प्रेग्नेंसी में विटामिन और मिनरल की आवश्यकता होती है। यह न केवल आपके बल्कि आपके शिशु के विकास के लिए भी बेहद महवत्पूर्ण होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने का मां और शिशु पर क्या असर पड़ सकता है?
के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
प्रेग्नेंसी में विटामिन और मिनरल की आवश्यकता होती है। यह न केवल आपके बल्कि आपके शिशु के विकास के लिए भी बेहद महवत्पूर्ण होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने का मां और शिशु पर क्या असर पड़ सकता है?
हम सभी जानते हैं कि किसी भी अच्छी चीज के अत्यधिक सेवन से हानि पहुंच सकती है फिर चाहे वह शरीर के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्व ही क्यों न हों। भ्रूण के विकास के लिए न्यूट्रिएंट्स के सेवन की सलाह लगभग हर डॉक्टर देते हैं। प्रेग्नेंसी में विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए आप मल्टीविटामिन और न जाने क्या-क्या सप्लीमेंट्स नहीं लेती। लेकिन गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने से कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अक्सर एक से ज्यादा मल्टीविटामिन या अलग-अलग विटामिन की कई गोलियां लेने से जरूरत से ज्यादा विटामिन का सेवन हो सकता है। किसी भी प्रकार का विटामिन जरूरत से ज्यादा लेने पर टॉक्सिक हो सकता है। फिर चाहे वह कैल्शियम हो या आयरन। आयरन का गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा सेवन सबसे अधिक हानिकारक होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मल्टीविटामिन लेना जरूरी होता है लेकिन एक पर्याप्त मात्रा तक। हर विटामिन की एक अलग डोज (खुराक) होती है जिसके बारे में बेहतर रूप से जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना सबसे बेहतर होता है।
गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें। इस लेख में हम आपको आगे बताएंगे कि गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने से क्या होता है। साथ ही प्रेग्नेंसी में विटामिन की सही खुराक क्या होती है और ओवरडोज होने पर डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान शिशु की स्वस्थ वृद्धि और विकास के लिए न्यूट्रिशन बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इस स्थिति में आपको न केवल अपने लिए बल्कि शिशु की जरूरतों को पूरा करने के लिए विटामिन और मिनरल का सेवन करना होता है।
प्रेग्नेंसी में आपको प्रोटीन, आयरन, फोलेट और आयोडीन
नामक न्यूट्रिशन को अपने आहार में शामिल करने की आवश्यकता होती है।
विटामिन बी12 और विटामिन डी विशेष रूप से शिशु के नर्वस सिस्टम और हड्डियों के विकास में मदद करते हैं। आयरन अवशोषण के लिए विटामिन सी का सेवन करना लाभदायी होता है। अपने आहार में इन सभी विटामिन और मिनरल की पर्याप्त मात्रा लेने से मां और शिशु दोनों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
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विटामिन के सेवन के लिए निम्न नियमों को ध्यान में रखें :
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विटामिन के अधिक सेवन से बचने के लिए प्रतिदिन खुराक की मात्रा निम्न अनुसार रखें। 19 से 50 वर्ष की प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए विटामिन की सही खुराक –
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गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने के लक्षण सामान्य प्रेग्नेंसी के लक्षणों जैसे ही होते हैं। इसलिए इनकी पहचान कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। अगर आपने गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन का सेवन कर लिया है तो आपको प्रेग्नेंसी के सामान्य लक्षणों में थोड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यह बदलाव निम्न प्रकार के हो सकते हैं :
जरूरत से ज्यादा विटामिन के सेवन के लक्षण ऊपर दिए गए हैं लेकिन इसके अलावा भी कई और ऐसे संकेत हो सकते हैं जिनका यहां जिक्र नहीं किया गया हो।
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गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा विटामिन लेने के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर को संपर्क करें। तब तक उल्टी करने की कोशिश न करें जब तक मेडिकल चिकित्सक करने को न कहे। इस प्रकार की स्थिति में पैनिक न हों और धैर्य से काम लें।
चिकित्सक से संपर्क करने से पहले कुछ सवालों के जवाब की लिस्ट तैयार कर लें। डॉक्टर हो सकता है आपसे निम्न जानकारी मांगे :
जरूरत से ज्यादा विटामिन का सेवन करना बेहद हानिकारक और अनावश्यक होता है। किसी भी प्रकार की दवा या सप्लीमेंट को अधिक खा लेने से उसका प्रभाव बेहतर नहीं होता है। अमेरिकन प्रेग्नेंसी एसोसिएशन इस बात की सलाह देती है कि प्रेग्नेंसी या सामान्य रूप से भी विटामिन का उतना ही सेवन करें जितना आपके डॉक्टर द्वारा बताया गया है। हालांकि, विटामिन स्वास्थ्य के लिए महवत्पूर्ण होते हैं लेकिन गर्भावस्था में जरूरत से ज्यादा सेवन से हानिकारक भी।
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