ये है टाइप 2 डायबिटीज और डायस्टोलिक प्रेशर ( Type 2 Diabetes and Diastolic Pressure) की कहानी, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज में डायस्टोलिक प्रेशर (Diastolic Pressure in Type 2 Diabetes) से जुड़े शोध क्या हैं इसे समझते हैं आगे।
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टाइप 2 डायबिटीज में डायस्टोलिक प्रेशर से जुड़े क्या हैं रिसर्च रिपोर्ट्स? (Research reports on Diastolic Pressure in Type 2 Diabetes)
अलग-अलग रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार डायबिटीज की वजह से बॉडी में मौजूद छोटे-छोटे ब्लड वेसल्स (Blood vessels) को धीरे-धीरे डैमेज करने लगते हैं। ऐसी स्थिति में ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इसलिए टाइप 2 डायबिटीज में डायस्टोलिक प्रेशर (Diastolic Pressure in Type 2 Diabetes) बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है, जो हार्ट अटैक (Heart attack) और स्ट्रोक (Stroke) जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज और डायस्टोलिक प्रेशर (Type 2 Diabetes and Diastolic Pressure) के मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि बीमारी कितनी भी गंभीर क्यों ना हो ऐसे डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह और सही देखभाल से किसी भी बीमारी को हराया जा सकता है।
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टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण क्या हो सकते हैं? (Symptoms of Type 2 Diabetes)
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं ।जैसे: