेकिन प्रेग्नेंसी के इस समय में आपको ऐसा आहार लेना चाहिए, जो संतुलित हो। ताकि, आपकी और आपके शिशु की जरूरतें पूरी हो सकें। जैसे बहुत से फल, सब्जियां, साबुत अनाज, स्वस्थ फैट आदि। जानिए 5 मंथ प्रेगनेंसी डाइट चार्ट के अनुसार आपको क्या खाना चाहिए।
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फोलेट और फोलिक एसिड
फोलेट विटामिन B है जो शिशु को जन्म संबंधी कई विकारों से बचाती है। इसलिए होने वाली मां को ऐसे आहार ग्रहण करने चाहिए, जिसमें फोलेट और फोलिक एसिड मौजूद हो। इनके सप्लीमेंट लेना भी एक अच्छा विकल्प है। हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल, सूखे बीन आदि फोलेट का अच्छा स्त्रोत हैं जैसे पालक, संतरा, मेवे आदि। 5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट में इन्हें अवश्य जगह दें।
कैल्शियम
कैल्शियम बच्चे और होने वाली मां दोनों के लिए बेहद आवश्यक है। इससे हड्डियां और दांत दोनों मजबूत होते हैं। कैल्शियम शरीर को सही से काम करने में भी मदद करता है। दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ, ब्रोकोली आदि में कैल्शियम होता है। इसके साथ ही कई फलों में भी यह पाया जाता है।
विटामिन D
विटामिन D भी बच्चों की हड्डियां और दांतों को बनाने में मदद करता है। सालमन मछली, फैटी फिश, संतरे अंडे ,दूध आदि में विटामिन डी पाया जाता है। 5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट में इन्हें भी शामिल करें।
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प्रोटीन
प्रेग्नेंसी के समय प्रोटीन बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। गर्भावस्था के दौरान महिला को कम से कम रोजाना 71 ग्राम प्रोटीन अवश्य लेनी चाहिए। मछली, अंडे, मेवे, सोया आदि इसके अच्छे स्त्रोत हैं।
आयरन
गर्भावस्था के दौरान शरीर में खून की कमी होना भी सामान्य है। इसलिए, गर्भवती महिला को आयरन की अधिक मात्रा की आवश्यकता होती है। ताकि शिशु तक ऑक्सीजन की मात्रा सही से पहुंच सके। अगर आपके शरीर में आयरन की कमी हो तो आपको एनीमिया हो सकता है। इससे प्री मेच्योर प्रसव, बच्चे का कम वजन होना या पोस्टपार्टम डिप्रेशन आदि समस्याएं होने की संभावना रहती है। पालक, बीन्स, हरी सब्जियां, मछली आदि इसका अच्छा स्रोत हैं।
फाइबर युक्त आहार
5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट में फाइबर युक्त आहार को शामिल करना न भूलें। गर्भावस्था में फाइबर युक्त आहार अवश्य लेने चाहिए। क्योंकि, गर्भावस्था में कब्ज होना बहुत ही सामान्य है। फाइबर युक्त आहार से पाचन क्रिया अच्छी रहती है और पेट सही रहता है। जिससे कब्ज नहीं होती। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, साबुत अनाज आदि में फाइबर होता है।
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गर्भावस्था के पांचवें महीने में क्या नहीं खाएं
अगर आप गर्भवती हैं तो ऐसे हर चीज़ या खाद्य पदार्थ के सेवन से बचे, जो शिशु के लिए हानिकारक हो या गर्भपात का कारण बने। ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ इस प्रकार हैं:
- कच्चे अंडे या ऐसा भोजन जिसमें कच्चे अंडे हों
- कच्चे या बिना पका हुआ मांस, मछली आदि
- प्रोसेस्ड भोजन
- ऐसी मछली जिसमें पारा (MERCURY) अधिक मात्रा में हो जैसे शार्क, आदि
- अधिक मसाले और मिर्च वाला आहार
- मैदा और रिफाइंड खाद्य पदार्थ
- फास्ट फूड
- एल्कोहॉल या एल्कोहॉलिक पेय
- चाय, कॉफी, सोडा या अन्य कैफीन युक्त पेय
गर्भावस्था में जानिए पारंपरिक खानपान की ताकत इस वीडियो के माध्यम से:
पांचवे महीने में डायट
5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट इस प्रकार होना चाहिए। हालांकि, आप अपनी इच्छानुसार इसमें बदलाव कर सकती हैं।
- सुबह का नाश्ता– सुबह के नाश्ते में आप बेसन का चीला/ दलिया/पनीर सैंडविच/ उपमा/मेथी परांठा/ इडली आदि ले सकती हैं। इसके साथ आप जूस/लस्सी/ नारियल पानी या दूध भी ले सकती हैं।
- दोपहर का नाश्ता – दोपहर के नाश्ते के रूप में आप कोई भी मौसमी फल खा सकती हैं जैसे अंगूर, केला, सेब, तरबूज आदि। आप फलों को काटकर या जूस के रूप में भी ले सकती हैं।
