डायबिटीज आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और स्ट्रेसफुल लाइफ का रिजल्ट है। सर्दी-खांसी, ब्लड प्रेशर की तरह यह बीमारी भी हर घर में मौजूद है। इस बीमारी को कंट्रोल करने का एकमात्र तरीका है हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना। लेकिन कंट्रोल की जिंदगी जीते हुए डायबिटीज के मरीज कभी-कभी ऐसी गलती कर बैठते हैं जो जानलेवा बन जाता है, जैसे इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose)। यह तो सभी को पता है कि काम करने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है, लेकिन जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम होती है तब एनर्जी के लिए यह मिल नहीं पाता है तो इस अवस्था को हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं। यह अवस्था गलत डायट, मेडिसन, एक्सरसाइज आदि कारणों से होता है।
शायद आपको पता ही है इंसुलिन ओवरडोज(Insulin overdose) होने पर हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या हो सकती है। कहने का मतलब यह है कि, जितने इंसुलिन की जरूरत है उस मात्रा से ज्यादा जब इंसुलिन का डोज लिया जाता है तब इस अवस्था का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन इस गलती को नजरअंदाज न करके तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि स्थिति को गंभीर होने के पहले संभाला जा सके।
इंसुलिन ओवरडोज के कारण (Causes of insulin overdose)
जाहिर है कि अब आपके मन में यह सवाल होगा कि इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) की समस्या किन हालातों में होती है या कौन-सी ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिससे इस समस्या का सामना करना पड़ता है। आप इस बात को और अच्छी तरह से समझ जाएं, इसके लिए चलिए आपको विस्तार से बताते हैं –
- डायट में कार्ब्स की मात्रा को गलत कैलक्युलेट करना,
- इंजेक्शन लेने के बाद स्नैक्स या जो डायट लेना है वह न लेना,
- एक ही मील या स्नैक्स के लिए गलती से दो बार इंजेक्शन ले लेना
- लॉन्ग एक्टिंग इंसुलिन (बेसल इंसुलिन) की जगह पर रैपिड एक्टिंग इंसुलिन ले लेने की गलती करना,
- इंसुलिन पेन या सिरिंज पर नंबर या ग्रेडरेशन ना देख पाने के कारण खुराक ज्यादा ले लेना।
इन कारणों से इंसुलिन की खुराक की मात्रा में बढ़ोत्तरी हो जाती है।
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इंसुलिन ओवरडोज के लक्षण (Symptoms of Insulin Overdose)
अब बात आती है कि आखिर इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) या इंसुलिन का अधिक डोज हुआ है यह कैसे पता चलेगा। शरीर में ऐसी कौन-सी परेशानियां या लक्षण महसूस होंगे, जिससे कि परेशानी को समझा जा सके। तो इसके लक्षण कुछ इस तरह से हैं –
-चक्कर आना
-नींद जैसा महसूस होना
-उखड़ा हुआ मन
–थकान
-सिर दर्द की समस्या
-भूख लगना
-एकाग्रता में कमी
-चिड़चिड़ापन
–उल्टी जैसा महसूस होना
-घबराहट
-दिल की धड़कन तेज होना
-बेचैनी
-त्वचा में पीलापन नजर आना
-पसीना आना
-शरीर में झुनझुनी या कंपकंपी जैसा अनुभव होना
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इसके अलावा यदि मरीज ने इंसुलिन की बहुत ज्यादा डोज ले ली है, तो शारीरिक स्थिति गंभीर हो सकती जैसे कोमा आदि।
इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) से होने वाली गलतियों से कैसे बचें?
