डायबिटीज से पीड़ित लोगों में हार्ट डिजीज का रिस्क काफी ज्यादा होता है ऐसे में इस डायट की मदद से वजन को कंट्रोल में रखना ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम कर सकता है। टाइप 2 डायबिटीज हार्ट डिजीज के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए हार्ट हेल्थ का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। जब आप डायबिटीज में वेजिटेरियन डायट (Vegetarian diet in diabetes) को फॉलो कर रहे हैं तो आपके लिए यह बेदह जरूरी हो जाता है कि आप प्रोटीन, हेल्दी फैट और हाय फायबर कार्बोहायड्रेट का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें। जानिए इनका सेवन क्यों जरूरी माना जाता है।

डायबिटीज में वेजिटेरियन डायट में प्रोटीन का सेवन है जरूरी (Protein intake is necessary in diabetes vegetarian diet)
जब डायबिटीज डायट की बात होती है तो प्रोटीन एक जरूरी पोषक तत्व साबित होता है। यह इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ ही डायजेशन को स्लो डाउन करता है जो ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में मदद करता है। जब हम प्रोटीन के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले दिमाग में चिकन, फिश और मीट का नाम ध्यान आता है, लेकिन वेजिटेरियन फूड्स में भी प्रोटीन होता है। जब आप विभिन्न किस्म के प्रोटीन फूड्स को कंज्यूम करते हैं तो प्रोटीन की जरूरत पूरी होती है। जिसमें बीन्स, नट्स, सीड्स, होल ग्रेन्स जैसे कि किनोआ, जौ आदि शामिल है। जो लोग ऐनिमल प्रोडक्ट्स जैसे कि दही और एग खाते हैं वे इनकी मदद से प्रोटीन प्राप्त कर सकते हैं।
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डायबिटीज में वेजिटेरियन डायट में फैट्स को ना भूलें (Do not forget the fats in the vegetarian diet in diabetes)
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग वेजिटेरियन डायट को फॉलो करते हैं, उनके बैड कोलेस्ट्रॉल में कमी देखी जाती है। शायद ऐसा इसलिए है क्योंकि वेजिटेरियन फूड्स आमतौर पर पॉलीअनसेचुरेटेड एन -6 फैटी एसिड, फायबर और प्लांट स्टेरोल से भरपूर होते हैं। दूसरी ओर, वेजिटेरियन डायट में ओमेगा -3 फैटी एसिड की कमी हो सकती है – विशेषकर जो लोग अंडे और फिश का सेवन नहीं करते। ओमेगा -3 फैटी एसिड हृदय और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में डायबिटीज में वेजिटेरियन डायट (Vegetarian diet in diabetes) फॉलो कर रहे लोग फोर्टिफाइड सोय मिल्क और अलसी के बीज, अखरोट, केनोला ऑयल और सोय से हेल्दी फैट्स प्राप्त कर सकते हैं।