कहते हैं ‘दी की टू हेल्दी लाइफ इज हेविंग ए हेल्दी माइंड’ (The key to a healthy life is having a healthy mind)। हेल्दी माइंड ही आपके हेल्दी लाइफ की कुंजी है। इसलिए दिमाग को स्वस्थ्य रखना बेहद जरूरी है। हेल्दी ब्रेन के लिए हेल्दी खान-पान के साथ ही दिमाग तेज करने की औषधि की भी आवश्यकता पड़ती है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, ठीक वैसे ही बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी मेमोरी को भी नुकसान होता है या सोचने-समझने की क्षमता पर भी कम हो सकती है। जिससे दिमाग कमजोर होना शुरू हो जाता है। एक हेल्दी ब्रेन उसे कहते हैं, जो सामान्य स्तर पर क्रिया करता है जैसे कि मेमोरी और बॉडी के मूवमेंट्स सामान्य होना। आज हम ऐसे ही हर्बस के बारे में जानेंगे जो ब्रेन को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। इनका इस्तेमाल हम दिमाग तेज करने की औषधि के तौर पर भी कर सकते हैं।
और पढ़ें : ब्रेन एक्टिविटीज से बच्चों को बनाएं क्रिएटिव, सीखेंगे जरूरी स्किल्स
सवाल
ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए प्राकृतिक उपाय क्या हो सकते हैं?
जवाब
1. शंखपुष्पी (कन्वोलवुलस प्लुरिकालिस) है तेज दिमाग की औषधि
शंखपुष्पी (Shankhpushpi) को मस्तिष्क का टॉनिक कहा जाता है। ये याददाश्त तेज करता है। मस्तिष्क की गतिविधियां भी प्रभावित करता है। सिरदर्द और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को भी कम करता है। साथ ही, ये मन को शांत रखता है और तंत्रिका तंत्र को मजबूत करके लंबी उम्र प्रदान करता है। आयुर्वेद से जुड़े हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो शंखपुष्पी को दिमाग तेज करने का टॉनिक माना जाता है। इसके सेवन से बढ़ती उम्र में होने वाली भूलने की समस्या से भी बचा जा सकता है। वहीं इसके सेवन से तानव, डिप्रेशन या चिंता जैसी अन्य मानसिक परेशानियों का समाधान किया जा सकता है। तेज दिमाग के लिए शंखपुष्पी इसलिए गुणकारी माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-डायबिटिक और कार्डियोप्रोटेक्टिव जैसे तत्व मौजूद होते हैं। इनसभी पौष्टिक तत्वों के अलावा इसमें अल्कालॉइड, फ्लेवोनॉइड और फेनोलिक्स जैसे लाभकारी तत्व मौजूद होते हैं। दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल शंखपुष्पी टैबलेट, शंखपुष्पी पाउडर, शंखपुष्पी एक्सट्रैक्ट, सीरप या रस का सेवन किया जा सकता है
और पढ़ें : सिर्फ प्यार में नींद और चैन नहीं खोता, हर उम्र में हो सकती है ये बीमारी
2. मस्तिष्क को तेज रखने का राज छुपा है मुलेठी में
दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल है मुलेठी (Liquorice), जो स्वाद में मीठी होती है। इसमें कैल्शियम, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक्स और प्रोटीन मौजूद होता है। यह तनाव कम करने वाली औषधि है, जो हमें स्ट्रेस फ्री रहने में मददगार है, जिससे ब्रेन भी हेल्दी रहता है। आपको किसी भी मुश्किल स्थिति में मन को शांत बनाए रखने में भी मुलेठी काफी लाभदायक मानी जाती है। ये नर्वस सिस्टम के ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाती है। बच्चों से लेकर ये वयस्कों के दिमाग को भी तेज करने की दवा और कारगर औषधि होती है। मुलेठी के एक्सट्रेक्ट, पाउडर या फिर मुलेठी से बनी चाय का सेवन भी लाभकारी हो सकता है।
3. मण्डूकपर्णी (गोटू कोला) (ब्राह्मी बूटी)
