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ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी: इस तरह से किया जाता है इस थेरेपी का इस्तेमाल!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/01/2022

    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी: इस तरह से किया जाता है इस थेरेपी का इस्तेमाल!

    ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) उस कैंसर को कहा जाता है, जो ब्रेस्ट्स के सेल्स में होता है। यह स्किन कैंसर के बाद महिलाओं को होने वाला सबसे सामान्य कैंसर है। यह समस्या महिलाओं ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी हो सकती है। लेकिन, महिलाओं में यह अधिक सामान्य है। इस कैंसर के उपचार के लिए इम्यूनोथेरेपी को सबसे बेहतरीन माना जाता है। इसमें कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए इम्यून सिस्टम की स्टिमुलेशन के लिए मेडिकेशन्स का इस्तेमाल किया जाता है। ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) का इस्तेमाल कैसे किया जाता है और यह किस तरह से फायदेमंद है, इस बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) के बारे में जानने से पहले ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer)  के बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

    ब्रेस्ट कैंसर क्या है? (Breast cancer)

    ब्रेस्ट कैंसर वो डिजीज है जिसमें ब्रेस्ट में सेल्स अनियंत्रित तरीके से ग्रो होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर कई तरह के हैं। ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) का प्रकार इस बात पर निर्भर करता है कि ब्रेस्ट में कौन से सेल्स कैंसर में बदल चुके हैं। ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेस्ट के विभिन्न भागों से शुरू होता है। ब्रेस्ट तीन मुख्य भागों से बनी होती हैलोब्यूल्स (Lobules),  डक्ट्स (Ducts) और कनेक्टिव टिश्यूज (Connective tissue)। लोब्यूलर (Lobules) उन ग्लैंड्स को कहा जाता है, जो मिल्क प्रोड्यूस सकते हैं। डक्ट्स (Ducts) वो ट्यूबज हैं, जो मिल्क को निप्पल तक कैरी करती हैं। कनेक्टिव टिश्यूज फाइब्रस और फैटी टिश्यूज से बने होते हैं, जो सब चीजों को होल्ड कर के रखते हैं। अधिकतर मामलों में ब्रेस्ट कैंसर्स की शुरुआत डक्ट्स (Ducts) या लोब्यूलर (Lobules) में होती है

    ब्रेस्ट कैंसर, ब्लड वेसल्स और लिम्फ वेसल्स के माध्यम से ब्रेस्ट के बाहर तक फैल सकता है। जब ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) शरीर के अन्य भागों तक फैलता है तो उसे मेटास्टेसिस (Metastasis) कहा जाता है। ब्रेस्ट कैंसर के सबसे सामान्य प्रकार हैं इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (Invasive ductal carcinoma) और इनवेसिव लोब्युलर कार्सिनोमा (Invasive lobular carcinoma)। इसके उपचार के लिए अन्य तरीकों के साथ ही इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) का इस्तेमाल किया जाता है। अब जानते हैं इसके बारे में।

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    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer): पाएं पूरी जानकारी

    कुछ तरह के ब्रेस्ट कैंसर्स में इम्यूनोथेरेपी को एक ट्रीटमेंट ऑप्शन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स, ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) सेल्स को पहचानने और उन पर हमला करने में मदद करने के लिए रोगी के इम्यून सिस्टम के साथ काम करती हैं। डॉक्टर इम्यूनोथेरेपी को अकेले या कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, या अन्य उपचारों के कंबाइन करके इस्तेमाल किया कर सकते हैं।

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    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी के इस्तेमाल से उपचार कैसे होता है?

    शरीर के सेल्स में प्रोटीन होते हैं, जिसमे इम्यून चेकपॉइंट्स कहा जाता है। यह इम्यून सिस्टम रेगुलेटर्स यह सिग्नल देते हैं कि सेल्स हेल्दी हैं। इम्यून चेकपॉइंट्स, इम्यून सिस्टम को हेल्दी टिश्यूज पर अटैक से बचाते हैं और इंफेक्टेड या डिजीज्ड सेल्स से लड़ने की अनुमति देते हैं। इम्यून सिस्टम कॉम्प्लेक्स होता है और इसमें विभिन्न तरह के सेल्स शामिल होते हैं। यह खास सेल्स इम्यून चेकपॉइंट्स की पहचान करने के लिए अन्य कोशिकाओं की जांच करते हैं। अगर इम्यून सिस्टम, सेल्स के भीतर प्रोटीन को नहीं पहचानता है, तो यह उन पर हमला कर देता है। शरीर को बीमारियों और इंफेक्शंस से लड़ने की अनुमति देने के लिए यह प्रोसेस आवश्यक है। कई बार इम्यून सिस्टम, ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) सेल्स से प्रभावी ढंग से नहीं लड़ पाता है। इसके दो मुख्य कारण हैं:

    • पहला कारण यह है कि प्रीकैंसर्स या अर्ली कैंसर्स सेल्स, हेल्दी सेल्स के जैसे होते हैं। ऐसे में, हमारा इम्यून सिस्टम इसे तब तक हानिकारक नहीं मानता है, जब तक कैंसर अधिक विकसित नहीं हो जाता है।
    • दूसरा कारण यह है कि जैसे ही कैंसर्स सेल्स विकसित होते हैं, वो इम्यून सिस्टम उन्हें डिटेक्ट न कर पाए और इन्हे हार्मफुल के रूप में न पहचाने से बचने के लिए यह जेनेटिकली बदल सकते हैं। यही नहीं, कैंसर सेल्स बहुत तेजी से ग्रो हो सकते हैं।

    ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) ड्रग्स, इम्यून सिस्टम को कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए सपोर्ट करते हैं। इसके लिए डॉक्टर कई विकल्पों की सलाह दे सकते हैं। यह बात ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार पर निर्भर करती हैं। अब जानिए इम्यूनोथेरेपी मेडिकेशन्स के बारे में।

    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी, Immunotherapy for breast cancer
    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी, Immunotherapy for breast cancer

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    इम्यूनोथेरेपी मेडिकेशन्स (Immunotherapy medications)

    ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के प्रकार और स्टेज के अनुसार ही डॉक्टर इस बात को निर्धारित करते हैं कि रोगी को किस तरह की इम्यूनोथेरेपी चाहिए। आइए जानें, इम्यूनोथेरेपी मेडिकेशन्स के बारे में:

    इम्यूनोमॉड्यूलेटर्स (Immunomodulators)

    FDA यानी यू.एस. फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (U.S. Food and Drug Administration) द्वारा एप्रूव्ड इम्यून चेकपॉइंट इन्हिबिटर्स दो प्रकार हैं। एक है टेसेन्ट्रिक (Tecentriq) या एटेजोलिजुमेब  (Atezolizumab) और दूसरा कीट्रूडा (Keytruda) यानी पेम्ब्रोलाइजुमाब (Pembrolizumab)

    टेसेन्ट्रिक (Tecentriq) या एटेजोलिजुमेब  (Atezolizumab)

    टेसेन्ट्रिक (Tecentriq) इन्हिबिटर्स PD-L1 प्रोटीन्स हैं और उनका इस्तेमाल इन चीजों के उपचार के लिए किया जाता है:

    • मेटास्टेटिक ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (Metastatic triple-negative breast cancer)
    • PD-L1-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (PD-L1-positive breast cancer)
    • लोकली एडवांस्ड ब्रेस्ट कैंसर, जिसमें सर्जरी प्रभावी नहीं होती है।
    • डॉक्टर ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर को टारगेट करने के लिए टेसेन्ट्रिक (Tecentriq) का इस्तेमाल अन्य कीमोथेरेपी ड्रग के साथ करते हैं। यह तो थी ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी ड्रग टेसेन्ट्रिक के बारे में इंफॉर्मेशन। अब जानिए कीट्रूडा के बारे में।

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    कीट्रूडा (Keytruda) यानी पेम्ब्रोलाइजुमाब (Pembrolizumab)

    कीट्रूडा (Keytruda) PD-1 प्रोटीन्स हैं। इसका इस्तेमाल भी लोग ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के उपचार के लिए कीमोथेरेपी के साथ इस्तेमाल करते हैं। जो शरीर के अन्य हिस्सों में फैल गया है या जिसका सर्जरी के साथ उपचार संभव नहीं हो। यह तो थी जानकारी इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) में मेडिकेशन्स के बारे में। अब जानिए इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स के साइड इफेक्ट्स के बारे में।

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    ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Immunotherapy for breast cancer)

    ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के उपचार के लिए इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स लेना फायदेमंद तो है। लेकिन, इसके कुछ साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं:

    कुछ मामलों में इसके कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, हालांकि ऐसा होना दुर्लभ है। कुछ रोगियों को अगर इस थेरेपी को इंट्रावेनसली दिया जाता है, तो इसके कई गंभीर रिएक्शन हो जाते हैं। यह लक्षण एलर्जिक रिएक्शंस के जैसे होते हैं। यह समस्याएं इस प्रकार हैं:

  • बुखार (Fever)
  • ठंड लगना (Chills)
  • रैशेज (Rashes)
  • खुजली (Itching)
  • चक्कर आना (Dizziness)
  • सांस लेने में समस्या (Difficulty breathing)
  • ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) हेल्दी सेल्स के अगेंस्ट प्रोटेक्शन को रिमूव कर देती है। इस प्रोटेक्शन के बिना, व्यक्ति एक ऑटोइम्यून रिएक्शन का अनुभव कर सकता है। जिसका अर्थ है कि इम्यून सिस्टम गलती से हेल्दी टिश्यूज पर हमला कर देता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids), इम्यून सिस्टम को सप्रेस करने और संभावित ऑटोइम्यून रिएक्शंस को कम करने में मदद कर सकते हैं। अगर रोगी इम्यूनोथेरेपी ड्रग्स के कारण साइड इफेक्ट्स का अनुभव करता है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर यह साइड इफेक्ट्स गंभीर है, तो रोगी का उपचार तुरंत बंद करना पड़ सकता है।

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    यह तो थी ब्रेस्ट कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy for breast cancer) के बारे में जानकारी। इम्यूनोथेरेपी कैंसर के लिए एक नया ट्रीटमेंट मेथड है, जो कैंसर सेल्स पर अटैक करने के लिए इम्यून सिस्टम को स्टिमुलेट करता है। यह ट्रीटमेंट मेथड कुछ तरह के ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के उपचार के लिए बेहद प्रभावी हो सकता है। इम्यूनोथेरेपी की जरूरत रोगी को कब पड़ेगी, इस बात को निर्धारित करने के लिए डॉक्टर कैंसर के प्रकार और स्टेज को ध्यान में रखते हैं। यह तरीका बेहतरीन तरह से काम करता है। डॉक्टर इसे अन्य ट्रीटमेंट के तरीके के साथ कंबाइन कर के इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके मन में इस के बारे में कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में अवश्य बात करें।

    डिस्क्लेमर

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