- दोपहर का भोजन– दोपहर के भोजन में आप दाल+ मौसमी सब्जी+ रायता+ रोटी+ चावल+ सलाद आदि शामिल कर सकती हैं।
- शाम का नाश्ता– शाम के नाश्ते में आप सूप/ फ्रूट चाट/ पोहा/ मेवे/ कॉर्न चाट/ सैंडविच और कोई भी हेल्दी पेय ले सकती हैं।
- रात का भोजन– रात के भोजन में सब्जी + रोटी और दाल खा सकती हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान
- 5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट या पांचवे महीने में डायट में आप सभी मौसमी सब्जियों और फलों को शामिल कर सकती हैं।
- अगर आपका इनके अलावा कुछ अलग जैसे पास्ता, पिज्जा, मिठाई आदि खाने का मन करे। तो वो भी आप खा सकती हैं। बस ध्यान रखें कि इन्हें कम मात्रा में लें और इन्हें रोज न खाएं।
- अगर आप मांसाहारी हैं, तो अपनी इच्छानुसार ऊपर दिए गए 5 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट में परिवर्तन कर सकती हैं।
- जो भी आहार आप ले रही हैं, उनमें अधिक तेल, मिर्च मसाला आदि नहीं होना चाहिए।
अगर आपको इस दौरान कोई समस्या हो, तो आप क्या खाएं?
गर्भावस्था में डायरिया, कब्ज या मॉर्निंग सिकनेस होना बहुत सामान्य है। अगर आपको यह समस्याएं हो, तो 5 मंथ प्रेगनेंसी डाइट चार्ट के अनुसार आप कैसा आहार ले सकती हैं, जानिए:
- मॉर्निंग सिकनेस : सुबह की समस्याओं जैसे जी मचलना आदि को दूर करने के लिए आप हल्का आहार खाएं। नींबू पानी इसमें आपकी मदद कर सकता है। इसके साथ ही अगर आपको यह समस्या है तो अधिक वसा युक्त या तला भुना आहार खाने से बचे।
- कब्ज : कब्ज की स्थिति में फाइबर युक्त आहार लें जैसे फल, सब्जियां आदि। इसके साथ ही जितना अधिक हो सके, पानी पीएं।
- डायरिया : डायरिया होने पर थोड़ी- थोड़ी देर बाद हल्का आहार लें। केले, सफेद चावल, दलिया, खिचड़ी आदि इस दौरान लेना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
- हार्टबर्न: हार्टबर्न की स्थिति में पूरा दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कुछ न कुछ अच्छे से चबा कर खाएं। अधिक मिर्च-मसाले या कैफीन युक्त आहार को लेने से बचे। अपने भोजन के साथ तरल पदार्थों का सेवन भी करें। आप इस बारें में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
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क्या गर्भावस्था में कुछ भी खाने की इच्छा होना सामान्य है?
गर्भावस्था में खाने की इच्छा होना बेहद सामान्य है। हालांकि कुछ महिलाएं ऐसा महसूस करती हैं कि उन्हें इस दौरान कुछ खास खाना है और कुछ महिलाएं ऐसा महसूस ही नहीं होता। अगर आपके खाने की यह इच्छा पौष्टिक आहार से जुड़ी है और कभी-कभी होती है तो इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन कुछ महिलाओं को इस दौरान बर्फ, मिट्टी, राख आदि खाने की इच्छा होती है। यह चीजें आपके और आपके बच्चे के लिए हानिकारक हैं। ऐसा होना किसी पोषक तत्व की कमी की तरफ संकेत भी हो सकता है जैसे आयरन की कमी। इस स्थिति को पिका(Pica ) कहा जाता है। अगर ऐसा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह करें।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कच्चा पपीता के साथ ही मछली का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। मछली में मरकरी होता है जो होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं कच्चे पपीते का सेवन भी होने वाले बच्चे के लिए ठीक नहीं होता है। आप डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछें कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए। कुछ बातों का ध्यान रख आप प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन कर सकते हैं।
गर्भावस्था में सबसे आवश्यक बात यह है कि प्रेग्नेंसी के किसी भी समय डाइट न करें। अगर आपका वजन अधिक भी है तब भी डाइट के बारे में न सोचें। क्योंकि, इस समय आपके और आपके बच्चे को पर्याप्त नुट्रिएंट की आवश्यकता होती है। अगर आप डाइट करेंगी तो यह आपके और आपके शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
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