बच्चे हर चीज के लिए जिद करने की आदत पैदा होने के साथ ही पाल लेते हैं। जो भी चीज वह सोच लें, वो उन्हें मिलनी ही चाहिए। इसके लिए या तो वह रोकर आसमान सिर पर उठा लेते हैं या माता—पिता के गुस्से से डर कर अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं।
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खिलौनों से तनाव (Stress)
छोटे बच्चों में डिप्रेशन का एक कारण खिलौना भी हो सकता है। यदि किसी बच्चे का खिलौना मां या बाप घर में आए किसी अन्य बच्चे को दे दें, तो यह भी उनके तनाव का कारण बन जाता है। या तो पहले ही वह खिलौना नहीं देने की पुरजोर कोशिश करते हैं। यदि किसी तरह दूसरे बच्चे को खिलौना दे दिया गया हो तो वह बच्चा जब तक खिलौना न लौटा दे तब तक उसी की टेंशन में रहते हैं। कई बच्चों में खुद के खिलौनों को इतना डर होता है कि वह उस खिलौने को हमेशा अपने पास रखने लगते हैं।
टीचर या स्कूल से डिप्रेशन
यदि स्कूल में टीचर या दूसरे बच्चे सही से पेश न आ रहे हो तो भी बच्चे में डिप्रेशन हो सकता है। यदि बच्चा स्कूल जाने से मना करे तो एक बार कारण जरूर पता कर लें।
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छोटे बच्चों में डिप्रेशन (Depression in Children)से बचाने के लिए क्या कर सकते हैं माता—पिता?
छोटे बच्चों में डिप्रेशन की परेशानी न हो इसलिए पेरेंट्स निम्नलिखित टिप्स अपना सकते हैं। जैसे:
- बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार एक्टिविटी में हिस्सा लेने के लिए बढ़ावा दें। यदि वह ऐसा नहीं कर रहा तो वजह जानकर उसे सुलझाने की कोशिश करें।
- योगासन या एक्सरसाइज से बच्चे को जोड़ें।
- उठने—सोन से लेकर पढ़ने, खेलने व खाने का समय निर्धारित करें।
- हो सके तो बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित करें।
- बच्चे को समय चाहिए। उसे भरपूर समय दें और खेल-खेल में उसकी समस्याओं को भी जानें।
- असफल होन पर उसे डांटे नहीं। इसके साथ ही सिर्फ नंबर वन बने रहने या आने के लिए उसपर प्रेशर न डालें।
- अपने बच्चे की तुलना किसी अन्य बच्चे से न करें।