2018 से पूरा विश्व वर्ल्ड बाइसिकल डे मनाने लगा है और 2020 में यह तीसरी बार इस दिन को सेलिब्रेट किया जाएगा। भारत की बात की जाए, तो कुछ सालों पहले यहां के अधिकतर लोगों के पास सिर्फ साइकिल ही होती थी, जिसे वह आने-जाने के लिए या सामान लाने के लिए इस्तेमाल करते थे। लेकिन, समय महंगा और टेक्नोलॉजी सस्ती होने के साथ-साथ कार और मोटरसाइकिल लोगों की जरूरत बनता गया। साइकिल चलाने से न केवल नॉइज पॉल्यूशन, ट्रैफिक और एयर पॉल्यूशन कम होता है, बल्कि इससे आपके स्वास्थ्य को काफी फायदे भी प्राप्त होते हैं। तो आइए, जानते हैं कि रोजाना साइकिल चलाने से क्या-क्या साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) मिलते हैं।
और पढ़ें: व्हील चेयर योग: अपनी डिसेबिलिटी का ना बनने दें रुकावट! हेल्दी रहने के लिए ट्राय करें ये योग
साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) पाने के लिए क्या कार या बाइक छोड़ दें?
आजकल समय की मांग और जरूरत है कि, आप पुराने समय की तरह साइकिल को अपने आने-जाने का जरिया नहीं बना सकते। हालांकि, कुछ मामलों में यह संभव भी है, यदि आपका ऑफिस पास हो या आपको आसपास ही जाना हो। लेकिन, अगर आपके लिए साइकिल को अपने जीवन का अंग बनाना संभव नहीं है, तो आप इसे अपने वर्कआउट का अंग जरूर बना सकते हैं। इसके लिए आप, रोजाना सिर्फ 30 मिनट साइकिल चला सकते हैं और अगर आप बाहर भी नहीं जाना चाहते, तो आप इंडोर साइकलिंग भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको मिलने वाले साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) कम नहीं होंगे और आप कई बीमारियों से दूर रहते हुए, फिट भी हो जाएंगे।
और पढ़ें: स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के दौरान सावधानी रखना है जरूरी, स्ट्रेच करने से पहले जानें ये बातें
साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) क्या हैं?
साइकिल चलाने से आपको निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं, जैसे-
साइकिल चलाने से वजन होगा कम
साइकिल चलाने से आप अपना ओवर वेट कम कर सकते हैं, मतलब यह है कि यदि आप कार या बाइक की जगह साइकिल चलाते हैं, तो खर्चे के साथ-साथ शरीर का अतिरिक्त फैट भी कम कर पाएंगे। साइकिल चलाने से आपका मेटाबॉलिक रेट (Metabolic rate) बढ़ता है, मसल्स मजबूत होती हैं और शरीर का फैट और अतिरिक्त कैलोरी बर्न होता है। इसके अलावा, आप अपने वर्कआउट रुटीन के हिसाब से साइकलिंग की इंटेंसिटी बढ़ा या घटा भी सकते हैं।
मधुमेह नियंत्रण (Diabetes control)
आजकल डायबिटीज (Diabetes) आम स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, लेकिन इसके आम होने से इसकी गंभीरता और खतरा कम नहीं हो जाता। इसके साथ ही, यह कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन जाती है। लेकिन, कई रिसर्च में पाया गया है कि, जो लोग रोजाना कम से कम 30 मिनट साइकिल चलाते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) का खतरा 40 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
और पढ़ें: ये स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कमर दर्द से दिलाएंगी छुटकारा
साइकलिंग बेनेफिट्स – दिल का स्वास्थ्य (Heart health)
हार्ट अटैक (Heart attack), हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), स्ट्रोक (Stroke) आदि दिल संबंधी बीमारियों में साइकिल चलाना काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि, साइकिल चलाने से आपके शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है और शरीर में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा पहुंच पाती है। इससे दिल का स्वास्थ्य बेहतर हो जाता है और आप दिल संबंधी कई बीमारियों से बचे रहते हैं।
साइकिल चलाने (Cycle benefits) से हड्डियां होती हैं मजबूत
साइकलिंग करने से शरीर की स्ट्रेंथ, कॉर्डिनेशन और बैलेंस बेहतर होता है और इसके अलावा, हमारी हड्डियां भी मजबूत होती हैं। हड्डियां मजबूत होने से आपको फ्रैक्चर, हड्डियों में दर्द, हड्डियां कमजोर होने जैसी समस्या नहीं होती। इसके अलावा, साइकिल ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoporosis) जैसी समस्या में भी प्रभावशाली रहती है, क्योंकि इससे आपके जोड़ों पर बहुत कम असर पड़ता है।
