लंग कैंसर के टाइप्स (Types of lung cancer): एडेनोकार्सिनोमा (Adenocarcinomas)
यह नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (Lung cancer) का सबसे सामान्य प्रकार है। हालांकि, इस कैंसर को अन्य लंग कैंसरस की तरह स्मोकिंग के साथ लिंक किया जाता है लेकिन नॉन-स्मोकर्स को भी यह समस्या हो सकती है। अधिकतर एडेनोकार्सिनोमाज, लंग्स के आउटर और पेरीफेरल एरियाज में होता है। इनमें लिम्फ नोड्स और उससे आगे फैलने की क्षमता भी होती है। सीटू में एडेनोकार्सिनोमा (Adenocarcinoma in situ)
एडेनोकार्सिनोमा का एक सबटाइप है, जो लंग की कई साइट्स में डेवलप होता है और पहले से मौजूद एलवीलर वॉल्स (Alveolar walls) के साथ फैलता है।
यह कैंसर चेस्ट एक्स-रे पर निमोनिया की तरह दिखाई देता है और कैंसर महिलाओं में कॉमन है। इस प्रकार के लंग कैंसर वाले लोगों में अन्य प्रकार के लंग कैंसर (Lung cancer) वाले लोगों की तुलना में बेटर प्रोग्नोसिस (Prognosis) होता है।
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स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Squamous cell carcinoma)
लंग कैंसर के टाइप्स (Types of lung cancer) में यह प्रकार एडेनोकार्सिनोमा से भी अधिक कॉमन है। यह कैंसर ब्रांकाई (bronchi) में सेंट्रल चेस्ट एरिया में अधितर फ्रीक्वेंटली होता है। लंग कैंसर का यह प्रकार अधिकतर लंग में होता है, लिम्फ नोड्स में फैलता है और धीरे-धीरे अधिक ग्रो हो कर कैविटी बनाता है।
लार्ज सेल कार्सिनोमा (Large cell carcinoma)
लार्ज सेल कार्सिनोमा को अनडिफ्रेंशिएटेड कार्सिनोमा (undifferentiated carcinoma) भी कहा जाता है। यह नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (Non-Small cell lung cancers) का सबसे दुर्लभ प्रकार है। इस तरह के कैंसर की लिम्फ नोड और डिस्टेंट साइट्स पर फैलने की क्षमता अधिक होती है। यह तो थी लंग कैंसर के टाइप्स (Types of lung cancer) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं इसके अन्य प्रकारों के बारे में।
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लंग में होने वाले अन्य कैंसर कौन से हैं?
लंग कैंसर (Lung cancer) को मुख्यतया दो टाइप्स में बांटा गया है, लेकिन इसके कुछ दुर्लभ प्रकार भी हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में:
- ब्रोंकाइल कार्सिनॉइड्स (Bronchial carcinoids): लंग कैंसर में इस कैंसर के मामले केवल पांच प्रतिशत या इससे भी कम पाए जाते हैं। यह ट्यूमर निदान के समय आमतौर पर स्मॉल होते हैं और अधिकतर चालीस साल से कम उम्र के लोगों में यह समस्या होती है। स्मोकिंग से अनरिलेटेड, कार्सिनॉइड ट्यूमर को मेटास्टेसाइज्ड किया जा सकता है, और इन ट्यूमर का एक छोटा हिस्सा हार्मोन जैसे पदार्थों को सेक्रेट करता है। कार्सिनॉइड, ब्रोंकोजेनिक कैंसर की तुलना में अधिक धीरे से ग्रो और स्प्रेड करता है। इनका जल्दी निदान होने से इन्हें सर्जिकली रिमूव किया जा सकता है।
- लंग टिश्यूज को सपोर्ट करने वाले कैंसर जैसे स्मूथ मसल,ब्लड वेसल्स, या इम्यून रिस्पांस में शामिल सेल्स का लंग में होना भी दुर्लभ हैं।
जैसे कि पहले ही बताया गया है कि शरीर में अन्य प्रायमरी ट्यूमर से मेटास्टैटिक कैंसर अक्सर लंग में पाए जाते हैं। ट्यूमर, शरीर में कहीं से भी ब्लडस्ट्रीम या लिम्फेटिक सिस्टम के माध्यम से या सीधे आस-पास के अंगों से लंग्स में फैल सकता है। मेटास्टेटिक ट्यूमर अक्सर मल्टीपल होते हैं, पूरे लंग में बिखरे होते हैं और ऑर्गन के सेंट्रल एरियाज के बजाय बाहरी एरियाज में केंद्रित होते हैं। यह तो थी जानकारी लंग कैंसर के टाइप्स (Types of lung cancer) के बारे में। लंग कैंसर के निदान के बाद उपचार के लिए मेडिकेशन्स, सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी, स्टेरोटेक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी, टार्गेटेड ड्रग थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी आदि शामिल है। अब जानते हैं कि लंग कैंसर से कैसे बचा जा सकता है?

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लंग कैंसर (Lung cancer) से कैसे बचें?
हालांकि, लंग कैंसर (Lung cancer) से बचाव पॉसिबल नहीं है। इस कंडिशन के रिस्क को कम करने के लिए कई स्टेप्स उठाये जा सकते हैं। इनमें यह सब शामिल है:
- स्मोकिंग से बचें (Quit smoking): लंग कैंसर से बचने के लिए स्मोकिंग छोड़ना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। इसके साथ ही सेकंडहैंड स्मोकिंग से भी बचें।
- बैलेंस्ड डायट लें (Follow a balanced diet): लंग कैंसर से बचने के लिए सही और पौष्टिक आहार का सेवन करना भी आवश्यक है। इसलिए, अपने आहार में अधिक से अधिक फल और सब्जियों को शामिल करें।
- रेडॉन के एक्सपोजर से बचें (Avoid exposure to radon): रेडॉन एक रंगरहित और गंधरहित गैस है, जो लंग कैंसर (Lung cancer) का कारण बन सकती है। घर पर इसके स्तर को जांचने के लिए टेस्टिंग किट बाजार में उपलब्ध है। इसके साथ ही जो लोग ऐसी जगह पर काम करते हैं जहां रेडॉन एक्सपोजर का रिस्क अधिक होता है उन्हें अधिक सेफ्टी से काम करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य को कोई नुकसान न हो।
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उम्मीद है कि लंग कैंसर के टाइप्स (Types of lung cancer) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यह एक तरह का गंभीर कैंसर है, जिसके जल्दी निदान से सर्वाइवल के चांसेज बढ़ जाते हैं। जिन लोगों को इस कैंसर के होने का जोखिम अधिक होता है, उन्हें रेगुलर स्क्रीनिंग करानी चाहिए। इससे जल्दी लक्षणों को पहचानने और कैंसर के फैलने से पहले उपचार में मदद मिल सकती है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर अवश्य बात करें।