हार्टवर्म डिजीज (Heartworm disease) को एक गंभीर समस्या माना जाता है, जिसके परिणामस्वरूप फेफड़े की गंभीर बीमारी, हार्ट फेलियर, अन्य ऑर्गन्स डैमेज और मृत्यु भी हो सकती है। इस इंफेक्शन को अधिकतर जानवरों जैसे कुत्ते, बिल्ली आदि में पाया जाता है। यही नहीं, यह बीमारी पैरासिटिक वॉर्म के कारण होती है जिसे डिरोफिलारिया एमायटिस (Dirofilaria immitis) कहा जाता है। डिरोफिलारिया एमायटिस, पैरासिटिक वॉर्म की एक प्रजाति है, जिसे पालतू जानवरों के मालिक हार्टवर्म (Heartworm) के रूप में जानते हैं। यह बीमारी मच्छर के एक बाईट के माध्यम से फैल सकती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह समस्या मनुष्यों में भी हो सकती है? आज हम बात करने वाले हैं मनुष्यों में हार्टवर्म (Heartworm in Human) की समस्या के बारे में। आइए जानें हार्टवर्म (Heartworm) के बारे में और अधिक।
हार्टवर्म के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Heartworm)
कुत्तों के खून और ब्लॉक मेजर ब्लड वेसल्स में हार्टवर्म लार्वा (Heartworm larvae) एडल्ट वर्म्स में विकसित हो सकते हैं। अगर इसका उपचार सही समय पर न किया जाए, तो डॉग कई समस्याओं का सामना कर सकता है या उसकी मृत्यु भी हो सकती है। हालांकि, हार्टवर्म का डॉग्स से मनुष्यों में फैलना बेहद दुर्लभ है। लेकिन, इसके कुछ मामलों को रिपोर्ट किया गया है। जानवरों और मनुष्यों में हार्टवर्म इंफेक्शन(Heartworm infection) के लक्षण अलग हो सकते हैं और यह इस बात पर निर्भर करते हैं कि वो ब्लडस्ट्रीम में कैसे विकसित होते हैं? मनुष्यों में इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- असामान्य खांसी (Abnormal cough)
- खांसी में खून आना (Coughing up blood)
- छाती में दर्द (Pain in your chest)
- व्हीज़िंग (Wheezing)
- ठंड लगना (Chills)
- बुखार (Fever)
- लंग्स के आसपास फ्लूइड का बिल्डअप (Buildup of fluid around lungs)
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव करें (चाहे आपको मच्छर ने काटा हो या नहीं), तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ये लक्षण अन्य गंभीर स्थितियों का संकेत भी हो सकते हैं। अब जानते हैं मनुष्यों में हार्टवर्म (Heartworm in human) के कारणों के बारे में।
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हार्टवर्म के कारण (Causes of Heartworm)
यह डिजीज मनुष्यों या जानवर जैसे डॉग्स किसी को भी हो सकती है। डॉग्स अपनी बॉडी के फ्लूइड के माध्यम से इस परेशानी को फैला नहीं सकते हैं। किंतु, मच्छर के काटने से हार्टवर्म, इंसानों और कुत्तों दोनों के खून में मिल जाते हैं। एक इंफेक्टेड एनिमल के खून में मौजूद हार्टवर्म्स, मच्छर के गट में रीप्रोड्यूज करते हैं। फिर, यह हार्टवर्म्स मच्छर द्वारा किसी अन्य व्यक्ति तक पहुंचता है और इस इंफेक्शन को फैला सकता है।
हार्टवर्म (Heartworm), पहले ब्लडस्ट्रीम में अविकसित हार्टवर्म के रूप में प्रवेश करते हैं जिन्हें माइक्रोफाइलेरिया (Microfilariae) या हार्टवर्म लार्वा (Heartworm larvae) के रूप में जाना जाता है। लेकिन, मनुष्यों में यह हार्टवर्म लार्वा कभी भी पूरी तरह से मच्योर नहीं हो पाता है। क्योंकि, यंग हार्टवर्म्स पहले ही नष्ट हो जाते हैं। इस स्थिति को पल्मोनरी डाइरोफिलारियासिस (Pulmonary dirofilariasis) के रूप में जाना जाता है। लेकिन, जानवरों में यह लार्वा एडल्ट हार्टवर्म में मच्योर हो जाता है और समस्या का कारण बनता है। अब जानिए किस तरह से संभव है मनुष्यों में हार्टवर्म (Heartworm) का निदान?
