भारत में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसके चलते हुए कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर भारत पहुंच गया है। कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स में ये बेहद चौंकाने वाली बात है, जिससे भारत ने रूस को भी कोरोना संक्रमण के मामले में पीछे छोड़ दिया है। वहीं, दूसरी तरह लगभग सौ से ज्यादा वैज्ञानिकों का दावा कोरोना वायरस वायु जनित है। इस तरह से देखा जाए तो भारत की स्थिति और भी ज्यादा भयावह होने वाली है। आइए जानते हैं कि भारत में किस तरह से लगातार मामले बढ़ रहे हैं।
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कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स : भारत में 6.50 लाख से ज्यादा मामले
कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर भारत के पहुंचने के लिए पीछे की वजह कोविड-19 के मामलों का 6.50लाख के पार होना है। बीते रविवार को भारत में एक दिन में लगभग 25 हजार मामले आए और फिर भारत ने रूस को भी पीछे छोड़ दिया। कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स में पाया गया कि रविवार को भारत में 751,768 कोरोना केसेस और रूस में 6,81,251 कोविड-19 के केसेस थे। इस हिसाब से रूस चौथे स्थान पर और भारत तीसरे स्थान पर आ गया।
वर्ल्डमीटर के अनुसार कोरोना संक्रमण में टॉप 5 देश इस प्रकार है :
- यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका (USA) 30,98,886
- ब्राजील (Brazil) 16,74,655
- भारत (India) 7,51,768
- रूस (Russia) 7,00,792
- पेरू (Peru) 3,09,278
रविवार को भारत में कोविड-19 के कारण 421 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है। जुलाई का महीना शुरू होते ही, सिर्फ जुलाई के शुरुआती पांच दिनों में 2,300 लोगों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई है। जो इस बीच एक बड़ी संख्या है। अभी जून को बीते हुए कुछ ही दिन हुए है, लेकिन जून में कोरोना के मामलों में एक बड़ा उछाल देखने को मिला। जिसमें सिर्फ जून के महीने में 4 लाख से ज्यादा कोरोना के केस आए। वहीं, 1 जुलाई से 5 जुलाई के बीच में सिर्फ एक लाख से ज्यादा कोरोना के केसेस भारत में आए हैं। जो खुद में के बड़ी और भयावह संख्या है। कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स के मुताबिक अब तो रोजाना कोरोना के मामले 23 हजार के पार आने लगे हैं।
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कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर भारत कैसे पहुंचा?
दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती संख्या पर चीन की लैंझू यूनिवर्सिटी ने लगातार अपनी नजर बनाए रखी है। चीन की लैंझू यूनिवर्सिटी में ‘ग्लोबल कोविड-19 प्रीडिक्ट सिस्टम’ के तहत 180 देशों का रोजाना कोरोना से संक्रमित लोगों का आंकड़ा दर्ज किया जा रहा है। रिसर्चर्स ने 1 जुलाई को 20,000 कोरोना के मरीज भारत में पाए जाने की घोषणा की थी। भारत सरकार की तरफ से जारी रिपोर्ट में 1 जुलाई को 19,428 नए कोरोना के मरीज मिलें। इसी क्रम में ये आंकड़ें दो जुलाई को 21,900 होने की भविष्यवाणी की गई थी, जो 21,948 रही और तीन जुलाई को 23,000 नए मामाले आने की घोषणा की गई थी। ये आंकड़ा 22,721 रहा। इसी तरह से कोरोना के नए मरीजों के बढ़ते हुए ग्राफ को देखते हुए 4 जुलाई को 24,000 मामले आने की बात कही गई, जो सरकारी आकड़ों के आधार पर 24,015 रही। इसी तरह से 5 जुलाई को 25,000 नए मामले आने की बात कही गई, तो 23,932 नए मामले सामने आए। इस तरह से भारत में कुल मामले 6,98,233 पहुंच गए और कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर भारत पहुंच गया।
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जुलाई में भारत की रिकवरी रेट क्या है?
कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर भारत भले ही हो, लेकिन भारत में संक्रमितों की प्रतिदिन बढ़ती संख्या के बीच रिकवरी रेट बहुत बुरा भी नहीं है। लेकिन फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी गई प्रेस रिलीज के मुताबिक रिकवरी रेट अब बढ़ कर 61.53% रह गई है।
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जुलाई में भारत में डेथ रेट क्या है?
कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स में भारत में संक्रमितों की प्रतिदिन बढ़ती संख्या की तुलना में डेथ रेट कम है। लेकिन भारत में कोरोना के कारण लोगों की मौतों में अब इजाफा हो रहा है।
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कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स : क्या हवा से फैलता हैं कोरोना वायरस?
दि न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि अब तक 239 वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोनावायरस हवा से फैलता है। 32 देशों के कुल 239 वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना वायरस के छोटे कण हवा में मौजूद होते हैं। जिससे ये महामारी इतनी तेजी से फैल रही है।इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को कोरोना संक्रमण के गुणों में बदलाव करने की सलाह वैज्ञानिकों ने दी है।
जैसा कि अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया है कि कोविड-19 खांसने, छींकने और बोलने से फैलता है। लेकिन वैज्ञानिकों का दावा कोरोना वायरस वायु जनित है, क्योंकि उनका मानना है कि अगर हम एक बार छींक, खांस या बोल दें तो हमारे मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स हवा में रुक जाते हैं। जिससे कोरोना तेजी से फैल सकता है। वैज्ञानिकों ने इसके लिए एक उदाहरण दिया है कि बीते महीने में कोरोना के मामले सभी तरह की सावधानियां बरतने के बाद भी तेजी से बढ़े हैं। इससे ये बात साफ होती है कि छोटे-छोटे कणों के रूप में कोरोना वायरस हवा में पाया जाता है फिर एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता है और संक्रमण फैलाता है।
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जब तक कोरोना का इलाज नहीं मिल जाता है, तब तक हम सभी को विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा सुझाए गए मानकों को मानना होगा और खुद को इस महामारी से बचाना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क, फेस शील्ड, गल्वस, 20 सेकेंड तक हर आधे-एक घंटे पर हाथों को धुलते रहना, हाथों को सैनिटाइज करते रहना आदि करना बहुत अनिवार्य है। अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। कोरोनावायरस लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हैलो स्वास्थ्य के साथ जुड़े रहें। यहां पर कोरोना वायरस को लेकर सभी तरह के सवालों के जवाब आपको मिलेंगे।
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