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डिश वॉश लिक्विड से क्या त्वचा को नुकसान पहुंचता है?

डिश वॉश लिक्विड से क्या त्वचा को नुकसान पहुंचता है?

खाना खाने के लिए जितना जरूरी भोजन है, उतना ही जरूरी होता है खाने का बर्तन। खाने के बर्तन को खाने के बाद साफ जरूर करते हैं। अगर हम आपसे एक सवाल पूछे कि आप बर्तन क्यों साफ करते हैं? तो आपका जवाब होगा कि जूठे बर्तन पर बैक्टीरिया और इंफेक्शियस चीजें पैदा हो सकती है, इसलिए उन्हें साफ करना जरूरी होता है। बेशक आपका जवाब सही हो, लेकिन क्या आपको पता है कि आपका डिश वॉश लिक्विड, डिशवॉशिंग साबुन या डिश डिटर्जेंट आपको बीमार कर सकता है? जी हां आपके डिश वॉश लिक्विड में ऐसे केमिकल होते हैं, जो आपके खाने के साथ शरीर में पहुंच सकते हैं। 

इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे की कुछ हानिकारक केमिकल के बारे में बताएंगे, जो आपके बर्तनों से होते हुए आपके शरीर में पहुंचती है। वहीं, आप कुछ नेचुरल बर्तन धोने के तरीकों के बारे में भी जानेंगे। 

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डिश वॉश लिक्विड क्या है? (Dish wash liquid)

बाजार में आजकल डिश वॉश लिक्विड, डिश वॉश बार, डिशवॉशिंग साबुन या डिश डिटर्जेंट आदि बर्तन साफ करने के लिए मिलते हैं। विज्ञापनों में दिखाता है कि इस डिश वॉश लिक्विड या बार में नींबू है, लेकिन सच में नींबू होता है या सिर्फ नींबू की खूशबू होती है। आपका डिश वॉश लिक्विड फोमिंग एजेंट, परफ्यूम और एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल इंग्रीडिएंट्स से मिल कर बना होता है। लेकिन कुछ ऐसे एक्टिव एजेंट्स मिले रहते हैं, जो हमारे सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जब आप डिश वॉश लिक्विड से बर्तन को साफ करते हैं तो वह बर्तनों से पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता है और उस पर एक पर्थ के रूप में जम जाता है। फिर जब हम उन बर्तनों में खाना खाते हैं तो वह हमारे भोजन के द्वारा हमारे शरीर में चला जाता है।

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डिश वॉश लिक्विड और साबुन में कौन से कैमिकल्स होते हैं?

डिश वॉश साबुन में पांच ऐसे हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं, जो हमारी त्वचा से लेकर सेहत तक को निकसान पहुंचा सकते हैं :

सोडियम लॉरेथ सल्फेट (SLES)

डिश वॉश साबुन या लिक्विड में सोडियम लॉरेथ सल्फेट मिला होता है। सोडियम लॉरेथ सल्फेट एक ऐसा इंग्रिडिएंट है जो टॉयलेट क्लीनर में भी मिला होता है।सोडियम लॉरेथ सल्फेट एक फोमिंग एजेंट के रूप में बर्तन धोने के लिक्विड में इस्तेमाल होता है। सोडियम लॉरेथ सल्फेट बर्तनों से चिपचिपा ग्रीस निकालने में मदद करती है। लेकिन जब हम बर्तन को डिशवॉश लिक्विड से साफ करते हैं तो ये हमारे त्वचा द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। जिससे त्वचा पर एलर्जिक रिएक्शन और रैशेज हो सकते हैं। साथ ही हाथों की त्वचा भी खुरदुरी हो सकती है। 

ट्राईक्लॉसैन (Triclosan)

ट्राईक्लॉसैन डिश वॉश लिक्विड का एक एक्टिव एजेंट है। ट्राईक्लॉसैन एक एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल एजेंट होता है। इस एजेंट को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा बैन भी कर दिया गया है। क्योंकि ट्राईक्लॉसैन कोशिका में पहुंच कर माइटोकॉन्ड्रिया को प्रभावित करता है। वहीं, पहले ट्राईक्लॉसैन का इस्तेमाल टूथपेस्ट में भी किया जाता था, लेकिन बाद में इसे बंद करा दिया गया। लेकिन भारत में अभी भी ट्राईक्लॉसैन का इस्तेमाल डिश वॉश लिक्विड में किया जाता है। 

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फॉस्फेट (Phosphates)

बर्तन धोने के लिक्विड में फॉस्फेट पाया जाता है। जो बर्तन धोने के बाद पानी में घुल कर जमीन के अंदर पहुंचता है और हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, इसके साथ ही कई तरह के जलीय जीवों के लिए जानलेवा भी होता है। 

इथाइलिनडाइएमिनेटेट्रैक्टिक एसिड (EDTA)

इथाइलिनडाइएमिनेटेट्रैक्टिक एसिड डिशवॉश लिक्विड में एक फोमिंग एजेंट की तरह काम करता है। ये बर्तनों की चिकनाहट को हटाने के काम आता है। वहीं, ये त्वचा की कोशिकाओं द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है, जिससे त्वचा खुरदुरी हो सकती है। 

फॉर्मेल्डिहाइड (Formaldehyde)

