ऑटिज्म में बच्चे के डायट का कैसे रखें ध्यान?
जब आपके बच्चे को ऑटिज्म होता है, तो वो कई तरह के खाद्य पदार्थ, उनके स्वाद, गंध, बनावट या रंग को देखकर संवेदनशील हो सकता है और वह उसे खाने से इंकार कर देता है। ऐसे में नए तरह का खाना खिलाना भी एक चुनौती होती है, इसलिए इस दिशा में धीरे-धीरे कदम उठाने चाहिए। इसके लिए आप एक खास तरीका अपना सकते हैं। जब आप शॉपिंग पर जाएं, तो अपने बच्चे को साथ ले जाने की कोशिश करें और उसे अपनी पसंद का खाना चुनने को बोलें। जब आप वो खाना घर लाएं, तो उसे संतुलित तरीके से बनाने की कोशिश करें। हो सकता है कि खाना बनने के बाद बच्चा खाने से इंकार कर दे। ये बेहद सामान्य बात है, उसे इस चीज से परिचित होने में वक्त लग सकता है। ऑटिज्म में न्यूट्रिशन टिप्स को फॉलो करके इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।
ऑटिज्म में कुछ थेरिपी कर सकती हैं मदद
ऑटिज्म बच्चों की सही देखभाल के साथ ही उनकी थेरेपी कराना भी बेहद आवश्यक होता है। ऑटिज्म बच्चे की मदद के लिए थेरेपी ही एकमात्र सबसे बड़ा सपोर्ट हो सकता है। क्योंकि ऑटिज्म को इलाज अब-तक मुमकिन नहीं हो पाया है। इसलिए थेरेपी को ही सबसे बड़ा सपोर्ट माना जाता है। ऑटिज्म के लिए कई तरह की थेरेपी दी जाती है। क्योंकि ऑटिज्म कई प्रकार के होते हैं, इसलिए उनके लिए यही थेरेपी निर्धारित कि जाती है। ऑटिज्म के लिए थेरेपी तीन प्रकार के हो सकते हैं।