इन बातों का ध्यान रखें-
सीरिंज के नंबर को गलत पढ़ना – यह गलती तभी होती है जब मरीज नए प्रोडक्ट को यूज करता है।
इंसुलिन का टाइप गलत लेना – उदाहरण के लिए अगर आप 30 यूनिट लॉन्ग एक्टिंग इंसुलिन और शॉर्ट-एक्टिंग इंसुलिन 10 यूनिट लेते हैं, तो गलती से इनके डोज में फेरबदल हो सकता है।
भोजन के पहले या बाद में इंसुलिन लेने की गलती – इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि रैपिड-एक्टिंग और शॉर्ट-एक्टिंग इंसुलिन इंजेक्शन को भोजन से ठीक पहले लिया जाए। क्योंकि भोजन के बाद ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। खाने के बिना रैपिड-एक्टिंग या शॉर्ट-एक्टिंग इंसुलिन लेने से शुगर का लेवल बहुत ज्यादा मात्रा में कम हो सकता है।
एक्सरसाइज करने के पहले इंसुलिन लेना भूल जाना – हमेशा एक्सरसाइज करने से पहले इंसुलिन लेना न भूलें, क्योंकि एक्सरसाइज करने से ब्लड ग्लूकोज के लेवल में कमी आ सकती है।
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इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose): क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) अगर हो जाए, परेशान होने के बजाय आपको कुछ विकल्पों को अपनाना चाहिए। सबसे पहले न खुद घबराएं और न ही दूसरों को बेचैन करें। कुछ बातों का ध्यान रखने पर स्थिति को आसानी से संभाला जा सकता है-
- सबसे पहले ब्लड ग्लूकोज की जांच करनी चाहिए।
- घर में कैंडी, सोडा, फ्रूट जूस, जेली या जैम जैसी चीजें हो तों उनका सेवन जल्दी करना चाहिए।
- खाने में ऐसी चीजें लें जिसमें 15-20 ग्राम कार्बोहाइड्रेड हो। इससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ेगा।
- अपने आपको शांत और शरीर को बिल्कुल रिलैक्स रखने की कोशिश करनी चाहिए।
- 15-20 मिनटों के बाद ब्लड शुगर के लेवल की जांच करनी चाहिए। अगर उसके बाद भी लेवल नहीं बढ़ा है, तो 15-20 ग्राम चीनी ले सकते हैं।
- अगर इन बातों को करने के बावजूद भी ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं रहा है और बेहोशी या बेचैनी जैसा अनुभव हो रहा है तो डॉक्टर से तुरन्त संपर्क करें।
- ऐसी स्थिति को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर से पहले ही इंसुलिन एंटीडोट के लिए बात कर लेनी चाहिए।
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इंसुलिन ओवरडोज: कैसे इस गलती को रोका जा सकता है?
सबसे पहले गलती ही न हो इस बात का ध्यान रखने की जरूरत होती है। इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) या इंसुलिन का अधिक डोज न हो इस बात को रोकने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें और उनको फॉलो करें-
- इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) की गलती को रोका जा सकताहै। हमेशा दवा लेने, इंजेक्शन लेने और खाने-पीने के समय में बदलाव न करें।
- दवा ठीक समय पर और सही मात्रा में लिया है कि नहीं इस बात का ट्रैक रखें। नहीं तो ओवरडोज होने या स्किप करने की गलती हो सकती है।
- इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) होने पर ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करते रहें, ताकि शारीरिक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
- इंसुलिन लेने पर भोजन को कभी छोड़ने की गलती नहीं करनी चाहिए।
- अगर आपको भूख नहीं भी लगी हो तो तब भी कुछ न कुछ जरूर खाएं। एक रोटी, स्किम मिल्क, एक छोटा प्लेट फलों का सलाद आदि।
- इसे अपनी आदत बना लें। जब भी आप बाहर जाएं अपने बैग में या कार में चॉकलेट, कैंडी या ग्लूकोज ड्रिंक रखना न भूलें।
- अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को हाइपोग्लाइसीमिया की बात बता दें, ताकि स्थिति गंभीर होने पर वह आपकी जरूरत के अनुसार मदद कर सकें।
नोट-ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
– कभी भी दूसरा काम करते हुए इंजेक्शन लगाने की गलती न करें। कहने का मतलब यह है कि मोबाइल पर बात करते हुए, टीवी देखते हुए, दूसरों से बात करते हुए, खाना बनाते हुए इंजेक्शन न लगाएं। इससे डोज की मात्रा गलत हो सकती है। इंजेक्शन लगाने के समय इसी काम पर ध्यान दें।
– अगर मरीज को हाइपोग्लाइसीमिया है तो इंसुलिन लेते वक्त कोई गलती न करें। इंजेक्ट करते समय इस बात का ध्यान रखें कि ब्लड ग्लूकोज सेफ लेवल तक पहुंचा है या नहीं।
– इंसुलिन पेन या सिरिंज का नंबर देखने में असुविधा हो तो किसी की मदद ले लें। अंदाज के आधार पर लेने की कोशिश न करें।
अब तक की चर्चा से आप समझ ही गए होंगे कि इंसुलिन ओवरडोज (Insulin overdose) या इंसुलिन का अधिक डोज होने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और ओवरडोज न हो इसके लिए क्या करना चाहिए। ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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