निमोनिया (Pneumoniae) एक खतरनाक बीमारी है और डायबिटीज के लिए मरीजों के लिए इसके घातक परिणाम हो सकते हैं। यह शरीर में और भी कई जटिलताओं का कारण बन सकता है। इसमें अधिक मात्रा में लंग्स में फ्लूइड जमा हो जाता है। यदि आपको ऐसा लगता है कि आप इससे पीड़ित हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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डायबिटीज और लंग डिजीज: सीओपीडी (Chronic obstructive pulmonary disorder)
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसऑर्डर (COPD) सांस की एक समस्या है, जो कि फेफड़ों के प्रभावित होने से होती है। सीओपीडी फेफड़ों से जुड़ा एक ऐसा गंभीर रोग है, जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है।हमारे फेफड़े अधिक स्पॉन्जी हो जाते हैं, जो सांस के साथ हवा भी अंदर लेते हैं। ऑक्सिजन हमारे खून में आसानी से मिल जाती है और कार्बन डायऑक्साइड (Carbon dioxide) को बाहर निकालता है। लेकिन सीओपीडी एक ऐसा रोग है, जो इस प्रक्रिया को रोकता है। डायबिटीज के दोरान सीओपीडी के होने का खतरा अधिक हो जाता है। सांस लेने में परेशानी तो होती है, साथ ही ऑक्सिजन भी पूरे शरीर में नहीं पहुंच पाता है। वैसे यह फेफड़ों का सबसे आम विकार है। अगर इसके कारणों की बात करें तो स्मोकिंग (Smoking), इसका अब तक का सबसे बड़ा कारण देखा गया है। ध्रूमपान लंग्स हेल्थ के लिए बहुत नुकसानदेह है, इससे फेफड़ों की लाइफ बहुत कम हो जाती है। जिस कारण, उनकी सांस लेने की क्षमता भी कम हो जाती है। यदि डायबिटीज के मरीज अधिक ध्रूमपान करते हैं, तो इनमें सामान्य लोगों की तुलना में सीओपीडी का खतरा और अधिक होता है। इसी के साथ ही उनमें मेडिकेशन को लेकर में भी दिक्कत आती है। सीओपीडी के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:
- सांस फूलना, खासकर व्यायाम करते समय
- सांस के साथ घरघराहट या सीटी जैसी आवाजा निकलना
- कफ और खांसी होना
- चेस्ट इंफेक्शन होना
- थकान महसूस होना
जैसा आपने जाना कि डायबिटीज और लंग डिजीज में गहरा संबंध है। इसलिए शुगर के मरीजों काे अपने हेल्थ का विशेष ध्यान देना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों में लंग के अलावा हार्ट डजीज होने का खतरा भी अधिक होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो समय-समय अपना चैकअप करते रहे हैं और इस तरह के लक्षण महसूसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डायबिटीज और लंग डिजीज के बारे में अधिक जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लें।