पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) एक ऐसी स्थिति है जो आर्टरीज की सूजन का कारण बनती है। यह प्रमुख रूप से छोटी और मीडियम आर्टरीज को प्रभावित करती है। जिससे उनमें सूजन आ जाती है या वे डैमेज हो जाती हैं। यह ब्लड वेसल्स की एक गंभीर बीमारी है जो इम्यून सिस्टम में खराबी के कारण होती है। यह एक रेयर डिजीज है। इस डिजीज के कारण जो बॉडी के जो हिस्से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं उनमें नर्व्स, इंटेस्टिनल ट्रैक्ट, हार्ट और जॉइंट्स शामिल हैं। यह किडनी की ब्लड वेसल्स को भी प्रभावित कर सकती है जिसकी वजह से हाय ब्लड प्रेशर के कारण किडनी का कार्य प्रभावित हो सकता है।
इस बीमारी से सभी एज ग्रुप के लोग प्रभावित हो सकते हैं। जिसमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हैं। यह महिलाओं और पुरुषों को समान रूप से प्रभावित करती है। हेपेटायटिस बी और सी इंफेक्शन से ग्रसित लोगों को इससे प्रभावित होने का रिस्क बढ़ जाता है।
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा के लक्षण (Polyarteritis nodosa symptoms)
चूंकि, यह बीमारी कई अंगों को प्रभावित करती है इसलिए इसके लक्षण कई प्रकार के हो सकते हैं। जिन लोगों को यह बीमारी होती है वे थका हुआ और कमजोर महसूस करते हैं। इसके साथ ही उनमें भूख कम लगना, वजन कम होना और बुखार आना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। प्रभावित हिस्से के अनुसार भी लक्षण दिखाई दे सकते हैं। जिसमें मसल्स और जॉइंट्स में पेन, स्किन में घाव, हार्ड टेंडर नोड्यूल्स और अल्सर, एब्डोमिनल पेन या स्टूल में ब्लड आना आदि शामिल हैं। सांस लेने में परेशानी, सीने में दर्द जैसे लक्षण तब दिखाई देते हैं जब बीमारी हार्ट को प्रभावित करती है। इस बीमारी में हाय ब्लड प्रेशर की समस्या होना आम है। अगर इस बीमारी का इलाज ना कराएं जाएं तो कॉम्प्लिकेशन बढ़ सकते हैं। समय पर इलाज से इस दुर्लभ बीमारी को मैनेज किया जा सकता है।
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पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा के कारण (Polyarteritis nodosa causes)
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) के कारणों के बारे में जानकारी नहीं है। बता दें कि यह कैंसर का रूप नहीं है और ना ही यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक से दूसरे में फैलती है। यह बीमारी अनुवांशिक भी नहीं होती है। रिसर्च लेबोरेटरी से प्राप्त एविडेंस के अनुसार इस बीमारी में इम्यून सिस्टम प्रमुख भूमिका निभाता है। जिसकी वजह से ब्लड वेसल और टिशू में इंफ्लामेशन आता है और वे डैमेज होती हैं। जैसे कि हम पहले बता चुके हैं कि यह बीमारी हेपेटायटिस बी इंफेक्शन से जुड़ी है। चूंकि हेपेटायटिस बी के लिए वैक्सीन है तो इसका रिस्क भी थोड़ा कम हो जाता है।
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा को डायग्नोस कैसे किया जाता है? (Polyarteritis nodosa Diagnosis)
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) को डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर निम्न स्टेप अपनाते हैं।
- पेन (Polyarteritis nodosa) के लक्षणों का पता लगाने के लिए डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री देखते हैं।
- फिजिकल एग्जामिनेशन के द्वारा बीमारी से प्रभावित अंगों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
- साथ ही ये भी पता लगाने की कोशिश करते हैं कि ये लक्षण किसी दूसरी बीमारी से तो नहीं मिल रहे।
- ब्लड टेस्ट जिसमें सीबीसी, ब्लड कल्चर और यूरिन एनालिसिस (Creatinine) के जरिए डॉक्टर इंफ्लामेशन और ऑर्गन इनवॉल्वमेंट की साइट्स को देखते हैं।
- इमेजिंग टेस्ट जिसमें एक्स रे, सीटी (Computed tomography) (CT) और मैग्नेटिक रिजानेंस (Magnetic resonance) स्कैन्स की मदद ली जाती है। ताकि प्रभावित हिस्से में असामान्यताओं का पता लगाया जा सके।
