टैटू का क्रेज इन दिनों युवाओं में खूब देखा जा रहा है। टैटू को पुराने दौर से गोदना भी कहा जाता रहा है। सबसे पहले इसका प्रचलन प्राचीन इजिप्ट में शुरू हुआ था। उस दौर में इसे खास मकसद से बनवाया जाता था और ज्यादातर लोग छोटा निशान या नाम लिखवाते थे। लेकिन, इस बदलती लाइफस्टइल में टैटू अब फैशन का हिस्सा हो चुका है। लेकिन, ऐसे में टैटू करवाते समय सावधानियां बरतनी जरूरी हो जाती हैं, नहीं ये कई बार बड़ी मुश्किलें भी खड़ी कर सकते हैं।
टैटू करवाते समय सावधानियां:
- टैटू करवाते समय सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। ऐसे में अपने डर्मेटॉलजिस्ट (त्वचा विशेषज्ञ) से टैटू बनवाने के पहले सलाह ले लेना सही होगा।
- किसी से भी टैटू न बनवाएं। बेहतर होगा आप टैटू एक्सपर्ट के पास जाएं।
- टैटू बनवाने से पहले विचार करें। क्योंकि टैटू को पूरी तरह से मिटाया नहीं जा सकता है।
- लेजर की मदद से टैटू हटाया जा सकता है। लेकिन, ये अत्यधिक मंहगा होता है।
- टैटू करवाते समय सावधानियां बरतते समय इस बात का भी खास ख्याल रखें कि आप कौन सा डिजाइन बनवाना चाहते हैं या कुछ और टैटू कराना चाहते हैं क्योंकि यह बहुत ही जरूरी है। इसके बारे में जरूर सोच लें।
- टैटू करवाते समय सावधानियां बरतने की दिशा में यह टैटू स्टूडियो की साफ-सफाई पर भी ध्यान दें।
- अगर आप बीमार हैं या ब्लड डोनेट करने वालें हैं, तो इसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें।
- टैटू करवाते समय सावधानियां बरतते समय ध्यान दें कि टैटू बनवाने के बाद तकरीबन दो से तीन महीने तक ब्लड डोनेट न करें।
- टैटू वाले स्किन एरिया का ध्यान रखें और वक्त-वक्त पर एंटी-बायोटिक क्रीम लगाएं।
- टैटू बनवाने के बाद कुछ दिनों तक स्विमिंग न करें। इससे इंफेक्शन का खतरा होता है।
- जिस सिरिन्ज से टैटू बनाया जाएगा वो स्टरलाइज किया हुआ होना चाहिए।
- स्किन टेस्ट करवाना भी टैटू करवाते समय सावधानियां बरतने की दिशा में सही कदम होगा।
- टैटू आर्टिस्ट ने अपने हाथ धोएं या नहीं इस बात पर ध्यान दें। इसके साथ ही उसे नए ग्लोव्स पहनने के लिए कहें।
- इस बात को सुनिश्चित करें कि टैटू आर्टिस्ट जिस नीडल या ट्यूब का उपयोग कर रहा है पर सील पैक हो।
- टैटू बनाने के लिए यूज किए जाने वाले उपकरणों का भी र्स्टलाइज होना जरूरी है। इस बात पर भी ध्यान दें।
और पढ़ें : मोटापा कम करना चाहते हैं, तो यहां पढ़ें पूरे आर्टिकल्स
टैटू से जुड़े रोचक तथ्य
- पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा टैटू करवाती हैं और टैटू के डिजाइन को बदलवाती भी हैं।
- टैटू बनवाने वाले सबसे पहले व्यक्ति हैं संगीतकार टॉमी ली। टॉमी ने साल 2007 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
- ईरान, टर्की और यूनाइटेड अरब एमरिट्स (UAE) में टैटू करवाना या बनवाना बैन है।
- एक टैटू प्रति मिनट 50 से 3,000 बार त्वचा को पंचर कर सकता है।
- न्यूजीलैंड के लोगों के शरीर पर सबसे ज्यादा टैटू होते हैं।
- साल 2012 में किए गए एक सर्वे के अनुसार 59 प्रतिशत महिलाओं ने हार्ट और एंजल बनवाया है।
- जॉर्ज पॉल मैकलारेन जिन्हें लकी डायमंड रिच (Lucky Diamond Rich) के नाम से भी जाना जाता है। इनके पूरे शरीर पर टैटू बना हुआ है, जिस वजह से इन्हें टैटू मैन भी कहा जाता है।
- आधुनिक टैटू गन में चार अलग-अलग सेक्शन होते हैं। सबसे पहले सुई दूसरा सुई से त्वचा में टैटू बनाने के लिए स्याही को पकड़ने के लिए एक ट्यूब, तीसरा सुई को चलाने के लिए एक इलेक्ट्रिक मोटर लगी होती है।
और पढ़ें: जानिए किस तरह पड़ता है टैटू का हेल्थ पर असर
