मधुमेह का पारिवारिक इतिहास यानि कि फैमिल हिस्ट्री होना भी नॉन डायबिटीज पेशेंट में हायपरग्लेसेमिया (Hyperglycemia in non-diabetic patients) की समस्या को बढ़ा सकता है। फैमली हिस्ट्री होने पर भी लोगों में इसका जोखिम बढ़ जाता है। जबकि मधुमेह को अच्छी डायट और लाइफस्टाइल के माध्यम से रोका जा सकता है। अधिकतर मामलों में डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री देखी गई है। जिनके परिवार में माता या पिता में डायबिटीज का इतिहास है, उनके बच्चों को विशेषतौर पर इससे बचाव के लिए अपने खानपान और जीवनशैली पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्हें और वैसे तो सभी को एक्सरसाइज रोज करनी चाहिए।
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गर्भवती महिलाओं में (Pregnancy)
गर्भवती महिलाओं को गर्भकालीन मधुमेह भी हो सकता है, जिसे हम जेस्टेशनल डायबिटीज भी कहते हैं। अक्सर गर्भावस्था के 24 से 28 सप्ताह के बीच, हाॅर्मोनल परिवर्तनों के कारण शरीर में ग्लूकोज का स्तर प्रभावित होता है। गर्भावस्था में हाॅर्मोन का प्रभाव रक्त से अतिरिक्त ग्लूकोज को हटाने के लिए इंसुलिन की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर हाय हो जाता है।
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डायबिटीज के कारण एक नहीं बल्कि बहुत से होते हैं। आपको उनके बारे में जानने के साथ ही बीमारी से बचने के उपाय खोजने चाहिए। जैसा कि आपने जाने कि नॉन डायबिटीज पेशेंट में हायपरग्लेसेमिया (Hyperglycemia in non-diabetic patients) के कई कारण हो सकते हैं। सबसे मुश्किल बात यह है कि प्री डायबिटीज पेशेंट में जल्दी कोई लक्षण नजर आते नहीं हैं। लेकिन जिन्हें कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। ताकि प्री डायबिटीज, डायबिटीज में न बदल जाए। इसके अलावा नॉन डायबिटीज पेशेंट में हायपरग्लेसेमिया (Hyperglycemia in non-diabetic patients) की कंडिशन से बचने के लिए हर किसी को अच्छी डायट और लाइफस्टाइल के साथ रोज एक्सरसाइज करने की जरूरत है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।