सी सेक्शन एक ऑपरेशन होता है जो बेबी की डिलिवरी के लिए किया जाता है। जिस महिला को डायबिटीज या जेस्टेशनल डायबिटीज होती है और अगर उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में नहीं रहता है उनके सी सेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। अगर महिला का सी सेक्शन होता है तो महिला को चाइल्ड बर्थ से (Childbirth) रिकवर करने में काफी टाइम लगता है।
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हाय ब्लड प्रेशर या प्रीक्लैप्सिया (High Blood Pressure or Preeclampsia)
भ्रूण का सेक्स और जेस्टेशनल डायबिटीज का रिस्क (Fetal sex and maternal risk of gestational diabetes mellitus) बढ़ना महिला के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर देता है। जब गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर ज्यादा होता है, यूरिन में प्रोटीन होता है जिससे उंगलियों और अंगूठे में सूजन आ जाती है जो जाती नहीं है। महिला को प्रीक्लैप्सिया भी हो सकता है। यह एक गंभीर समस्या है जिसकी पास से निगरानी करना जरूरी होता है। हाय ब्लड बच्चे और मां दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी वजह से डिलिवरी के समय बेबी का जल्दी पैदा होना और स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती है। जिन महिलाओं को डायबिटीज होती है उन महिलाओं का ब्लड प्रेशर जिनको नहीं होती उनसे ज्यादा होता है।
लो ब्लड शुगर (Low Blood Sugar Or Hypoglycemia)
जो महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज के चलते इंसुलिन या दूसरी डायबिटीज मेडिसिन लेती हैं उनका ब्लड प्रेशर बहुत कम हो सकता है। लो ब्लड शुगर का इलाज अगर जल्दी ना किया जाए तो यह बहुत गंभीर और यहां तक कि जानलेवा स्थिति हो सकती है। जेस्टेशनल डायबिटीज का शिकार महिलाएं अगर अपने ब्लड शुगर को ठीक से मॉनिटर करती हैं और लो ब्लड शुगर लेवल का इलाज जल्दी करवाती हैं तो इसे अवॉइड किया जा सकता है।
जेस्टेशनल डायबिटीज को मैनेज करने के टिप्स (Tips to manage gestational diabetes)

- हेल्दी फूड का सेवन करें जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करें। इसके लिए डायटीशियन की मदद ली जा सकती है।
- डॉक्टर की सलाह पर रेगुलर एक्सरसाइज करें। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार है।
- ब्लड शुगर को चेक करते रहें।
- कई प्रकार जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को इंसुलिन की जरूरत पड़ जाती है। इसलिए जैसे डॉक्टर ने कहा है उस हिसाब से इंसुलिन लेते रहे।
- बेबी की डिलिवरी होने के 6 से 12 हफ्ते के बाद डायबिटीज टेस्ट कराएं। ताकि 1-3 साल समय-समय पर ये तक टेस्ट कराते रहें।
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उम्मीद करते हैं कि आपको भ्रूण का सेक्स और जेस्टेशनल डायबिटीज का रिस्क (Fetal sex and risk of gestational diabetes mellitus) इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।