डायबिटीज पेशेंट्स के लिए वीगन डायट (Vegan diet for diabetics) के फायदे तो हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि केयरफुल डायट प्लान करके इन नुकसानों को टाला जा सकता है। चलिए जान लेते हैं इस डायट की कुछ कमियों के बारे में।
वीगन डायट की कमियां (Downsides of vegan diet)
वीगन डायट की कुछ कमियां भी हैं। चलिए उनके बारे में भी जान लेते हैं।
न्यूट्रिएंट डेफिसिएंशीज (Nutrient deficiencies)
जो लोग वीगन डायट फॉलो करते हैं उनमें दूसरे लोगों की तुलना में कुछ पोषक तत्वों की कमी होने का रिस्क बढ़ जाता है। जिसमें विटामिन बी12, विटामिन बी6, नियासिन, आयरन, कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, आयोडीन और जिंक शामिल है जो कि एनिमल फूड्स में प्रमुख रूप से पाए जाते है। हालांकि प्लांट बेस्ड फूड्स से भी आप ये पोषक तत्व प्राप्त कर सकते हैं। अगर इसे डायट को उस तरह से तैयार किया जाए। जैसे विटामिन बी 12 फोर्टिफाइड सीरियल्स से मिल सकता है और विटामिन बी6 चने, केला और आलू से प्राप्त किया जा सकता है।
प्रोटीन की कमी (Inadequate protein)
जो लोग वीगन डायट फॉलो करते हैं उनके लिए पर्याप्त प्रोटीन और एमिनो एसिड्स (Amino acids) प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। प्रोटीन बॉडी के टिशूज बनाने में मदद करता है और एमिनो एसिड्स ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी है। हालांकि इस परेशानी का हल भी थोड़ी प्लानिंग से निकाला जा सकता है। जिसमें सॉय प्रोडक्ट्स, दालें, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, सनफ्लॉवर सीड्स, पंपकिन सीड्स, किनोआ, ओट्स आदि को डायट में एड किया जा सकता है। बता दें कि ज्यादातर वीगन प्रोडक्ट्स को इनकंप्लीट प्रोटीन का सोर्स माना जाता है। यानी कि इनमें सभी एमिनो एसिड्स नहीं पाए जाते।