शरीर पर सबसे ज्यादा टैटू करवाने वाली जगह
और पढ़ें : फिटनेस के लिए कुछ इस तरह करें घर पर व्यायाम
टैटू करवाते समय सावधानियां बरतना ही काफी नहीं बाद में भी रखें इन बातों का ख्याल
टैटू आर्टिस्ट और डर्मेटोलॉजिस्ट दोनों का ही मानना है की टैटू बनवाने के बाद अगर कोई समस्या होती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
- टैटू वाले स्किन एरिया में लगातार दर्द होना।
- हाथ और पैर में अगर टैटू बनवाया है आपने तो विशेष ख्याल रखें।
- टैटू वाले एरिया से ब्लड या पानी जैसी कोई अन्य द्रव निकलना।
- टैटू बनवाने के बाद बुखार आना। इंफेक्शन की वजह से ऐसा हो सकता है।
और पढ़ें: स्तनपान के दौरान टैटू कराना चाहिए या नहीं?
टैटू बनवाने के साइड इफेक्ट्स
स्किन इंफेक्शन
टैटू कराने से सबसे पहला खतरा स्किन इंफेक्शन का होता है। यूं तो यह एक आर्ट है और लोग सदियों से लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इसका इसका सहारा लेते आ रहे हैं। लेकिन कई मामलों में देखा जाता है कि टैटू करवाने से लोगों को स्किन इंफेक्शन भी हो जाता है। इसका कारण है कि इसमें स्किन का ऊपर परत के हटाकर इंक का प्रयोग किया जाता है, जो कई लोगों को शूट नहीं करती है। ऐसे में टैटू करवाते समय सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।
कई मामलों में देखा गया है कि लोगों को टैटू कराने से एलर्जिक रिएक्शन भी हो जाते हैं। इसका कारण इंक होती है। देखा जाता है कि इंक में प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा कई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि कई तरह के कलर का इस्तेमाल करने से जैसे कि नीला, पीला या लाल आदि पिगमेंट से लोगों में एलर्जिक रिएक्शन होने की आशंका बनी रहती है।
केलॉइड स्कारिंग (keloid scarring):
टैटू बनवाने से स्किन की बाहरी सतह को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में कई बार स्कार यानि की चोट के निशान रह जाने की भी आशंका रहती है। ऐसा तब देखने को मिलता है जब टैटू कराने के बाद स्किन पूरी तरह से रिकवर न हो पाई हो और उसमें कोई इंफेक्शन हो जाए। इस तरह के मामलों में देखने को मिलता है कि त्वचा पर केलॉइड स्कारिंग हो जाती है। इसमें खून के धक्के बन जाते हैं और जो कि डैमेज टिश्यू के साथ मिल जाते हैं और यह स्कार के रूप में स्किन पर दिखता है।
ब्लड बॉर्न डिसीज (Blood Born Disease):
अगर आपके टैटू को बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया उपकरण संक्रमित खून से दूषित है तो आप अलग-अलग ब्लड बॉर्न डिसीज के शिकार हो सकते हैं। इसमें हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एडस शामिल हैं। इस तरह टैटू का हेल्थ पर असर पड़ सकता है।
यदि आपको लगता है कि आपका टैटू संक्रमित हो सकता है या आप चिंतित हैं कि आपका टैटू ठीक नहीं हो रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। टैटू करवाते समय सावधानियां बरतनी भी जरूरी हैं। हम आशा करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। यदि आप टैटू का हेल्थ पर असर पड़ने से जुड़ी अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट कर पूछ सकते हैं। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया तो भी हमें कमेंट कर जरूर बताएं।
ऊपर दी गई बातों को अवश्य ध्यान रखें और टैटू करवाते समय सावधानियां बरतें, लेकिन अगर कोई परेशानी समझ में आती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और टैटू करवाते समय सावधानियां कौन सी बरतनी चाहिए इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।