गोटू कोला नर्व को डैमेज होने से रोकने में मदद करता है। मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल बुध्दि और ज्ञान बढ़ाने के लिए ही किया जाता है। अल्जाइमर डिजीज को रोकने के लिए और अनिद्रा की समस्या दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही डिप्रेशन दूर करने में भी यह मददगार होता है। शोध के अनुसार ब्राह्मी बूटी के कैप्सूल का सेवन करने से लोगों में समझने, सीखने और पहचानने की क्षमता बेहतर होती है। दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल ब्राह्मी बूटी को आयुर्वेद में अमृत माना गया है। दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल मण्डूकपर्णी के के पाउडर या टैबलेट का सेवन किया जा सकता है।
4. ब्राह्मी (बाकोपा मोंनिरी)
ब्राह्मी कॉर्टिसोल लेवल को कम करता है जो की एक स्ट्रेस हार्मोन होता है। इसे ‘ब्रेन बूस्टर’ के नाम से भी जाना जाता है जिसे आप दिमाग तेज करने की दवा भी कह सकते हैं। ब्राह्मी आयुर्वेदिक और दिमाग तेज करने की दवा के साथ उम्र बढ़ाने में भी मददगार होता है। अल्जाइमर डिजीज में ये टॉनिक की तरह काम करता है। ये ब्रेन की पावर और मेंटल कैपेसिटी भी बढ़ाता है। इसलिए दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल ब्राह्मी का सेवन करना लाभकारी माना जाता है।
और पढ़ें : Brain Aneurysm : ब्रेन एन्यूरिज्म (मस्तिष्क धमनी विस्फार) क्या है?
5. अश्वगंधा
अश्वगंधा (Withania somnifera) में भी एंटीस्ट्रेस गुण होते हैं, जो मस्तिष्क के लिए लाभकारी माना जाता है। अश्वगंधा अनिद्रा में भी काफी लाभकारी होता है। ब्रेन को न्यूट्रिशन देकर उसकी हेल्थ सुधारने में भी मदद करता है। दरअसल अश्वगंधा का प्राचीनकाल से ही तनाव को दूर करने के लिए किया जा रहा है। इसके सेवन से स्ट्रेस हॉर्मोन को कम किया जा सकता है। आयुर्वेद हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो अश्वगंधा चूर्ण का सेवन दूध के साथ करना लाभदायक होता है। अश्वगंधा कैप्सूल का भी सेवन किया जा सकता है।
6. जिंको बाईलोबा
जिंको बाइलोबा (Ginkgo Biloba) पुरे विश्व में सबसे पुरानी औषधि मानी जाती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार इसके सेवन से मस्तिष्क तेज रहता है। टेक्सिकोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल हेल्थ जर्नल के अनुसार जिंको बाइलोबा में विटामिन-सी के साथ सेवन करना लाभकारी माना जाता है। इसके सेवन से मेंटल डिसऑर्डर को भी ठीक किया जा सकता है।
7. कैलामस
कैलामस (calamus) को स्वीट फ्लैग के नाम से भी जाना जाता है। मस्तिष्क को तेज करने की औषधि में शामिल कैलामस के जड़ का सेवन शहद के साथ करना लाभकारी होता है।
और पढ़ें : Calea Zacatechichi: कैलिया जकाटेचिचि क्या है ? जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट
दिमाग तेज करने की औषधि में शामिल ऊपर बताये गए हर्ब्स का सेवन लाभकारी हो सकता है, लेकिन कुछ बातों को ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
- किसी भी हर्ब्स या हर्बल सप्लीमेंट्स के सेवन से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।
- अगर किसी डिजीज या क्रोनिक डिजीज से पीड़ित हैं, डॉक्टर से अवश्य पूछें।
- हर व्यक्ति के शरीर की बनावट अलग होती है। इसलिए एलर्जी की संभावना बनी रहती है।
- हेल्थ एक्सपर्ट को छोड़ किसी अन्य व्यक्ति के सलाह से किसी भी औषधि का सेवन न करें।
- अगर कोई व्यक्ति कीमोथेरिपी ले रहें हैं, तो उन्हें इन हर्ब्स का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनके सेवन से कीमोथेरिपी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। अगर किसी कारण आप इनका सेवन करना चाहते हैं, तो अपने हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।
अगर आप दिमाग तेज करने की औषधि से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
[embed-health-tool-bmi]