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विटिलिगो से जुड़े मिथ्स : क्या आप भी विटिलिगो को मानते हैं छुआ-छूत की बीमारी?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 02/06/2021

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स : क्या आप भी विटिलिगो को मानते हैं छुआ-छूत की बीमारी?

    अपने आसपास आपने कई लोगों को विटिलिगो की समस्या से ग्रसित देखा होगा, जिसे आम भाषा में सफेद दाग के नाम से भी जाना जाता है। विटिलिगो (Vitiligo) की समस्या एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो त्वचा पर सफेद रंग के धब्बे छोड़ जाती है इस समस्या के बारे में कम जानकारी होने के कारण कुछ लोग इसे छुआछूत की बीमारी भी मानते हैं लेकिन यह सिर्फ एक मिथक है जब त्वचा के मेलानिन पिगमेंट में गड़बड़ी पैदा होती है, तो व्यक्ति को विटिलिगो की समस्या होती है आज हम विटिलिगो से जुड़े मिथ्स के बारे में बात करेंगे विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) के कारण आप इस समस्या से जुड़ी सही जानकारी नहीं हासिल कर पाते, इसलिए विटिलिगो के बारे में सही जानकारी होना बेहद जरूरी है आइए जानते हैं विटिलिगो से जुड़े मिथ्स के बारे में, लेकिन उससे पहले जानते हैं विटिलिगो के बारे में ये खास जानकारी

    क्या है विटिलिगो? (Vitiligo)

    विटिलिगो, जिसे आम भाषा में सफेद दाग कहा जाता है, यह समस्या त्वचा को रंग देने वाली मेलानिन पिगमेंट में समस्या होने पर होती है जब स्किन पिग्मेंटेशन (Skin pigmentation) में कमी होने लगती है, तो शरीर के कुछ हिस्सों का रंग सफेद होने लगता है विटिलिगो की समस्या में मेलेनिन बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती है, ऐसी स्थिति में शरीर पर सफेद दाग दिखाई देते हैंहालांकि विटिलिगो (Vitiligo) बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को स्किन कैंसर (Skin cancer) होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है, इसलिए इन लोगों को इस बारे में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती हैहालांकि विटिलिगो का एक सटीक इलाज अब तक नहीं मिल पाया है, इसलिए विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति को अपनी त्वचा को सूर्य की रोशनी से बचा कर रखना चाहिए आइए अब जानते हैं विटिलिगो के लक्षणों के बारे में

    विटिलिगो के लक्षण : ध्यान देना है बेहद जरूरी (Vitiligo Symptoms)

    जैसा कि हम पहले बता चुके हैं, विटिलिगो (Vitiligo) की समस्या किसी को भी हो सकती है शरीर का जो भाग धूप के संपर्क में सबसे ज्यादा आता है, जैसे हाथ, मुंह, पैर इत्यादि, उस भाग में इसके लक्षण पहले दिखाई देते हैंविटिलिगो के लक्षणों में – 

    ये सभी लक्षण दिखाई देते हैं हालांकि विटिलिगो (Vitiligo) की तकलीफ शरीर के अन्य भागों में भी हो सकती है, लेकिन जब विटिलिगो की तकलीफ शरीर के एक हिस्से को अपना शिकार बनाती है, तो उस स्थिति को सेगमेंट विटिलिगो (Segment vitiligo) कहा जाता है

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    विटिलिगो के कारण : न करें नज़रंदाज (Vitiligo Causes)

    विटिलिगो की समस्या कई कारणों के चलते हो सकती हैं, इसका सबसे पहला कारण है त्वचा के पिगमेंट प्रोड्यूसिंग सेल्स का खराब हो जानासाथ ही साथ कुछ और कारण भी हैं जिसकी वजह से विटिलिगो की तकलीफ देखी जा सकती है। इसमें इम्यून सिस्टम (Immune system) से जुड़े किसी डिसऑर्डर की वजह से स्किन में मौजूद मेलानोसाइट्स (Melanocytes) का नष्ट होना एक माना जाता है इसके अलावा फैमिली हिस्ट्री भी इसका एक कारण हो सकती है साथ ही सनबर्न, स्ट्रेस और इंडस्ट्रियल केमिकल्स के संपर्क में आने की वजह से भी विटिलिगो (Vitiligo) की तकलीफ हो सकती है

    अभी हमने जाना विटिलिगो के लक्षणों और कारणों के बारे में, अब बात करते हैं विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) के बारे में विटिलिगो (Vitiligo) से जुड़े मिथक आमतौर पर लोगों में देखे जाते हैं, जिसकी वजह से विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसलिए विटिलिगो से जुड़े मिथ्स के बारे में सही जानकारी होना बेहद जरूरी है

