ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों से दोस्ती के लिए अपनाएं ये तरीके
ऑटिस्टिक बच्चों को ऐसे लोग बहुत जल्दी पसंद आते हैं जो उनकी सहायता करते हैं और उनके अलग होने के बावजूद भी उनसे बात करने की कोशिश करते हैं। दोस्ती का आधार केवल पसंद, अच्छा व्यवहार और आपसी समझ होता है।
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ऑटिज्म से पीड़ित दोस्त के साथ शांत रहें
जाहिर सी बात है कि ऑटिस्टिक दोस्त आपके बाकी दोस्तों से अलग ही होगा। हालांकि, वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगा कि आपकी बातों को समझे लेकिन अगर कोई गड़बड़ होती है या फिर आपके अनुसार व्यव्हार नहीं हो पा रहा तो शांत रहे। गुस्सा करने के बजाय उससे शांति से बात करें और उसे अपनी बात समझाने की कोशिश करें। वह जैसा है, उसे वैसा ही अपनाने की कोशिश करें क्योंकि आपके हिसाब से बनना उसके लिए मुश्किल होगा और इससे आपके संबंध खराब हो सकते हैं। जब आप उसे उसी रूप में एक्सेप्ट कर लेंगे तो वह भी आपकी पसंद के अनुसार व्यवहार करेगा।
ऑटिस्टिक दोस्त के साथ साफ शब्दों में बात करें
मैसेज वाली भाषा में बात न करें, साफ शब्दों में बात करें जिससे आपका दोस्त आसानी से समझ पाए। अगर आपने कोई सवाल पूछा है तो तुरंत जवाब न मांगे उसे सोचने और समझने के लिए बाकी दोस्तों की अपेक्षा थोड़ा अधिक समय दें। अगर वो देर से रिप्लाई कर रहा है तो चिढ़े नहीं। धैर्य के साथ इस परिस्थिति को हैंडल करें।
ऑटिज्म से पीड़ित दोस्त के साथ बाहर घूमने का प्लान बनाएं
घूमना फिरना सबको पसंद होता है इसलिए अपने दोस्त के साथ फिल्म, पिकनिक आदि का प्लान बनाएं। ऑटिस्टिक बच्चे दूसरे बच्चों में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन साफ तौर पर जाहिर न कर पाने के कारण ऐसा करना मुश्किल होता है। अगर आप रोजाना उसके साथ कुछ समय बिताते हैं तो भी आपकी दोस्ती गहरी हो सकती है। उसका मूड में बेहतर हो सकता है और आपका भी।