एओरटिक वाॅल्व रिपयेर (Aortic Valve Repair) और एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट (Aortic valve replacement) प्रॉसीजर का उपयोग उन हार्ट डिजीज के उपचार में किया जाता है जो एओरटिक वाॅल्व को प्रभावित करती हैं। एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट के बाद बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers) का उपयोग मरीज के कार्डिएक परफॉर्मेंस में सुधार कर सकता है। एनसीबीआई (NCBI) में छपी एक स्टडी भी इस बात की पुष्टि करती है कि एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट के बाद बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers) का उपयोग लाभदायक हो सकता है।
ये तो जानते ही होंगे कि हार्ट वाॅल्व (Heart Valve) हार्ट के ब्लड फ्लो को कंट्रोल करने का कार्य करते हैं। वहीं एओरटिक वाॅल्व हृदय से होने वाले ब्लड का फ्लो को सही दिशा में रखने में मदद करते हैं। जब एओरटिक वाॅल्व ठीक से काम नहीं करते हैं, तो इससे ब्लड फ्लो में रुकावट या व्यवधान आ सकता है। इससे हार्ट को ब्लड को पूरी बॉडी में भेजने के लिए मेहनत करनी पड़ सकती है। एओरटिक वाॅल्व रिपेयर और एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट के जरिए एओरटिक वाॅल्व डिजीज (Aortic Valve disease) का इलाज किया जाता है। जिससे नॉर्मल ब्लड फ्लो को जारी रखा सके और हार्ट मसल्स फंक्शन को प्रिजर्व रखा जा सके।
एओरटिक वाॅल्व डिजीज ट्रीटमेंट कंडिशन की गंभीरता पर निर्भर करता है। जब मरीज के लक्षण और स्थिति बिगड़ती जाती है तो एओरटिक वाॅल्व रिपेयर या एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट का सहारा लिया जाता है। एओरटिक वाॅल्व रिप्लेसमेंट के बाद भी डॉक्टर्स मरीज को पूरी तरह मॉनिटर करते हैं। मरीज की डायट से लेकर एक्सरसाइज के लिए भी डॉक्टर टिप्स देते हैं। इसके साथ ही वे बीटी ब्लॉकर्स दवाएं भी रिकमंड कर सकते हैं।
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बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers)
बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) दवाएं हैं जो हार्ट और ब्लड वेसल्स पर होने वाले स्ट्रेस को कम करने में मदद करती हैं। ये दवाएं हार्ट डिजीज (Heart disease) के अलावा माइग्रेन, एंजायटी और दूसरी कंडिशन्स का इलाज करने में मदद करती हैं। बीटा ब्लॉकर्स को बीटा एंटागोनिस्ट्स (Beta antagonists) भी कहा जाता है। बीटा ब्लॉकर्स नर्वस सिस्टम के कुछ हॉर्मोन्स के एक्शन को ब्लॉक करके काम करते हैं। एड्रेनालाईन और नॉरएड्रेनालाईन (Adrenaline and noradrenaline) हॉर्मोन्स हैं जो शरीर में मांसपेशियों को परिश्रम के लिए तैयार करते हैं। यह खतरे का जवाब देने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।
यदि बॉडी एड्रेनालाइन को अधिक मात्रा में रिजीज करती है, तो एक व्यक्ति को तेज दिल की धड़कन, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक पसीना, चिंता का अनुभव हो सकता है। इन हॉर्मोनों की रिलीज को रोकने से हृदय पर तनाव कम होता है और हृदय की मांसपेशियों के संकुचन पर दवाब कम होता है। बदले में, यह हृदय, मस्तिष्क और शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त वाहिकाओं से दबाव भी हटाता है।
बीटा-ब्लॉकर्स उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं जो कार्डिएक सर्जरी (Cardiac Surgery) से गुजर रहे हैं क्योंकि ये एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial fibrillation) और वेंट्रिकुलर एरिथमिया (Ventricular arrhythmia) का अनुभव करने वाले लोगों की संख्या में कमी ला सकते हैं।
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बीटा ब्लॉकर्स का उपयोग (Uses of Beta-blockers)
बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) का मुख्य उपयोग कार्डियोवैस्कुलर लक्षणों (Cardiovascular symptoms) को मैनेज करने के लिए किया जाता है। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि बीटा ब्लॉकर्स हार्ट वाॅल्व रिप्लेसमेंट के बाद कार्डिएक परफॉर्मेंस को सुधारने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इनके अन्य उपयोग भी हैं। निम्न कंडिशन्स के उपचार में इनका उपयोग किया जाता है।
- एंजाइना (Angina)
- कंजेस्टिव हार्ट फैलियर
- हायपरटेंशन (Hypertension) और हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
- अनियमित दिल की धड़कन
- मायोकार्डियल इंफेक्शन और हार्ट अटैक
- कोरोनरी हार्ट डिजीज
बीटा ब्लॉकर्स (Beta- blockers)
