वक्त की कमी के बावजूद भी हर किसी को खुद की फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए। शरीर को फिट रखने के लिए लोग अलग-अलग एक्टिविटीज भी अपनाते हैं जैसे-जिम, योगा, एरोबिक्स, जुम्बा आदि। डांस पर आधारित फिटनेस प्रोग्राम जुम्बा इन दिनों सबसे ज्यादा प्रचलित है और लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं। जुम्बा यानी फन, मस्ती और डांस के साथ फिटनेस के लिए की गयी एक कंप्लीट एक्टिविटी। इससे न सिर्फ कैलोरी ही कम होती है बल्कि, तनाव भी दूर होता है।
जुम्बा डांस एक्सरसाइज (Zumba Dance Workout) क्या है ?
जुम्बा इंटरनेशनल म्यूजिक और डांस मूव्स का एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन है, जिसमें मुख्यतः चार अलग-अलग तरह के डांस आते हैं। इनमें मेरेंगुए (Merengue),कुम्बिआ (Cumbia), रेगेतोन (Reggaeton) और सालसा (Salsa) के साथ कभी-कभी छः और भी डांस फॉर्म्स शामिल किए जाते हैं। लोगों की उम्र, क्षमता, ताकत, शारीरिक बनावट और तनाव के अनुसार दस तरह के जुम्बा फिटनेस प्रोग्राम बनाए गए हैं। जुम्बा की शुरुआत साल 1999 में हुई थी और यह सबसे सक्सेसफुल डांस और फिटनेस प्रोग्राम की लिस्ट में शामिल है।
जुम्बा (Zumba) क्यों है सबसे पसंदीदा वर्कआउट?
बदलती लाइफस्टाइल में बढ़ते तनाव की वजह से अक्सर लोग परेशान रहते हैं। ऐसे में जुम्बा हर स्तर पर स्ट्रेस को कम कर सकता है। जुम्बा करते वक्त, लोग कुछ समय के लिए सब कुछ भूलकर खुशी के साथ वर्कआउट में मग्न हो जाते हैं। इससे सारा तनाव दूर हो जाता है और शरीर के अंदरूनी भाग जैसे-दिल और हड्डियां मजबूत होती हैं। जुम्बा करने से मानसिक सेहत भी बेहतर होती है। यह आपके शरीर को सुडौल करने के साथ ही इससे त्वचा पर रौनक भी आती है।
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जानिए जुम्बा (Zumba) के प्रकार और उससे फायदे
- जुम्बा गोल्ड- जुम्बा गोल्ड सबसे शुरूआती प्रोग्राम माना जाता है। यह प्रोग्राम खासतौर उन लोगों के लिए डिजाइन किया गया है जो जुम्बा की शुरुआत करने वाले लोगों एवं बुजुर्गों के लिए डिजाइन किया गया है। अगर आपभी जुम्बा डांस की मदद से फिट रहना चाहते हैं, तो जुम्बा गोल्ड से शुरुआत करें।
- जुम्बा बेसिक स्टेप वन- जुम्बा डांस में शामिल जुम्बा बेसिक स्टेप वन सबसे लोकप्रिय स्टेप है, जिसे सबसे ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यह बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसलिए ज्यादातर लोगों को यह काफी पसंद आता है।
- स्ट्रांग बाय जुम्बा (strong by zumba)- जुम्बा वर्कआउट में शामिल स्ट्रांग बाय जुम्बा थोड़ा नया प्रोग्राम है। इसे साल 2016 में शुरु किया गया था। यह सिंक म्यूजिक पर हाई इंटेंसिटी वर्कआउट किया जा सकता है।
- एक्वा जुम्बा (aqua zumba)- फिटनेस एक्सपर्ट एक्वा जुम्बा को इम्पैक्ट हाई एनर्जी एक्वेटिक एक्सरसाइज (Impact high energy aquatic exercise) भी कहते हैं। यह स्विमिंग पूल में की जाती है। एक्वा जुम्बा एक्सरसाइज में शरीर के जोड़ों पर ज्यादा अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है।
- जुम्बा गोल्ड टोनिंग प्रोग्राम- इस वर्कआउट को बुजुर्गों की मसल स्ट्रेंथ और शारीरिक दशा को बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। ज्यादातर जुम्बा एक्सपर्ट बुजुर्गों के लिए जुम्बा गोल्ड टोनिंग प्रोग्राम की सलाह देते हैं।
