कैंसर (Cancerशरीर के किसी भी हिस्से में हुआ हो, बेहद भयानक होता है। फिर चाहे वह मुंह का कैंसर हो या ब्रेन का है। मुंह के कैंसर को ओरल कैंसर भी कहते हैं। ज्यादातर लोग समझते हैं कि सिर्फ पान मसाला, गुटखा खाने वालों को ही माउथ कैंसर होता है जो कि गलत है। मुंह का कैंसर किसी को भी हो सकता है। हालांकि, मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) आसान है बस उसके लिए कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। सही ढंग से ओरल हाइजीन न मेंटेन करने की वजह से भी लोगों में ओरल कैंसर देखा गया है। मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) के लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए जानते हैं इस आर्टिकल में।
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मुंह के कैंसर (Oral cancer) के बारे में आपको क्या जानने की जरूरत है?
ओरल कैविटी कैंसर और ऑरोफरीन्जियल कैंसर के बारे में जानने के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार हैं:
- सामान्य तौर पर, पुरुषों में यह कैंसर (Cancer) पाए जाने की महिलाओं के मुकाबले दोगुनी संभावना होती है।
- 50 वर्ष से कम आयु के रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है; और कभी-कभी, ये कैंसर वयस्कों में 20 और 30 साल की उम्र में भी देखा गया है।
- जो मरीज कैंसर की बीमारी से बच जाते हैं, उनमें दूसरे, संबंधित कैंसर (Cancer) विकसित होने का खतरा अधिक होता है। यह बढ़ा हुआ जोखिम 5 से 10 साल तक रह सकता है।
- बायोप्सी (Biopsy), ओरल और ऑरोफरीन्जियल ट्यूमर का निदान करने का एकमात्र तरीका है।
- विभिन्न प्रकार के कैंसर (Cancer) शरीर के एक छोटे से क्षेत्र में पाए जाते हैं। हर कैंसर का अलग-अलग कारण और उपचार है।
- अच्छी खबर यह है कि कैंसर (Cancer) के अभी भी बहुत इलाज हैं।
वर्तमान उपचार में जीवित रहने की दर में सुधार हुआ है। कई मौखिक गुहा और ऑरोफरीन्जियल कैंसर को पूरी तरह से आत्म-देखभाल और स्वस्थ जीवन शैली (Healthy lifestyle) विकल्पों के साथ रोका जा सकता है।
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मुंह के कैंसर से बचाव के लिए फॉलो करें ये टिप्स (Precaution from Oral cancer)
ओरल कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों का खास ख्याल रखें।
1.तंबाकू की मात्रा
जितनी अधिक बार आपने तंबाकू का उपयोग किया है उतना अधिक आपको सिर और गर्दन के कैंसर का खतरा होता है। “धूम्रपान और धूम्रपान रहित तंबाकू दोनों ही हमेशा कैंसर को पैदा करने में प्रत्यक्ष भूमिका निभाते हैं।” चबाने, धुआं रहित और सूंघने वाले टोबैकोस, जो सीधे मुंह में रखे जाते हैं, मुंह में ल्यूकोप्लाकिया नामक ग्रे-सफेद अल्सर बना सकते हैं जो कैंसर बन सकता है। मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) के लिए जरूरी है कि स्मोकिंग को आज ही छोड़ें।
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2.मॉडरेशन में शराब पीना
धूम्रपान के साथ, आप जितनी देर शराब का सेवन करेंगे और जितनी मात्रा में पिएंगे, आपका जोखिम उतना ही बढ़ता जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि शराब मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer)के खिलाफ शरीर के रसायन विज्ञान को बदलने की कोशिश करती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, ” शराब मौखिक गुहा के कैंसर के जोखिम को दो से तीन गुना बढ़ाती है। “आपको निश्चित रूप से मुंह के कैंसर से बचाव के लिए शराब पीने से बचना चाहिए।
3.मुंह के कैंसर से बचाव के लिए डॉक्टर को नियमित रूप से दिखाएं
