
कौन से हैं डायबिटीज से जुड़े कॉम्प्लिकेशन? (Diabetes complications)
डायबिटीज की समस्या एक ऐसी समस्या है, जो अपने साथ कई तरह की बीमारियों को न्यौता देती है। यह धीरे-धीरे आपके शरीर में घर करती जाती है, लेकिन इससे जुड़ी सही जानकारी होने पर आप इसके लक्षणों पर ध्यान देकर इसका इलाज जल्द से जल्द करवा सकते हैं। डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशन के रूप में आपको यह तकलीफें दिखाई दे सकती हैं –
- आंखों की समस्या
- इंफेक्शन
- ब्लड प्रेशर
- कोलेस्ट्रॉल
- नर्व डैमेज
- पाचन संबंधी समस्याएं
- किडनी डैमेज
- हड्डियों से जुड़ी समस्याएं
यह सभी समस्याएं आपको डायबिटीज के चलते हो सकती हैं, इसलिए इन समस्याओं को डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन के रूप में देखा जाता है। दरअसल डायबिटीज से जुड़ी यह सभी समस्याएं किसी भी व्यक्ति को बीमार कर सकती हैं, इसलिए डायबिटीज को सामान्य बनाकर इन कॉम्प्लिकेशन को दूर रखने की कोशिश करनी चाहिए। यही वजह है कि सही डायट के जरिए आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में लाकर डायबिटीज से जुड़े कॉम्प्लिकेशन को सामान्य बनाए रख सकते हैं। आइए अब जानते हैं T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट (Low Carb Low Saturated Fat Diet For T2DM People) डायट से जुड़ी यह जरूरी बातें।
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T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट (Low Carb Low Saturated Fat Diet For T2DM People) डायट क्यों है जरूरी?
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन में छपी एक रिसर्च के मुताबिक T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट (Low Carb Low Saturated Fat Diet For T2DM People) डायट बेहद कारगर मानी जाती है। इस रिसर्च में 24 सप्ताह तक 93 टाइप टू डायबिटीज से ग्रसित वयस्कों पर क्लिनिकल ट्रायल किया किया गया, जिसके मुताबिक यह बात सामने आई कि खास तरह के ईटिंग पैटर्न, जिसमें कम कार्बोहाइड्रेट, कम फैट और ज्यादा प्रोटीन का इस्तेमाल किया गया, उनमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और डायबिटीज की समस्या में बेहतरी पाई गई।
साथ ही T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट (Low Carb Low Saturated Fat Diet) की वजह से लोगों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहतर पाया गया। इस रिसर्च में यह साबित हुआ कि डायबिटीज ट्रीटमेंट के तौर पर लाइफ़स्टाइल मॉडिफिकेशन और सही डायट का इस्तेमाल करने पर डायबिटीज मैनेजमेंट थेरेपी का असर कारगर रूप में देखा जा सकता है। साथ ही इससे वेट मैनेजमेंट भी बेहतर रूप से होता हुआ दिखाई दिया। जरूरत से ज्यादा वजन भी डायबिटीज की समस्या में खतरनाक माना जाता है, इसलिए T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट कारगर साबित हो सकता है।
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वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट (Low Carb Low Saturated Fat Diet For T2DM People) डायट क्लीनिकल ग्लाइसेमिक कंट्रोल और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की बेहतरीन के लिए कारगर साबित हुआ। इस रिसर्च में यह साबित हुआ कि T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट (Low Carb Low Saturated Fat Diet), टाइप टू डायबिटीज मैनेजमेंट के डायटरी अप्रोच के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट एक ऐसी डायट के रूप में देखा जा सकता है, जो डायबिटीज के साथ-साथ ह्रदय रोग से ग्रसित लोगों की सेहत को बेहतर बनाए। लेकिन T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट (Low Carb Low Saturated Fat Diet For T2DM People) डायट अलग-अलग तरह से कारगर मानी जा सकती है। इससे डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति की सेहत सीधे तौर पर प्रभावित होती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही और अपनी जरूरत के मुताबिक T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट (Low Carb Low Saturated Fat Diet) का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। डॉक्टर व्यक्ति की स्थिति को जांच कर T2DM लोगों के लिए लो कार्ब और लो सैचुरेटेड फैट डायट का चुनाव कर सकते हैं।