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    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स : पढ़ेंगे, तभी तो पाएंगे सही जानकारी!  (Vitiligo Myths and Facts)

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts)

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) – लोगों में विटिलिगो की समस्या जन्म से ही होती है, इसका एक कारण माता-पिता की अलग-अलग स्किन टोन (Skin tone) का होना भी हो सकता है। 

    विटिलिगो फैक्ट (Vitiligo Facts) – माता पिता के अलग-अलग स्किन टोन का विटिलिगो की तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है। जिन माता-पिता के त्वचा का रंग एक जैसा होता है, उनके बच्चों में भी विटिलिगो (Vitiligo) की समस्या देखी जाती है। 

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – गहरे स्किन टोन वाले लोगों में ही विटिलिगो की समस्या होती है

    विटिलिगो फैक्ट – यह एक मिथ अक्सर लोगों के दिमाग में होता हैलेकिन विटिलिगो की तकलीफ किसी भी स्किन टोन के साथ जन्मे व्यक्ति को हो सकती हैहालांकि डार्क स्किन कलर (Dark skin color) होने की वजह से ये उन लोगों में खासतौर पर दिखाई देती है

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो की समस्या त्वचा की बीमारियों जैसे स्किन कैंसर, लेप्रसी आदि से जुडी हुई होती है

    विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो की समस्या त्वचा की बीमारियों से बिल्कुल अलग है यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जो इम्यून सिस्टम पर अटैक करके उन कोशिकाओं को खत्म करता है, जो त्वचा के रंग को बनाने में मदद करती है हालांकि विटिलिगो (Vitiligo) की समस्या उन लोगों में खासतौर पर देखी जाती है जिनकी फैमिली में इस मेडिकल कंडीशन की हिस्ट्री रही हो

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    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो की तकलीफ कुछ खास खाद्य पदार्थों को खाने से बढ़ सकती है

    विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) में ये मिथ भी लोगों के बीच काफी चर्चित हैलेकिन विटिलिगो की समस्या का आपके खाने से कोई संबंध नहीं हैकिसी भी प्रकार का खाना विटिलिगो की तकलीफ को नहीं बढ़ाता

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो की समस्या की वजह से व्यक्ति को अन्य फिजिकल और मेन्टल डिसेबिलिटी (Mental disability) का सामना करना पड़ सकता है

    विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो की तकलीफ का आपकी अन्य शारीरिक और मानसिक समस्याओं से कोई लेना देना नहीं होता यह एक आम ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की तरह है, जिससे आम तौर पर लोग ग्रसित होते हैं हालांकि विटिलिगो (Vitiligo) से ग्रसित व्यक्ति को थोड़े थोड़े समय में डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए, जिससे इससे जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना ना करना पड़े

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो के दागों को दोबारा ठीक किया जा सकता है

    विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति में अक्सर यह मिथ देखा जाता है, लेकिन विटिलिगो का कोई इलाज नहीं है साथ ही इसकी वजह से आए स्किन पैचेज को ठीक नहीं किया जा सकताहालांकि इससे निपटने के लिए कुछ थैरेपीज का इस्तेमाल लोग आमतौर पर करते हैं, जिसमें यूवी लाइट थेरेपी (UV light therapy), सर्जिकल स्किन और सेल्यूलर क्राफ्ट्स, स्टेरॉइड्स इत्यादि का समावेश होता हैहालांकि स्किन कलर को बदलने से रोकने के लिए कुछ तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह कितने कारगर हैं इस पर अभी भी रिसर्च चल रही है। 

    विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो की समस्या छुआछूत की बीमारी होती है

    विटिलिगो फैक्ट – ये मिथ विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) में सबसे आम माना जाता हैइसकी वजह से विटिलिगो से ग्रसित लोगों को कई मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है लोगों को समझने की जरूरत है कि ये तकलीफ छुआछूत की बीमारी नहीं है और ना ही ये किसी तरह का संक्रमण हैयह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। इसलिए विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति के साथ एक आम व्यक्ति की ही तरह व्यवहार रखना चाहिए 

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    यदि आपके आसपास किसी व्यक्ति को विटिलिगो की तकलीफ है, तो आपको समझने की जरूरत है कि यह छुआछूत की बीमारी नहीं है, ना ही इससे किसी प्रकार का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता हैइसलिए विटिलिगो (Vitiligo Myths and Facts) से ग्रसित व्यक्ति के साथ समान व्यवहार करना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए। 

    डिस्क्लेमर

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