आमतौर डॉक्टर रूटीन डेंटल एग्जाम के दौरान बहुत जल्दी माउथ कैंसर को पकड़ लेते हैं। वे फिर आपको कान, नाक और गले के विशेषज्ञ या सिर और गर्दन के सर्जन को रेफर कर सकते हैं। निदान की पुष्टि कर हम डाॅक्टर की मदद से तुरंत उपचार शुरू कर सकते हैं। एक अच्छा मौका है कि हम कैंसर को खत्म कर सकते हैं। मुंह के कैंसर से बचाव के लिए हर छह महीने में डेंटिस्ट के पास जाएं। साथ ही दांतों और मुंह को स्वस्थ रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश और फ्लॉस जरूर करें।
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4.मुंह के कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी का टीका लगवाएं
हयूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी), विशेष रूप से एचपीवी 16, ऑरोफरीन्जील कैंसर से जुड़ा हुआ है।”आमतौर पर, एचपीवी से संबंधित कैंसर पुरुषों में उनके 40 के दशक के अंत या 50 के दशक की शुरुआत में पाए जाते हैं। जैसे कि उनकी गर्दन में सूजन। एचपीवी ज्यादातर ओरल सेक्स के कारण शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। एचपीवी को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप यौन सक्रिय होने से पहले टीका लगवा लें। इसके साथ ही सेक्शुअल हाइजीन का बहुत ध्यान रखें।
5.अपने होंठों को धूप से बचाएं
यदि आपको गंभीर सनबर्न का खतरा है तो अपने होंठों की अतिरिक्त देखभाल करें। जिस तरह त्वचा आसानी से जल सकती है, उसी तरह होंठ भी धूप के प्रति संवेदनशील होते हैं। होंठ का कैंसर सीधे सूर्य के प्रकाश के पराबैंगनी विकिरण से संबंधित होता है। जो लोग बाहर काम करते हैं और लंबे समय तक सूरज के संपर्क में रहते हैं, उनमें होंठ का कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। सुबह 10 बजे और दोपहर 2 बजे के दौरान सूर्य के संपर्क में आने से बचें। इसलिए, मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) के लिए जब भी आप बाहर हो हमेशा एसपीएफ के साथ एक सुरक्षात्मक लिप बाम लगाए। खाने-पीने के बाद भी सनस्क्रीन दोबारा लगाएं। इसके अलावा, ऐसी टोपी पहनें जो आपके चेहरे को धूप से बचाएं।
6.मुंह के कैंसर से बचाव के लिए डायट का भी रखें ख्याल
दैनिक आहार में पर्याप्त मात्रा में फलों, सब्जियों और अनाज का सेवन (जो विटामिन और फाइबर का प्रमुख स्रोत हैं) करना मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) का उत्तम तरीका है। इसके साथ ही विटामिन सी, ई, एंटीऑक्सिडेंट, जिंक, बीटा-कैरोटीन और फोलेट जैसे पोषक तत्वों को डायट में शामिल करके ओरल कैंसर की रोकथाम की जा सकती है।
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मुंह के कैंसर के लक्षण
मुंह के कैंसर से बचाव (Precaution from Oral cancer) के लिए जरूरी है कि नीचे बताए गए लक्षणों को इग्नोर न किया जाए ये लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सामान्य तौर पर, मुंह और गले के कैंसर के चेतावनी संकेतों में निम्नलिखित शामिल हैं।
- मुंह का घाव जो ठीक नहीं होता।
- मुंह में रक्तस्राव जो एक सप्ताह से अधिक रहता है।
- आपके मुंह में दर्द (Pain) दो सप्ताह से अधिक समय तक रहता है।
- आकस्मिक आवाज बदलती है, खासकर धूम्रपान (Smoking) करने वालों में।
- दोनों कानों में लगातार उभार।
- निचले होंठ और ठुड्डी का सुन्न होना।
- गर्दन (Neck) में किसी प्रकार की गांठ का होना।
- जबड़ों से रक्त का आना या जबड़ों में सूजन होना।
- मुंह का कोई ऐसा क्षेत्र जिसका रंग बदल रहा हो।
- गालों में लंबे समय तक रहने वाली गांठ।
- बिना किसी कारण लंबे समय तक गले में सूजन (Swelling) होना।
- जबड़े या होठों को घुमाने में परेशानी होना।
- अनायास ही दांतों का गिरना।
- ऐसा महसूस करना कि आपके गले में कुछ फंसा हुआ है।
यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो जितनी जल्दी हो सके अपने चिकित्सक से मिलें। अगर यह कैंसर है, तो सबसे अच्छा है कि समय रहते ही इसका इलाज करा लिया जाए और कैंसर को जड़ से खत्म कर लिया जाए। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।