दिमाग रहता है शांत
कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि, साइकिल चलाने से दिमाग शांत रहता है और अवसाद, चिंता और तनाव जैसी मानसिक समस्याएं दूर रहती हैं। क्योंकि, यह एक्सरसाइज करते हुए शरीर में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन बेहतर रहता है और दिमागी स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) से आप फ्रेश भी महसूस कर सकते हैं।
और पढ़ें: लॉकडाउन में वजन नियंत्रण करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
हर उम्र के लोगों के लिए प्रभावशाली
दूसरी एक्सरसाइज से अलग, साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) किसी भी उम्र के लोग ले सकते हैं। क्योंकि, यह सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है, चाहे बच्चे हों, बड़े हों या बुजुर्ग, चाहे महिला हो या पुरुष, हर कोई रोजाना साइकलिंग कर सकता है।
एरोबिक वर्कआउट (Aerobic workout) की तरह है साइकलिंग
एक्सपर्ट साइकिल चलाने को एरोबिक वर्कआउट (Aerobic workout) की तरह प्रभावशाली मानते हैं, क्योंकि इसमें एक साथ ही आपके दिल (Heart), दिमाग (Brain) और रक्त वाहिकाओं (Blood vessels) को फायदा पहुंचता है। इससे आपके शरीर में एंडोर्फिन (Endorphin) भी रिलीज होता है, जिससे आपको अच्छा फील होने लगता है।
और पढ़ें: अकेले एक्सरसाइज करना बोरिंग लगता है? जानिए ग्रुप एक्सरसाइज बेनिफिट्स के बारे में
साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) पाने के लिए इन टिप्स का भी रखें ध्यान
साइकलिंग को बेहतर और प्रभावशाली बनाने के लिए आप कुछ टिप्स की मदद ले सकते हैं, जिससे यह वर्कआउट आपके लिए और बेनिफिशियल बन जाएगा और आपके शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। जैसे-
- साइकिल चलाते हुए इसकी इंटेंसिटी काफी महत्वपूर्ण बात है। क्योंकि, अगर आप अपना वेट कम (Weight loss) करना चाहते हैं, तो आपको इसकी इंटेंसिटी बढ़ानी होगी और थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। रेजिस्टेंट बैंड आदि की मदद से साइकलिंग को और प्रभावशाली बनाया जा सकता है।
- साइकलिंग करने से पहले कुछ खा लेना चाहिए, जिससे आपके शरीर को पर्याप्त ताकत और ऊर्जा मिलती रहे। वजन कम (Weight loss) करने के लिए जरूरी नहीं कि, आप खाना छोड़ दें। बल्कि आपको फैट (Fat) वाले आहार (Diet) से दूर रहकर पौष्टिक खानपान (Healthy food) का ध्यान रखना चाहिए।
- साइकलिंग वर्कआउट को और दिलचस्प बनाने के लिए आप इसमें बदलाव कर सकते हैं। जैसे- अपहिल साइकलिंग, रेस राइड, स्ट्रेंथ राइड आदि फॉर्म को आप अपना सकते हैं।
- वेट कम करना हो या फिर शारीरिक स्ट्रेंथ (Strength) बढ़ानी हो, आपको एक्सरसाइज के लिए डायट (Diet) का ध्यान भी रखना चाहिए। आप फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें और अतिरिक्त फैट व जंक फूड से दूर रहें।
और पढ़ें: ऑफिस में लगातार बैठकर काम करने से बढ़ता है वजन, फॉलों करें ये टिप्स
साइकलिंग बेनिफिट्स के लिए सेफ्टी टिप्स (Safety tips for Cycling)
साइकलिंग करते हुए आपको कुछ सेफ्टी टिप्स का भी ध्यान रखना चाहिए, जिससे आप किसी दुर्घटना से बचाव कर सकते हैं। जैसे-
- साइकिल चलाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें, कि आपकी साइकिल पूरी तरह से सही है और उसमें किसी तरह की खराबी न हो। जैसे- उसके ब्रेक, बैलेंस (Balance) आदि सही हो।
- साइकिल चलाते हुए हेलमेट पहनना आवश्यक है। इससे किसी भी दुर्घटना या सिर में चोट से बचा जा सकता है। क्योंकि, सिर की चोट काफी गंभीर हो सकती है और आपकी जिंदगी पर काफी बुरा असर डाल सकती है।
- साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) प्राप्त करने के लिए एक सेफ रूट का चुनाव करें, जिस पर ट्रैफिक कम रहता हो। इससे आप अपने वर्कआउट की इंटेंसिटी आदि पर अच्छी तरह ध्यान दे सकते हैं।
साइकलिंग बेनिफिट्स (Cycle benefits) से जुड़े फायदे या आपको कितनी साइकलिंग करनी चाहिए यह जानकारी एक्सपर्ट्स से लें। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
[mc4wp_form id=”183492″]
[embed-health-tool-heart-rate]