कैंसर का कारण बनने वाले मुख्य फैक्टर्स (Key factors contributing to cancer) में रोगी की उम्र भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालांकि, कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि 65 से 74 के बीच की उम्र में इसकी संभावना अधिक होती है। हालांकि, यह कैंसर के टाइप पर निर्भर करता है। समय के साथ हम कार्सिनेजन सब्सटांस (Carcinogens substances) और इंफ्लेमेटरी प्रोसेस के एक्सपोजर में अधिक आते हैं। उम्र के साथ शरीर कैंसर और प्री-कैंसर्स सेल्स को खोजने और नष्ट करने में भी कम कुशल हो जाता है। हालांकि कुछ कैंसर बच्चों में अधिक कॉमन हैं जिनमें बोन कैंसर भी शामिल है।
कैंसर का कारण बनने वाले मुख्य फैक्टर्स में जेनेटिक्स (Genetics)
जीन्स सभी कैंसर्स का कारण हो सकते हैं लेकिन अधिकांश मामलों में, ये अक्वायर्ड म्युटेशंस (Acquired mutations) होते हैं, जो माता-पिता से बच्चों तक पास हो सकते हैं। अगर आपके जीन हेल्दी हैं, लेकिन एक कोशिका में म्युटेशंस होता है और तो यह नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि 5% से 10% मामलों में कैंसर फैमिली कैंसर सिंड्रोम (Family cancer syndrome) के कारण होता है ,जो इनहेरिटेड हो सकता है। अगर किसी के परिवार की ब्रेस्ट कैंसर की हिस्ट्री है, तो उन्हें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
कुछ हेरेडिटरी कैंसर के लिए जेनेटिक टेस्ट्स मौजूद हैं। किंतु इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपके परिवार में कैंसर की फैमिली हिस्ट्री है, तो इसका यह अर्थ नहीं है कि आपमें यह डेवेलोप होगा ही। लेकिन, उन्हें कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है। अब जानते हैं कैंसर का कारण बनने वाले मुख्य फैक्टर्स (Key factors contributing to cancer) के बारे में और अधिक।
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लाइफस्टाइल रिस्क फैक्टर्स (Lifestyle Risk Factors)
कैंसर के ऐसे कई रिस्क फैक्टर्स हैं जिन्हें आप कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। हमारे लाइफस्टाइल में भी कुछ ऐसे फैक्टर्स हो सकते हैं, जो इसका कारण बन सकते हैं। कैंसर का कारण बनने वाले रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं:
तंबाकू (Tobacco)
केवल स्मोकिंग करने से लंग्स पर ही प्रभाव नहीं पड़ता है। बल्कि इससे कई अन्य कैंसर्स का जोखिम भी बढ़ सकता है। ऐसे में स्मोकिंग को छोड़ने से आप इस जोखिम को कम कर सकते हैं।
कैंसर का कारण बनने वाले मुख्य फैक्टर्स में एल्कोहॉल (Alcohol)
एल्कोहॉल वो इरिटेंट है जो सेल्स को डैमेज कर सकते हैं और कोलन में कार्सिनोजेन केमिकल (Carcinogenic chemicals) के प्रोडक्शन को बढ़ा सकता है। एल्कोहॉल से होने वाले रिस्क को कम करने के लिए आपको सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी (Lack of Physical Activity)