हृदय रोग-
सोने के दौरान हमसभी शारीरिक गतिविधि तो नहीं करते हैं लेकिन, यही वो वक्त होता है जब शरीर अंदर से स्ट्रॉन्ग होती है और हमें एनर्जी देती है। अगर नींद पूरी न हो तो शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं आ पाता है। ऐसी स्थिति में हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
डिप्रेशन-
नींद पूरी न होने का सीधा असर मानसिक स्थिति पर पड़ता है। यदि नींद पूरी नहीं होती है, तो सोचने-समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। इससे मानसिक परेशानियां जैसे याददाश्त कमजोर होना या डिप्रेशन जैसी अन्य परेशानियां शुरू हो सकती है।
जोड़ों में दर्द-
अच्छी नींद नहीं मिलने पर हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। हड्डियों में मौजूद मिनरल्स का बैलेंस बिगड़ सकता है। इससे जोड़ों में दर्द की परेशानी होने लगती है।
मोटापे के शिकार-
जब नींद पूरी नहीं होती तो ऐसी स्थिति में लोग ज्यादा खाने लगते हैं और यही कारण है कि ऐसे में वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए कितने घंटे की नींद जरूरी है इसे जाने के बाद आप पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करेंगे और बीमारियों से दूर रहेंगे।
ऊपर बताई गई हेल्दी स्लीप आवर हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा बताई जाती है। अधिकतर लोगों में ये कारगर साबित हुए हैं। कितने घंटे सोने के साथ ही आप कितनी अच्छी नींद लेते हैं ये जानना भी बहुत जरूरी है। इसलिए सोते समय अपने आसपास अच्छी वाइब्स रखें और अच्छी नींद लें। अगर आप कितने घंटे की नींद से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं या आपको नींद से जुड़ी कोई परेशानी है तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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