मेडिकल उपकरण : एमआरआई (MRI)

एमआरआई उपकरण (MRI) को मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग कहते हैं। एमआरआई (MRI) टेस्ट में मैग्नेटिक और रेडियो तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। कम्प्यूटर की हेल्प से शरीर के अंदरूनी हिस्सों की तस्वीर साफ तौर पर देखी जा सकती है। एमआरआई टेस्ट का इस्तेमाल कर डॉक्टर यह देख सकता है कि किसी इलाज का आपके शरीर पर कैसा असर हो रहा है। यह एक्स-रे और सीटी स्कैन तकनीक से अलग है, क्योंकि इसमें रेडिएशन का इस्तेमाल नहीं होता है। साथ ही एमआरआई टेस्ट की सहायता से चोट की जानकारी भी मिल जाती है। ये दिमाग और रीढ़ की हड्डी के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों में भी की जा सकती है।
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मेडिकल उपकरण : सीटी स्कैन ( Computerized tomography)

सीटी स्कैन की हेल्प शरीर की सेक्शन या स्लाइस की टू-डायमेंशनल इमेज प्राप्त होती है। साथ ही इससे थ्री-डायमेंशनल इमेज भी मिलती है। सीटी स्कैन को एक्स-रे मशीन का दूसरा तरीका कहा जा सकता है। ये वन रेडिएशन बीम भेजने का काम करता है। सीटी-स्कैन की मदद से एक्स-रे अपेक्षा पिक्चर में ज्यादा डिटेल मिलती है। सीटी-स्कैन की मदद से सॉलिड ऑर्गन के टिशू को साफ तौर पर देखा जा सकता है। डिटेल मिल जाने के बाद डाटा को कम्प्युटर में ट्रांसमिट किया जा सकता है। कम्प्युटर में 3-D क्रॉस सेक्शनल पिक्चर तैयार हो जाती है और बॉडी के जिस पार्ट का सीटी-स्कैन किया जाता है, वो भी कम्प्यूटर में दिखने लगता है। कभी-कभी कॉन्ट्रास्ट डाई (contrast dye) का भी यूज किया जाता है, जिससे पिक्चर अधिक क्लीयर दिखाई देती है। सीटी-स्कैन की हेल्प से सॉफ्ट टिशू, ब्लड वैसल, लंग्स, ब्रेन, एब्डॉमन, बोन्स और पेल्विक की इमेज को क्लीयर देखा जा सकता है। सीटी-स्कैन का यूज कैंसर डायग्नोज करने में भी किया जाता है। कुछ कैंसर जैसे कि लंग कैंसर, लिवर कैंसर, पैंक्रिएटिक कैंसर आदि।
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मेडिकल उपकरण : एक्स-रे मशीन (X-ray machine)

एक्स-रे मशीन की मदद से कॉमन इमेजिंग टेस्ट किया जाता है। बिना किसी चीर-फाड़ के डॉक्टर शरीर के अंदरूनी हिस्सों की जानकारी मिल जाती है। डिफरेंट परपज के लिए डिफरेंट एक्स-रे का यूज किया जा सकता है। जैसे कि डॉक्टर ब्रेस्ट में अंदरूनी जानकारी के लिए मैमोग्राम (mammogram ) सजेस्ट कर सकता है। साथ ही गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को करीब से देखने के लिए डॉक्टर बेरियम एनीमा के साथ एक्स-रे सजेस्ट कर सकता है। शरीर के विभिन्न हिस्सो में दर्द की समस्या होने पर डॉक्टर एक्स-रे की सलाह देता है। बोन कैंसर, ब्रेस्ट ट्युमर, डायजेस्टिव प्रॉब्लम, इंफेक्शन आदि के लिए एक्स-रे की सलाह दी जा सकती है। एक्स-रे स्टैंडर्ड प्रोसीजर होता है। ज्यादातर केस में एक्स-रे के पहले किसी भी प्रकार की तैयारी की जरूरत नहीं पड़ती है। रेडियोलॉजिस्ट आपको आरामदायक कपड़े पहनने की सलाह दे सकता है।
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