विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो की तकलीफ का आपकी अन्य शारीरिक और मानसिक समस्याओं से कोई लेना देना नहीं होता। यह एक आम ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की तरह है, जिससे आम तौर पर लोग ग्रसित होते हैं। हालांकि विटिलिगो (Vitiligo) से ग्रसित व्यक्ति को थोड़े थोड़े समय में डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए, जिससे इससे जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना ना करना पड़े।
विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो के दागों को दोबारा ठीक किया जा सकता है।
विटिलिगो फैक्ट – विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति में अक्सर यह मिथ देखा जाता है, लेकिन विटिलिगो का कोई इलाज नहीं है। साथ ही इसकी वजह से आए स्किन पैचेज को ठीक नहीं किया जा सकता। हालांकि इससे निपटने के लिए कुछ थैरेपीज का इस्तेमाल लोग आमतौर पर करते हैं, जिसमें यूवी लाइट थेरेपी (UV light therapy), सर्जिकल स्किन और सेल्यूलर क्राफ्ट्स, स्टेरॉइड्स इत्यादि का समावेश होता है। हालांकि स्किन कलर को बदलने से रोकने के लिए कुछ तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह कितने कारगर हैं इस पर अभी भी रिसर्च चल रही है।
विटिलिगो से जुड़े मिथ्स – विटिलिगो की समस्या छुआछूत की बीमारी होती है।
विटिलिगो फैक्ट – ये मिथ विटिलिगो से जुड़े मिथ्स (Vitiligo Myths and Facts) में सबसे आम माना जाता है। इसकी वजह से विटिलिगो से ग्रसित लोगों को कई मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों को समझने की जरूरत है कि ये तकलीफ छुआछूत की बीमारी नहीं है और ना ही ये किसी तरह का संक्रमण है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। इसलिए विटिलिगो से ग्रसित व्यक्ति के साथ एक आम व्यक्ति की ही तरह व्यवहार रखना चाहिए।
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यदि आपके आसपास किसी व्यक्ति को विटिलिगो की तकलीफ है, तो आपको समझने की जरूरत है कि यह छुआछूत की बीमारी नहीं है, ना ही इससे किसी प्रकार का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए विटिलिगो (Vitiligo Myths and Facts) से ग्रसित व्यक्ति के साथ समान व्यवहार करना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।