फॉर्मेल्डिहाइड के इस्तेमाल के लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने प्रतिबंध लगा रखा है। फॉर्मेल्डिहाइड का इस्तेमाल मछलियों के प्रीजर्व करने में किया जाता है। फॉर्मेल्डिहाइड सेहत के लिए एक हानिकारक केमिकल है। ये कई तरह के कैंसर को उत्पन्न कर सकता है। इसलिए इस सरकार की तरफ से बैन कर दिया गया है। फॉर्मेल्डिहाइड का डायल्यूट रूप फॉर्मालिन होता है, जो कि कई डिश वॉश साबुन में पाया जाता है। 

अमोनिया (Ammonia)

अमोनिया डिश डिटर्जेंट में पाए जाने वाला एक केमिकल है, जो ब्लीच के साथ मिल कर एक जहरीली गैस बनाता है। वहीं, अमोनिया त्वचा और श्वसन तंत्र के लिए हानिकारक होता है। साथ ही आंखों से संबंधित समस्याओं को भी उत्पन्न करता है। 

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बर्तन धोने के लिए डिश वॉश लिक्विड का विकल्प क्या है? (Natural Dish wash liquid)

जरा पुराने जमाने में चलिए, जब भारत के गांवों में ना कोई डिश वॉश लिक्विड था और ना ही डिश वॉश साबुन। उस समय लोग मिट्टी और राख से बर्तन धुला करते थे। त्वचा और सेहत दोनों के लिए सही था। अभी हम कुछ ऐसे ही विकल्पों के बारे में जानेंगे, जिन्हें हम डिश वॉश लिक्विड से रिप्लेस कर सकते हैं :

राख, नींबू और विनेगर से बनाएं नैचुरल डिश डिटर्जेंट (Ash, Lemon and Vinegar)

डिश वॉश लिक्विड

किसी भी तरह के बर्तन के लिए आप राख का इस्तेमाल कर सकते हैं। राख नेचुरल स्क्रबर का काम करती है, जिससे किसी भी बर्तन की चिकनाहट निकल जाती है। आप राख में नींबू और विनेगर मिला कर एक पेस्ट तैयार करें। फिर इससे बर्तनों को साफ करें। कोशिश करें कि बर्तनों को गर्म पानी से साफ करें। बर्तन पर दो से तीन मिनट तक इस पेस्ट को रगड़ने से बर्तन साफ हो जाएगा। ये एक नेचुरल डिश डिटर्जेंट है।

नमक (Salt) और एल्कोहॉल (Alcohol) से बनाएं डिश वॉश लिक्विड 

नमक बर्तनों से जिद्दी दागों को हटाने में मददगार साबित हो सकता है। बर्तन की चिकनाहट को हटाने के लिए आप नमक को बर्तन में लगा कर कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें, फिर रगड़ कर साफ करें। इसके अलावा आप 1:4 के अनुपात में एल्कोहॉल को मिला कर बर्तन को साफ करें। 

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नारियल के फाइबर और विनेगर से साफ करें बर्तन (Natural Dish Wash Liquid)

नारियल के बाहर जो रेशे जैसा छिलका होता है, उसे नारियल का फाइबर कहते हैं। बर्तन में विनेगर को थोड़े देर के लिए लगा कर दस मिनट के लिए छोड़ दें, फिर उस पर डिटर्जेंट डाल कर नारियल के फाइबर से रगड़ें। इससे बर्तन प्रभावी रूप से साफ होंगे और चिकनाहट भी खत्म हो जाएगी। 

बेकिंग सोडा और नींबू (Baking Soda And Lemon)

नींबू और बेकिंग सोडा बर्तन साफ करने का एक अच्छा कॉम्बिनेशन है। नींबू को प्राकृतिक ब्लीच के रूप में जाना जाता है। वहीं, बेकिंग सोडा फ्रैगनेंस के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आप बेकिंग सोडा में नींबू को मिला कर बर्तन को साफ करें, थोड़े ही समय में बर्तन की चिकनाहट खत्म हो जाती है। साथ ही बर्तन भी चमकने लगते हैं। वहीं, नींबू बर्तन को डिसइंफेक्ट कर देता है। 

चावल का पानी है नैचुरल डिश वॉश लिक्विड (Rice Water is a natural Wash Liquid)

चावल का पानी बर्तनों से तेल की चिकनाहट को हटाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। चावल को पकाते समय ज्यादा पानी डालें और फिर थोड़ी देर बाद बचा हुआ पानी चावल से निकाल लें। इसके बाद आप इस पानी को बर्तनों में लगा कर 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद रगड़ कर साफ करने पर बर्तन साफ हो जाते हैं। 

इस तरह से आप केमिकल वाले डिश वॉश लिक्विड से खुद को बचा सकते हैं। आप घर पर ही नेचुरल डिश वॉश लिक्विड या डिश वॉश साबुन का प्रयोग कर के खुद को औप अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। उम्मीद है कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

FSSAI banned Formaldehyde https://fssai.gov.in/upload/advisories/2019/06/5cfe3cfa54f82Direction_Limit_Fisheries_Product_10_06_2019.pdf Accessed on 14/5/2020

A comparative study to evaluate liquid dish washing soap as an alternative to xylene and alcohol in deparaffinization and hematoxylin and eosin staining https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4196369/ Accessed on 14/5/2020

Improvement in the Safety of Use of Hand Dishwashing Liquids Through the Addition of Hydrophobic Plant Extracts https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5055909/ Accessed on 14/5/2020

Effectiveness of dishwashing liquids in removing chlorothalonil and chlorpyrifos residues from cherry tomatoes. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/23601120 Accessed on 14/5/2020

Effects of alkalinity of household dishwashing liquids on hand skin. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/11553119 Accessed on 14/5/2020 

Current Version

27/04/2021

Shayali Rekha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Manjari Khare


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

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Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 27/04/2021

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