प्री-डायबिटिक न्यूरोपैथी से घबराएं नहीं सिर्फ जैसे ही शरीर में इसके लक्षण नजर आएं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें और उनके द्वारा दी गई सलाह का ठीक तरह से पालन करें।
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प्री-डायबिटिक न्यूरोपैथी या प्री-डायबिटीज की समस्या को इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक?
किसी भी बीमारी के प्रति लापरवाही शारीरिक परेशानी को बढ़ा सकती है। इसलिए अगर प्री-डायबिटीज की समस्या है और इसे इग्नोर किया जाए तो नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार निम्नलिखित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। जैसे:
ये सभी मरीज को शारीरिक (Physically) एवं मानसिक (Mentally) दोनों तरह से परेशान कर सकती हैं। इसलिए समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी है। वक्त पर इलाज शुरू करवाने से और डॉक्टर द्वारा दिए गए सलाह का ठीक तरह से पालन करने पर किसी भी गंभीर बीमारी से लड़ना और उससे निजात मिलना आसान हो जाता है।
नोट: न्यूरोपैथी की समस्या से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) बैलेंस बनाये रखना बेहद जरूरी है।
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अगर आप प्री-डायबिटिक न्यूरोपैथी के मरीज हैं और प्री-डायबिटिक न्यूरोपैथी (Prediabetic Neuropathy) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं प्री-डायबिटिक न्यूरोपैथी से जुड़ी जानकारी आके लिए मददगार होंगी। वहीं अगर आप या आपके कोई भी करीबी डायबिटिक हैं, तो उन्हें ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने की सलाह दें, जिससे अन्य बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
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