- जुम्बा टोनिंग- इसमें छड़ी या लकड़ी का उपयोग करते हुए शरीर के अलग-अलग अंगों को सुडौल बनाया जाता है।
- जुम्बा सेंटो- इसमें कुर्सी का सहारा लेकर एक्सरसाइज की जा सकती है। इसके अंतर्गत शरीर के वजन पर ध्यान दिया जाता है जिससे शरीर को मजबूती मिलती है और बॉडी सुडौल बनती है। जुम्बा फिटनेस एक्सपर्ट के अनुसार इससे बॉडी का शेप सही रहता है।
- जुम्बा किड्स प्रोग्राम- यह बच्चों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसे खासतौर से सिर्फ 7 से 11 साल के बच्चों के लिए बनाया गया है, जो उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद हो सकता है।
- दिल रहता है स्वस्थ- जुम्बा एक्सरसाइज रोजाना करने से शरीर को फिट रखा जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार जुम्बा वर्कआउट करने से दिल को भी स्वस्थ रखा जा सकता है।
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किसी जुम्बा एक्सपर्ट की देखरेख में जुम्बा करना शरीर और दिमाग के लिए लाभदायक हो सकता है। अगर आपको कोई शारीरिक समस्या या कोई बीमारी है, तो जुम्बा प्रोग्राम शुरु करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
बच्चे भी कर सकते हैं जुम्बा
वर्कआउट की बात जबभी हम करते हैं, तो बच्चों को ऐसे किसी भी एक्सरसाइज से दूर रखा जाता है। हालांकि ऐसा नहीं करना करना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट और फिटनेस एक्सपर्ट्स के अनुसार उम्र और शारीरिक क्षमता के अनुसार ही वर्कआउट करना चाहिए। कुछ जुम्बा वर्कआउट ऐसे भी हैं, जिसे सिर्फ बच्चों के लिए बेहतर माना जाता है। दरअसल जुम्बा किड्स प्रोग्राम के अंतर्गत आने वाला एक्सरसाइज चार से बारह साल के बच्चों के लिए डिजाइन किया गया है। किड्स जुम्बा से बढ़ रहे बच्चे का शारीरिक विकास ठीक तरह से होने के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है। इसलिए पेरेंट्स अपने साथ-साथ बच्चों को भी वर्कआउट, योगा, वॉकिंग या स्विमिंग करने के लिए प्रेरित करें।
मुंबई की रहने वाली 27 वर्षीय प्रीती महेश्वरी कहती हैं कि ‘मुंबई जैसे शहर में रहकर रोजाना वर्कआउट के लिए जाना संभव नहीं पा रहा था। इसलिए मैंने अपने आपको फिट रखने के लिए जुम्बा डांस क्लास जॉइन कर ली। यह मेरा दो दिनों का वीकेंड क्लास रहता है। जहां में प्रत्येक शनिवार और रविवार ढ़ाई से तीन घंटे जुम्बा डांस वर्कआउट करती हूं। इन दो दिनों में नियमित एक्सरसाइज करना मेरे लिए काफी लाभकारी साबित हुआ। मैंने तीन से चार महीने में ही अपना अतिरिक्त बढ़ा हुआ वजन संतुलित कर लिया। इसलिए मैं नियमित तौर से वीकेंड क्लास जाती हूं।’
वैसे अगर आप एक्सरसाइज या जुम्बा करते हैं, तो फिट रहने के लिए अपने आहार पर भी विशेष ध्यान दें। अपने आहार में नियमित रूप से हरी सब्जियां, साग, मौसमी फल, साबुत अनाज, अंकुरित अनाज, डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही और पनीर, मछली और मीट का सेवन करें। फिट रहने के लिए रोजाना दो से तीन लीटर पानी का सेवन करें। वर्कआउट के दौरान शरीर को डिहाइड्रेट न होने दें। इसलिए पानी पीते रहें। जुम्बा क्लास के दौरान भी अपने साथ पानी की बोतल जरूर साथ ले जायें।
अगर आप जुम्बा डांस से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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