यह तो थे टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के कुछ लक्षण। अब T2DM पेशेंट्स में ओबेसिटी ट्रीटमेंट (Obesity Treatment In T2DM Patients) से पहले ओबेसिटी और टाइप 2 डायबिटीज के बारे में जान लेते हैं।
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ओबेसिटी और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes): दोनों के बीच में क्या है लिंक, जानिए
हालांकि, डायबिटीज के सही कारणों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। लेकिन, यह जानकारी है कि कई फैक्टर्स विभिन्न प्रकार के डायबिटीज के विकास का कारण बनते हैं। टाइप 2 डायबिटीज के लिए बॉडी मास इंडेक्स (Body mass index) का तीस या इससे अधिक होना ओवरवेट या ओबेसिटी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति का मोटा होना, टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के डेवलप होने का रिस्क फैक्टर है।
यही नहीं, अगर आप ओवरवेट हैं तो आपमें टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है, खासतौर पर अगर आपके पेट के आसपास आपका वजन अधिक हो। अध्ययनों से पता चलता है कि पेट की चर्बी, फैट सेल्स के ‘प्रो-इंफ्लेमेटरी’ केमिकल को रिलीज करने का कारण बनती है, जो शरीर को इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील बना सकती है। इससे इंसुलिन रिस्पॉन्सिव सेल्स के कार्य और इंसुलिन के रिस्पॉन्ड करने क्षमता को बाधित हो सकती है। अब जानते हैं T2DM पेशेंट्स में ओबेसिटी ट्रीटमेंट (Obesity Treatment In T2DM Patients) किस तरह से किया जा सकता है?
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T2DM पेशेंट्स में ओबेसिटी ट्रीटमेंट (Obesity Treatment In T2DM Patients): जानिए कैसे हो सकता है यह उपचार?
T2DM पेशेंट्स में ओबेसिटी ट्रीटमेंट (Obesity Treatment In T2DM Patients) में सही डायट, फिजिकल एक्टिविटीज और बिहेवियर थेरपी आदि शामिल है। आइए जानें इस बारे में विस्तार से और शुरुआत करते हैं डायट से।
डायट (Diet)
T2DM पेशेंट्स को अगर वजन कम करना है और ओबेसिटी को मैनेज करना है, तो उन्हें अपने खाने-पीने का खास ध्यान रखना चाहिए। यही नहीं, उन्हें कितनी मात्रा में खाना है, इस बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। डॉक्टर और डायटीशियन आपके लिए सही मील प्लान करने में आपकी मदद कर सकते हैं। आपको विभिन्न प्रकार के हेल्दी फूड्स को अपने आहार में शामिल करें, जैसे:
- सब्जियां (Vegetables): ब्रोकली, गाजर, टमाटर आदि।
- फल (Fruits): जैसे अमरूद, संतरा, सेब आदि।
- अनाज (Grains): अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने आहार में साबुत अनाज को शामिल करें जैसे ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस आदि।
- प्रोटीन (Protein): जैसे लीन मीट, फिश, अंडे, नट्स और पीनट, ड्रायड बीन्स आदि।
- डेयरी (Dairy): जो नॉनफैट या लो फैट हो जैसे दूध, दही, आदि।
- हार्ट-हेल्दी फैट्स (Heart healthy fats): ऑलिव ऑयल, फिश जैसे टूना, सल्मोन, एवोकाडो आदि।