शवासन करना बहुत ही आसान है क्योंकि, इसमें एक जगह केवल लेटना ही होता है। इस आसन को करने वाले की पोजीशन मृत शरीर की तरह होती है इसलिए, इसका नाम शवासन है। आंखों की रोशनी के साथ-साथ हमारे मस्तिष्क के लिए भी यह आसन उपयोगी है।
कैसे करें?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं
- अपने मन को शांत रखें और पैरों के बीच थोड़ा फासला रखें।
- अपने हाथों को अपने शरीर के बगल में रख लें।
- आपका शरीर इस दौरान पूरा ढीला होना चाहिए।
- इस आसन के दौरान आपको बिलकुल भी हिलना-डुलना नहीं है।
- कुछ देर के लिए इसी मुद्रा में रहे और उसके बाद इससे बाहर आ जाएं।
आंखों के लिए योग 7. त्राटक
आंखों के लिए योग में इस व्यायाम को करने के लिए आप एक मोमबत्ती के आगे ध्यान की मुद्रा में बैठ जाएं। मोमबत्ती को अपनी छाती जितनी ऊंचाई के बराबर और सामने की दिशा में एक हथेली की दूरी पर रखें। इसकी लौ स्थिर होनी चाहिए। कुछ देर तक इस लौ को एकाग्रता से देखें और फिर धीरे से अपनी आंखें बंद कर लें। अब उस तस्वीर पर अपना ध्यान केंद्रित करें ,जो बंद आंखों से आपके सामने बन रही हो। इस व्यायाम को तीन बार दोहराएं। आप त्राटक का अभ्यास काले कागज पर सफेद पॉइंट या सफेद कागज पर काले पॉइंट के साथ भी कर सकते हैं। यह व्यायाम आंखों को साफ़ करता है और इसके साथ ही आंखों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आंखों की रोशनी और याददाश्त बढ़ाने में भी यह व्यायाम काफी कारगर है। इससे एकाग्रता बढ़ती है इसलिए स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह व्यायाम विशेष रूप से लाभदायक है।
इन योग क्रियाओं और योगासनों के अलावा अनुलोम-विलोम प्रणायाम भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इन सबसे आंखों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आंखों के स्वास्थ्य के लिए अपने आहार पर भी ध्यान दें। आपकी आंखों को कोई नुकसान न हो, इसके लिए पूरी सावधानियां बरतें क्योंकि स्वस्थ आंखों से हम इस खूबसूरत दुनिया को देख सकते हैं।