यहां हम आपको कुछ प्रमुख बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) की जानकारी दे रहे हैं, लेकिन इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें। हमारा उद्देश्य इन ब्रांड्स का प्रचार करना नहीं ब्लकि अपने पाठकों को जानकारी देना है। अत: यहां उपलब्ध जानकारी को चिकित्सा का विकल्प ना मानें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जहां से आप दवा खरीदते हैं उसके अनुसार दवा की कीमतों भी अंतर हो सकता है।
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1.सेकट्राल (Sectral)
सेकट्राल बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) ड्रग्स में से एक है। इसका एक्टिव इंग्रीडिएंट एसेबुटोलोल (Acebutolol) है। इस दवा का उपयोग हदृय से संबधित कंडिशन के उपचार में किया जाता है। दवा का उपयोग सिंगल या किसी अन्य दवा के साथ भी किया जा सकता है। दवा को दिन में एक बार लिया जाता है, लेकिन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए इसे दिन में दो बार भी उपयोग किया जा सकता है। यह नेरो ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करने में मदद करने के साथ ही उन्हें चौड़ा करने में मदद करती है ताकि ब्लड फ्लो आसानी से हो सके।
दवा के उपयोग से सीने में दर्द, चक्कर आना, खुजली जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 20 टैबलेट वाली एक स्ट्रिप की ऑनलाइन कीमत 666 रुपए के लगभग है।
2.टेनोर्मिन (Tenormin)
टेर्नोमिन बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) दवाओं में शामिल है। एटेनोलोल (Atenolol) इसका एक्टिव इंग्रीडिएंट है। इसका उपयोग हाय ब्लड प्रेशर और असामान्य दिल की धड़कन के इलाज में होता है। यह दवा हार्ट रेट और कॉन्ट्रेक्शन को कम करने में मदद करती है जिससे हार्ट स्लोली और कम फोर्स के साथ पंप करता है। इस दवा के उपयोग के साथ ही डॉक्टर जीवनशैली में बदलाव करने के लिए कह सकता है। जिसमें शराब और ध्रूमपान को छोड़ना, रात की नींद को सुधारना, हेल्दी डायट को अपनाना और वजन नियंत्रण में रखना शामिल है।
इस दवा का शुरुआती साइड इफेक्ट हार्ट रेट का कम होना है। कुछ समय बाद गायब हो जाता है। अगर आपको इससे परेशानी होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें। इसकी 14 टैबलेट वाली एक स्ट्रिप की कीमत 25 रुपए है।
3.केरलोन (Kerlone)
केरलोन भी बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) दवाओं में शामिल है। इसका एक्टिव इंग्रीडिएंट बीटक्सलोल (Betaxolol) है। यह ड्रग 10 एमजी और 20 एमजी की स्ट्रेंथ में उपलब्ध है। दवा का उपयोग हायपरटेंशन और हृदय से जुड़ी दूसरी स्थितियों के इलाज में होता है। डॉक्टर स्थिति के हिसाब से दवा को प्रिस्क्राइब करते हैं।
दवा के उपयोग से थकान, आलस, सिर में दर्द, चक्कर आना और सेक्स ड्राइव में कमी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कुछ लक्षण कुछ दिनों में चले जाते हैं, लेकिन अगर ये बिगड़ते जाएं तो इस बारे में डॉक्टर से बात करें। इसकी ऑनलाइन कीमत उपलब्ध नहीं है।
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4.जेबेस्टा (Zebesta)
यह दवा बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) ग्रुप से संबंधित है। इसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के तौर पर बिसोप्रोलोल (BISOPROLOL) पाया जाता है। दवा का उपयोग हाय ब्लड प्रेशर, हार्ट रिलेटेड चेस्ट पेन, हार्ट फेलियर आदि के इलाज में किया जाता है। यह हार्ट रेट को कम करके हार्ट पंपिंग को इम्प्रूव करने में मदद करती है। दवा का डोज डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर रिकमंड करते हैं। दवा दो घंटे में असर दिखाना शुरू कर देती है। पहले दिन दवा का उपयोग करने पर चक्कर आ सकते हैं। दवा के उचित लाभ के लिए इसे हर दिन एक ही समय पर लें।
दवा के कॉमन साइड इफेक्ट्स में जी मिचलाना, सिर में दर्द, थकान, कब्ज, डायरिया और कोल्ड शामिल हैं। इस बारे में डॉक्टर पहले ही जानकारी दे सकते हैं। इस दवा के 10 टैबलेट वाली स्ट्रिप की कीमत 69 रुपए के लगभग है।
5.मेट एक्स एल (Met Xl)
मेट एक्स एल भी एक बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) है। इसका एक्टिव इंग्रीडिएंट मेटोप्रोलोल (Metoprolol ) है। इस दवा का उपयोग हायपरटेंशन, हाय ब्लड प्रेशर और एंजाइना के इलाज में किया जाता है। यह दवा हार्ट रेड को कम कर हार्ट की पंपिंग में मदद करती है ताकि ब्लड का पूरी बॉडी में आसानी से फ्लो हो सके।
इस दवा के कॉमन साइड इफेक्ट्स पेट दर्द, जी मिचलाना, सिर में दर्द, थकान, चक्कर और सांस लेने में तकलीफ हैं। 20 टैबलेट वाली स्ट्रिप की कीमत 248 रुपए के लगभग है।
उम्मीद करते हैं कि आपको बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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