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कोलेस्ट्रॉल में गिलोय का उपयोग है असरकारक, इस तरह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में करता है मदद!

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    कोलेस्ट्रॉल में गिलोय का उपयोग है असरकारक, इस तरह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में करता है मदद!

    पिछले कुछ वर्षों से आयुर्वेद बॉडी को हील करने के लिए सुर्खियों में है। नैचुरली इम्युनिटी बूस्टर गिलोय महत्वपूर्ण औषधीय पौधों में से एक है। इसे एक अद्भुत जड़ी बूटी माना जाता है और इसका उपयोग कई तरह के फीवर को दूर करने के लिए प्रसिद्ध है। साथ-साथ यह शरीर के सामान्य दर्द, सर्दी, खांसी, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और स्किन डिसऑर्डर्स के इलाज के लिए भी उपयोगी है, लेकिन क्या आपको पता है कि कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy in Cholesterol) का इस्तेमाल लाभकारी है? दरअसल, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और बाहर के खानपान से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। हार्ट को स्वस्थ रखने का एक तरीका है अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाना और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करना। कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy uses in Cholesterol) कितनी लाभप्रद है, इसके लाभ और उपयोग के बारे में ही इस लेख में बताया जा रहा है।

    गिलोय (Giloy) के अन्य नाम क्या हैं?

    गिलोय को अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia) इसका साइंटिफिक नाम है। इसके अलावा गिलोय को अमृता, अमृतवल्ली, अमृता बल्ली, अमृता, बहुचिन्ना, चक्रलक्षनिका, छिन्नारुहा, देवनिर्मिता, गुडुची, गुलवेल, ज्वरारी, मधुपर्णी, रसायनी और सोमवल्ली के नाम से भी जाना जाता है।

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    गिलोय क्या है? (Giloy)

    गिलोय (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) एक बेल (क्रीपर) है जो कि बोटैनिकल फैमिली मेनिस्पर्मेसी से है। यह पौधा भारत का मूल निवासी है, लेकिन चीन और ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी पाया जाता है। इसे आयुर्वेद में एक आवश्यक हर्बल पौधा माना जाता है। इसका उपयोग कई हेल्थ कंडिशन्स के उपचार के रूप में करते हैं। आयुर्वेदिक मेडिसिन में इस पौधे के सभी भागों का उपयोग किया जाता है। हालांकि, इसकी स्टेम को सबसे फायदेमंद माना जाता है।

    कोलेस्ट्रॉल में गिलोय

    हाय कोलेस्ट्रॉल में गिलोय के क्या लाभ हैं? (Giloy benefits in High Cholesterol)

    हाय कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy in High Cholesterol) के फायदे निम्न हो सकते हैं।

    • आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से गिलोय मेटाबॉलिज्म में सुधार और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को खत्म करके शरीर में हाय कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। ऐसा इसके दीपन (भूख बढ़ाने वाला), पचन (पाचन) प्रकृति और रसायन (कायाकल्प) गुणों के कारण होता है।
    • बात की जाए मॉडर्न मेडिसिन साइंस की तो गिलोय में मौजूद अल्कलॉइड कंपाउंड्स में से एक बर्बेरीन (berberine) है। यह एक ट्रेडिशनल हर्बल रेमेडी है जो ह्यूमन स्टडीज से पता चला है कि ब्लड शुगर को कम करता है। बर्बेरीन डायबिटीज की दवा मेटफॉर्मिन की तरह काम करता है। यह न केवल ब्लड शुगर बल्कि एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करने के लिए बर्बेरिन कुछ दवाओं के रूप में प्रभावी हो सकता है।
    • गिलोय में पाए जाने वाले एक्टिव कम्पाउंड में से एक टेरपेनोइड्स एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल, एंटीकैंसर और एंटीडायबिटिक गुणों से भरपूर होता है।
    • शोध में पाया गया है कि गिलोय में मौजूद लिग्नान (Lignans) कम्पाउंड कुछ प्रकार के कैंसर कोशिकाओं के विकास को धीमा कर सकते हैं या मार भी सकते हैं। गिलोय में स्टेरॉयड यौगिक स्किन हेल्थ, वॉन्ड हीलिंग और कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
    • कुछ कम्पाउंड्स में कोलेस्ट्रॉल के समान रासायनिक संरचना होती है। वे आंत में कोलेस्ट्रॉल के अब्सॉर्प्शन को बाधित कर सकते हैं। इससे ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy uses in high Cholesterol) के लाभ के अलावा दूसरी हेल्थ कंडिशन में भी इसके फायदे हैं।

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    गिलोय के अन्य उपयोग (Other uses of Giloy)

    परंपरागत रूप से, गिलोय का इस्तेमाल निम्नलिखित बिमारियों के उपचार में किया जाता है:

    • बुखार
    • यूरिनरी समस्याएं
    • अस्थमा
    • पेचिश
    • डायरिया
    • स्किन इंफेक्शन
    • हैनसेन डिजीज (जिसे पहले कुष्ठ रोग कहा जाता था)
    • डायबिटीज
    • गाउट
    • पीलिया
    • एनोरेक्सिया
    • आंखों की समस्याएं

    कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy in Choletesrol) के लाभ के बारे में क्या कहती है स्टडी?

    लैब में जानवरों पर की गई कई स्टडीज से पता चलता है कि गिलोय सेल्स को कम इंसुलिन रेसिस्टेंट बनाकर ब्लड शुगर को कम करता है। यह एनिमल्स में भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एनिमल स्टडी ने मल्टी-हर्ब फॉर्मूला (Multi herb formula) का उपयोग किया जिसमें गिलोय के अलावा सात अन्य जड़ी-बूटियां भी शामिल थीं। इस वजह से, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गिलोय या किसी अन्य जड़ी-बूटी से संभावित लाभ मिले या नहीं। कोलेस्ट्रॉल में गिलोय के उपयोग को लेकर अन्य स्टडीज करने की आवश्यकता है।

    गिलोय के प्रयोग के नुकसान क्या हैं? (Giloy side effects)

    • जब तक आप इसे डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब खुराक के अनुसार लेते हैं, तब तक हेल्दी लोगों में गिलोय के इस्तेमाल से कोई रिस्क नहीं होता है। हालांकि, यह कुछ लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं है। चूंकि, इसमें ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता होती है, इसलिए यदि आप अपने ग्लूकोज को कम करने के लिए दवाएं लेते हैं तो आपको इस जड़ी बूटी से सावधान रहना चाहिए। आपको लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसेमिक) रिएक्शन हो सकता है।
    • यदि आपको एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जैसे रुमेटाइड अर्थराइटिस, ल्यूपस (lupus) या क्रोहन डिजीज (Crohn’s disease) आदि, तो हो सकता है गिलोय आपके शरीर में कोई समस्या पैदा कर दे। ऐसा इसके इम्यून सिस्टम पर उत्तेजक प्रभावों के कारण हो सकता है। ऑटोइम्यूनिटी के साथ, आपका इम्यून सिस्टम पहले से ही ओवरस्टिम्युलेटेड होता है। यह हानिकारक रोगजनकों (Pathogens) के बजाय कुछ हेल्दी सेल्स पर अटैक करने का कारण बनता है।
    • प्रेग्नेंट या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए गिलोय की सिफारिश नहीं की जाती है। यदि आप इसे इस स्थिति में गिलोय के उपयोग पर विचार कर रहे हैं तो किसी डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से पहले बात करें।

    नोट-हम हमेशा हर्बल रेमेडीज से सावधान रहने की सलाह देते हैं। वे नैचुरल हैं, इसका यह मतलब नहीं है कि वे सुरक्षित भी हों। हर्ब्स कुछ कुछ दवाओं के साथ परस्पर रिएक्ट कर सकती हैं या उनेक कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। गिलोय या कोई अन्य ओवर-द-काउंटर उपचार लेने से पहले, डॉक्टर से परामर्श कर लेना सबसे अच्छा विकल्प होता है।

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    कोलेस्ट्रॉल में गिलोय का प्रयोग कैसे करें? (How to use Giloy in cholesterol)

    कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy uses in Cholesterol) का उपयोग निम्न प्रकार किया जा सकता है।

    स्टोर में गिलोय कैप्सूल, टैबलेट या सप्लिमेंट के रूप में मिलता है। क्योंकि हर मैन्युफैक्चरर की प्रिपरेशन अलग-अलग हो सकती है, इसलिए आपको इसे लेबल पर दिए निर्देशों के अनुसार लेना चाहिए। आप सूखे गिलोय का पाउडर के साथ-साथ जड़ों और तनों से बना टिंचर या जूस भी खरीद सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए अनुशंसित मात्रा में पानी मिलाएं। 2-3 चम्मच गिलोय के रस में 1 गिलास पानी डालकर पिया जा सकता है।

    भारत में आयुर्वेदिक मेडिसिन के साथ ट्रेडिशनल मेडिसिन में लोग कई वर्षों से गिलोय का उपयोग करते आ रहे हैं। यह इम्युनिटी बूस्टर, हे फीवर के लक्षणों को दूर करने में, स्किन एलर्जी को खत्म करने में और ब्लड शुगर को मेंटेन करने में मददगार हो सकता है। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल में गिलोय के इस्तेमाल और उसके प्रभाव से संबंधित ह्यूमन स्टडीज बहुत कम ही मौजूद है। इसलिए, किसी भी हर्बल सप्लीमेंट को लेने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करना हमेशा जरूरी होता है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको कोलेस्ट्रॉल में गिलोय (Giloy uses in High Cholesterol) के उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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