के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
फोड़ा त्वचा पर पस से भरी हुई एक गांठ होती है, जो बेहद ही दर्दनाक होती है। त्वचा की सतह में बालों के रोम या जड़ों में इंफेक्शन से इसकी शुरुआत होती है। इससे त्वचा का यह हिस्सा लाल और ढीला होना शुरू हो जाता है। समय के हिसाब से त्वचा का यह हिस्सा सख्त होता है और ढीला होता जाता है। फोड़ा का केंद्र मुलायम और इंफेक्शन से लड़ने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं से भर जाता है। यह श्वेत रक्त कोशिकाएं ब्लड स्ट्रीम से इंफेक्शन खत्म करने के लिए आती हैं।
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श्वेत रक्त कोशिकाओं, बैक्टीरिया और प्रोटीन का इक्कट्ठा होना पस या मवाद कहलाता है। अंतिम रूप में यह पस एक मुंह तैयार करता है। फोड़ा के इस मुंह को सर्जरी के माध्यम से खोला जाता है या यह अचानक ही खुल जाता है और त्वचा की सतह से पस बाहर आ जाता है। यह पस एब्सेस (Abscess) नामक ऊत्तकों के भीतर होता है। इसे स्किन एब्सेस भी कहा जाता है। हालांकि, फोड़ा बॉडी में कहीं भी हो सकता है। यह बटक, ट्रंक, ग्रोइन, बगलों या अन्य हिस्सों में हो सकता है। आपको संख्या में एक ही बार में एक से अधिक फोड़ा हो सकता है। हालांकि, यह एक गंभीर स्थिति नहीं होती है और आसानी से इसका उपचार किया जा सकता है।
फोड़ा एक सामान्य समस्या है। फोड़ा महिला और पुरुष दोनों को हो सकता है। आमतौर पर फोड़ा किसी अन्य समस्या से संबंधित होता है। जिसका मतलब यह हुआ की किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या की वजह से आपको फोड़ा हो सकता है। इसकी विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी फोड़ा के कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके लक्षणों को लेकर चिंतित हैं तो फोड़ा की अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
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त्वचा में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के बालों की जड़ों या रोम को संक्रमित करने पर फोड़ा होता है। फोड़े का सबसे सामान्य बैक्टीरिया स्टेफायलोकोकुस एउरेउस (Staphylococus aureus) जो आमतौर पर त्वचा और नाक में पाया जाता है।
आमतौर पर फोड़ा बालों के रोम में बनता है और धीरे-धीरे त्वचा की गहरी परत को संक्रमित करने लगता है। यदि फोड़े के संक्रमित पस या मवाद के संपर्क में कोई अन्य व्यक्ति आता है तो फोड़ा अन्य लोगों को भी फैल सकता है। कुछ मामलों में त्वचा की चोट या घाव में फोड़ा बन सकता है, जिससे खरोंच या कीट के काटने पर बैक्टीरिया आसानी से त्वचा में प्रवेश कर जाता है।
फोड़े के अन्य लक्षण:
एल्कोहॉल की लत या डायबिटीज जैसी बीमारियां फोड़ा का खतरा बढ़ाती हैं, चूंकि ऐसी बीमारियों में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।
फोड़ा बदतर हो सकता है और रक्त में प्रवेश करके बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इससे गंभीर इंफेक्शन होने की संभावना होती है।
फोड़ा किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, इसमें एक हेल्दी व्यक्ति भी शामिल है। हालांकि, निम्नलिखित कारकों की वजह से फोड़ा का खतरा बढ़ता है:
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
डॉक्टर त्वचा के संक्रमण की जांच करके फोड़ा का पता लगाता है। इसके लिए डॉक्टर मवाद का एक सैंपल टेस्ट के लिए ले सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य तरीकों जैसे फिजिकल जांच से फोड़ा का पता लगाया जाता है।
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फोड़ा खुजली और हल्के दर्द की एक छोटी अवधि के बाद खुद ही ठीक हो सकता है। फोड़े के ज्यादा गंभीर मामलों में निम्नलिखित तरीकों से फोड़ा का इलाज किया जा सकता है:
गंभीर रूप से संक्रमित व्यक्ति के मामलों में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं की सलाह दे सकता है। हर परिस्थिति अलग हो सकती है। आपके लिए कौन सा इलाज बेहतर है, इसकी जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लेना उचित होगा।
निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको फोड़ा में राहत प्रदान करने में मदद करेंगे:
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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