सोरायसिस- इंफ्लामेशन को कम करके और त्वचा कोशिका प्रसार की उच्च दर को सीमित करके यह सोरायसिस के इलाज में मदद करता है।
पिगमेंट कंडिशन (Pigment condition)
रेटिनॉइड्स उन सेल्स से एक्ट कर सकता है जो पिगमेंट्स को प्रोड्यूस करती हैं। इससे मेलाज्मा जैसी कंडिशन से राहत मिलती है। जिसमें स्किन पर अलग-अगल रंगों के पैचेस दिखाई देते हैं।
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कुछ प्रकार के कैंसर (Cancer)
अमेरिकन कैंसर सोसायटी ने नोट किया है कि कुछ प्रकार के स्किन कैंसर को कम करने में मददगार है। जिसमें कापोसी सार्कोमा और क्युटानेस सी सेल लिम्फोमा (Kaposi’s sarcoma and cutaneous T-cell lymphoma) शामिल हैं। हालांकि कैंसर के लिए ओरल रेटिनॉइड्स को प्रिस्क्राइब करना कंजेनाइटल डिसेबिलिटी का कारण बन सकता है। इसलिए डॉक्टर हाय रिस्क होने पर ही इन्हें प्रिस्क्राइब करते हैं।
हेयर रिमूवल के बाद होने वाले स्किन इरिटेशन के लिए भी रेटिनॉइड्स का उपयोग किया जाता है। यह उन ट्रीटमेंट ऑप्शन में से एक है जो रिलीफ प्रदान करते हैं।
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रेटिनॉइड्स के उपयोग से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? (Retinoids side effects)
रेटिनॉइड्स का उपयोग कुछ कंडिशन के इलाज में किया जाता है, लेकिन लोगों को इसका उपयोग करते वक्त सावधानियां रखनी चाहिए। यह स्किन इरिटेशन का कारण बन सकता है खासकर उन लोगों में जिनको स्किन एलर्जीज, ड्राय स्किन और सेंसिटिव स्किन की शिकायत होती है। रेटिनॉइड्स प्रोडक्ट का यूज करने से पहले डॉक्टर की राय लेना जरूरी है। लंबे समय तक इनके हाय डोज का उपयोग करने से इस प्रकार की स्किन इरिटेशन हो सकती है।
निम्नलिखित दुर्लभ दुष्प्रभाव 10% से कम लोगों में होते हैं: