ऐलिवेटिड (ऊपर उठा हुआ)
हाई ब्लड प्रेशर तब होता है जब रीडिंग लगातार 120-129 सिस्टोलिक और 80 mmHg डायस्टोलिक से कम होती है। ऐलिवेटिड ब्लड प्रेशर वाले लोग यदि अपनी वर्तमान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम नहीं उठाते तो उनमें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
हाइपरटेंशन स्टेज 1
हाइपरटेंशन स्टेज 1 तब होता है जब ब्लड प्रेशर लगातार 120 -139 सिस्टोलिक या 80-89 mmHg डायस्टोलिक तक पहुंच जाता है। हाई ब्लड प्रेशर रीडिंग के इस स्तर पर, डॉक्टर आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही डॉक्टर आपकी अन्य बीमारी को देखते हुए दवा दे सकते हैं।
हाइपरटेंशन स्टेज 2
हाइपरटेंशन स्टेज 2 तब होता है जब ब्लड प्रेशर लगातार 140/90 mmHg या इससे अधिक होता है। हाई ब्लड प्रेशर की इस स्टेज पर डॉक्टर आपको दवा के साथ ही अपनी जीवन शैली में परिवर्तन की सलाह देते हैं।
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हाइपरटेंसिव क्राइसिस
हाई ब्लड प्रेशर के इस चरण में मेडिकल केयर की आवश्यकता होती है। यदि आपकी ब्लड प्रेशर का रीडिंग अचानक 180/120 mmHg से अधिक हो जाती है तो पांच मिनट प्रतीक्षा करें और फिर से अपना ब्लड प्रेशर चेक करें। यदि फिर भी ब्लड प्रेशर का रीडिंग अधिक है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह स्थिति हाइपरटेंसिव क्राइसिस की ओर इशारा करती है।
यदि आपका ब्लड प्रेशर 180/120 mmHg से अधिक है और आप सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, पीठ दर्द की समस्या, कमजोरी का एहसास, दृष्टि में बदलाव या बोलने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तो भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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ब्लड प्रेशर रीडिंग (Blood Pressure Reading)?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार हर उम्र और लिंग के अनुसार ब्लड प्रेशर रीडिंग में अंतर होता है।
15 से 18 वर्ष में लड़कों का ब्लड प्रेशर 117 से 77 mmHg होना चाहिए। वहीं लड़कियों का 120 से 85 mmHg तक होना चाहिए। इसके बाद की स्थिति गंभीरता को बढ़ा सकती है।
19 से 24 वर्ष में दोनों का ही ब्लड प्रेशर 120 से 79 mmHg तक होना चाहिए।