नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) और अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) कैसा पड़ता है, इसे समझने के लिए एक रिसर्च की गई। इस रिसर्च में 26 लोगों को शामिल किया गया। जिन लोगों का बॉडी वेट ज्यादा था यानी जो मोटापे के शिकार थें उन्हें 6 सप्ताह तक जम्पिंग रोप एक्सरसाइज (Jump rope exercise) करवाई गई। जम्पिंग रोप एक्सरसाइज की वजह से एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) दोनों में इम्प्रूवमेंट दिखा। इस रिसर्च में ट्राइग्लिसराइड (Triglyceride) में भी इम्प्रूवमेंट देखा गया। ये हुई एक्सरसाइज का एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर प्रभाव (Impact of Exercise on Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity), जो टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में देखा गया। अब एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) जैसे मेडिकल टर्म को एक-एक कर सझते हैं।
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एडिपोनेक्टिन लेवल और इंसुलिन सेंसिटिविटी (Adiponectin Levels And Insulin Sensitivity) क्या है?
एडिपोनेक्टिन लेवल (Adiponectin Levels)
एडिपोनेक्टिन एक तरह का प्रोटीन है, जो मोटाबॉलिज्म को हेल्दी बनाये रखने में खास भूमिका अदा करता है। वहीं जिन लोगों का वजन आवश्यकता से ज्यादा रहता है उनमें प्रोटीन लेवल कम (Low Protein Level) हो जाता है। ऐसी स्थिति में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा एडिपोनेक्टिन ग्लूकोज लेवल (Glucose Level) को बैलेंस रखने में सहायक है और फैटी एसिड (Fatty acid) को तोड़ने में सक्षम है।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार सिंथेटिक एडिपोनेक्टिन से कम हुए एडिपोनेक्टिन लेवल को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity)
नैशनल इंस्टीटूट्स ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बॉडी में पैंक्रियाज सामान्य रूप से हॉर्मोन इंसुलिन बनाने का काम करते हैं और यही सेल्स को ब्लड में से शुगर लेने का संकेत भी है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) में सेल्स इंसुलिन के प्रति अपनी संवेदनशीलता खो देती हैं। इंसुलिन के प्रति शरीर के सेल्स कितने सेंसिटिव हैं, इसे ही मेडिकल टर्म इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) कहते हैं।
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