अगर पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) का संदेह होता है, तो डॉक्टर बायोप्सी या आर्टरियोग्राम रिकमंड करते हैं। आर्टेरियोग्राम में (Arteriogram) में ब्लड स्ट्रीम में डाय का इंजेक्शन शामिल होता हे जो ब्लड वेसल्स को देखने की अनुमति देता है। जिससे पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा के मौजूद होने की जानकारी मिलती है। वहीं साइट इंवॉल्वमेंट के आधार पर बायोप्सी की जाती है। जिसमें प्रभावित हिस्से के टिशूज को लेकर उसमें बीमारी की जांच की जाती है। ये दोनों टेस्ट ऊपर बताए गए टेस्ट में कुछ असमानता मिलने पर किए जाते हैं। इन टेस्ट के रिजल्ट और स्थिति की गंभीरता के आधार पर डॉक्टर ट्रीटमेंट रिकमंड करते हैं। इस बीमारी का इलाज मेडिकेशन के जरिए ही किया जाता है।
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पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा का इलाज (Treatment for Polyarteritis Nodosa)
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) का इलाज दवाओं के कॉम्बिनेशन से किया जाता है। जिसमें निम्न शामिल हैं।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids)
- इम्यून सप्रेसेंट्स (Immune suppressants)
- एंटीवायरल मेडिकेशन (Antiviral medications)
कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और स्टेरॉइड्स बीमारी के लक्षणों को कंट्रोल करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ये इंफ्लामेशन को कम करने के साथ ही बॉडी में कुछ हॉर्मोन्स को रिप्लेस करते हैं। हालांकि, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का उपयोग जब ओरल फॉर्म में किया जाता है, तो इनके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को आर्टरीज पर हमला करने से रोकने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इनके साथ ही अन्य प्रकार की इम्यूनोसप्रेसिव दवाएं भी आवश्यक हो सकती हैं। बीमारी के लक्षण गंभीर होने पर ऐसा और भी जरूरी हो जाता है। हेपेटायटिस इंफेक्शन का शिकार लोगों को एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं।
नोट: किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। अगर डॉक्टर ने आपको या परिवार में किसी को पेन के लिए ये दवाएं प्रिस्क्राइब की हैं तो उनका उपयोग डॉक्टर के निर्देश के अनुसार ही करें। दवा के डोज और समय में कोई बदलाव ना करें। साइड इफेक्ट्स के बारे में भी डॉक्टर से पहले ही पूछ लें तो आप उसके लिए पहले से प्रिपेयर रहेंगे।
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पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा के कॉम्प्लिकेशन (Complications Associated with Polyarteritis Nodosa)
ब्लड वेसल्स को प्रभावित करने वाली कंडिशन गंभीर है। डैमेज हुई आर्टरीज ब्रेन, हार्ट और दूसरे वाइटल ऑर्गन्स को प्रभावित कर सकती हैं। पेन (PAN) के सबसे कॉमन कॉम्प्लिकेशन्स में निम्न शामिल हैं।
- हार्ट अटैक (Heart attack)
- स्ट्रोक (Stroke)
- सीवियर इंटेस्टाइनल डैमेज (Severe intestinal damage)
- किडनी फेलियर (Kidney failure)
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पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis Nodosa) से पीड़ितों का सर्वाइवल रेट कितना है?
पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) एक दुलर्भ बीमारी है। इसलिए इसके बारे में एक्यूरेट स्टेटिक्स उपलब्ध नहीं हैं। इसके लिए प्राप्त हुआ आउटकम केवल अनुमानित है। औसतन 5 साल की बीमारी के बाद 80 प्रतिशत लोग सर्वाइव कर जाते हैं। इस बीमारी के चलते अचानक कमजोरी भी आ सकती है। वहीं कुछ लोग इस बीमारी के साथ अच्छी तरह जीवन यापन करते हैं। इससे होने वाले नुकसान को कम करने के लिए बीमारी का उपचार तुरंत शुरू किया जाए और पेन (Polyarteritis nodosa) के बारे में जानकार चिकित्सक द्वारा सावधानीपूर्वक निगरानी की जाए। ध्यान रखें बीमारी कोई भी उसे उचित देखभाल से नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए घबराएं नहीं और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको पॉलीआर्टराइटिस नोडोसा (Polyarteritis nodosa) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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