अब बात की जाए आर्टरीज की, तो आर्टरीज उन ब्लड वेसल्स को कहा जाता है, जो ब्लड को हार्ट से पूरे शरीर में कैरी करती हैं। आर्टरीज का ब्लॉक होना कई समस्याओं के कारण भी हो सकता है जैसे हाय कोलेस्ट्रॉल(High cholesterol), हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure), इंफ्लेमेशन (Inflammation) जैसे आर्थराइटिस, मोटापा या डायबिटीज (Obesity or diabetes), स्मोकिंग (Smoking) आदि। एक्सरसाइज को भी इस समस्या से बचाव के लिए फायदेमंद माना जाता है। डायबिटीज व एथेरोस्क्लेरोसिस और एक्सरसाइज (Diabetes, exercise and atherosclerosis) के बारे में जानकारी से पहले एक्सरसाइज के महत्व के बारे में जान लेते हैं।
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एक्सरसाइज क्यों जरूरी है? (Importance of Exercise)
नियमित व्यायाम करना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। इससे कई रोगों से बचा जा सकता है और हमें कई मानसिक और शारीरिक लाभ होते हैं। ऐसा माना जाता है कि रेगुलर एरोबिक एक्सरसाइज करने से रोगी को एथेरोस्क्लेरोसिस से लड़ने में मदद मिल सकती है। क्योंकि, नियमित व्यायाम से ब्लड में फैट की मात्रा कम होती है, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कम होता है और वजन कंट्रोल में रहता है। ऐसे में एथेरोस्क्लेरोसिस में एक्सरसाइज करना बेहद लाभदायक माना गया है।
इसके लिए ब्रिस्क वॉकिंग,स्विमिंग और साइकिलिंग की सलाह दी जाती है। इसकी शुरुआत धीरे-धीरे करनी चाहिए और कम से कम तीस से चालीस मिनट रोजाना इसे करने से फायदा होता है। लेकिन, आपको कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। यह तो थी जानकारी में एक्सरसाइज के महत्व के बारे में, तो अब जान लेते हैं डायबिटीज व एथेरोस्क्लेरोसिस और एक्सरसाइज (Diabetes, exercise and atherosclerosis) के बारे में।
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डायबिटीज व एथेरोस्क्लेरोसिस और एक्सरसाइज (Diabetes, exercise and atherosclerosis)
अब अगर बात की जाए डायबिटीज व एथेरोस्क्लेरोसिस और एक्सरसाइज (Diabetes, exercise and atherosclerosis) के बारे में, तो नॉन-इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज यानी टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के रोगियों में एथेरोस्क्लेरोसिस के रिस्क को कम करने के लिए नियमित व्यायाम जरूरी है। व्यायाम से पड़ने वाले प्रभाव का आधार हायपरइंसुलिनमिया को कम करने या रोकने की क्षमता, इंसुलिन रेजिस्टेंस और इंट्रा-एब्डोमिनल डिपॉस मॉस (Intra-abdominal adipose mass) में वृद्धि हो सकता है। यह अब्नोर्मलिटीज, प्रीमेच्योर एथेरोस्क्लोरोटिक वैस्कुलर डिजीज (Premature atherosclerotic vascular disease), हायपरटेंशन (Hypertension), टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) अन्य कई समस्याओं से संबंधित होती हैं।