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हार्टवर्म का निदान कैसे होता है? (Diagnosis of Heartworm)
इस बीमारी का निदान आप स्वयं नहीं कर सकते हैं। इसका निदान तब हो सकता है, जब आपका किसी कारण से एक्स-रे किया जाता है। इस समस्या से पीड़ित लोगों में एक्स-रे (X-ray) के दौरान डॉक्टर घाव को पाते हैं। यह जख्म एक्स-रे (X-ray) या कंप्यूटेड टोमोग्राफी (Computed tomography) इमेजिंग टेस्ट में डार्क स्पॉट्स के जैसे नजर आते हैं। यह जख्म अधिकतर लंग्स के एज पर नजर आते हैं। इस को ग्रेन्युलोमा (Granulomas) भी कहा जा सकता है। यह हिस्टियोसाइट्स (Histiocytes) के रूप में जानी जाने वाले इम्यून सेल्स की इंफ्लेमेशन और बिल्ड-अप के परिणामस्वरूप होते हैं, जो हार्टवर्म संक्रमण (Heartworm) से लड़ते हैं।
इसके निदान के लिए डॉक्टर रोगी के लंग्स से टिश्यू का सैंपल लेते हैं, ताकि हार्टवर्म इंफेक्शन (Heartworm infection) का निदान किया जा सके। इसके साथ ही डॉक्टर लंग टिश्यू का टेस्ट भी कर सकते हैं। दुर्लभ मामलों में यह घाव बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection), ट्यूबरक्यूलॉसिस (Tuberculosis) या लंग कैंसर (Lung cancer) का संकेत हो सकते हैं। मनुष्यों में हार्टवर्म इंफेक्शन (Heartworm infection) के उपचार इस प्रकार हो सकता है।
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हार्टवर्म का उपचार (Treatment of Heartworm)
जैसे कि पहले ही बताया है कि हार्टवर्म्स (Heartworm) अधिक समय तक ह्यूमन ब्लड में जीवित नहीं रह सकते हैं। इसलिए, आपको हार्टवर्म (Heartworm) को रिमूव करने के लिए मेडिकेशन या सर्जरी की जरूरत नहीं होती है। हार्टवर्म के लिए उपचार का लक्ष्य किसी भी ग्रेन्युलोमा को रिमूव करना होता है, जो एक इमेजिंग टेस्ट के दौरान दिखाई देता है। यह ग्रेन्युलोमा आपकी आर्टरीज में डेड हार्टवर्म टिश्यू के निर्माण के परिणामस्वरूप भी हो सकता है। अगर यह ग्रेन्युलोमा किसी लक्षण का कारण नहीं बनता है या इससे आर्टरीज में ब्लॉकेज नहीं होती है, तो आपको शायद और किसी उपचार की जरूरत नहीं होती है। किंतु, अगर डॉक्टर को लगता है कि यह ग्रेन्युलोमा कैंसर्स है या किसी अन्य गंभीर कंडिशन का परिणाम है, तो वो टिश्यू सैंपल यानी बायोप्सी की सलाह दे सकते हैं। इसके लिए डॉक्टर इन तरीकों की मदद ले सकते हैं।
लंग नीडल बायोप्सी (Lung needle biopsy)
इस मेथड में डॉक्टर आपके लंग्स में चेस्ट टिश्यूज के माध्यम से एक पतली नीडल इंसर्ट करते हैं।
ब्रोंकोस्कोपी (Bronchoscopy)
इसमें डॉक्टर रोगी के लंग्स में मुंह के माध्यम से लाइटेड स्कोप इंसर्ट करते हैं।
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मीडियास्टिनोस्कोपी (Mediastinoscopy)
इस प्रक्रिया में डॉक्टर स्किन में एक छोटे से कट के माध्यम से मीडियास्टिनम (Mediastinum) (जो फेफड़ों के बीच के क्षेत्र होता है) में एक हल्का कट लगाता है। अगर डॉक्टर यह पाते हैं कि ग्रेन्युलोमा कैंसर्स नहीं है या किसी अन्य कंडिशन के कारण यह समस्या नहीं है, तो और अधिक उपचार की जरूरत नहीं पड़ती है। किंतु, अगर डॉक्टर को लगता है कि इस ग्रेन्युलोमा को रिमूव करना जरूरी है तो वो रोगी को सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। इससे भविष्य में लक्षणों से बचाव हो सकता है। लेकिन अगर यह ग्रेन्युलोमा कैंसर्स है, तो डॉक्टर कैंसर के सही उपचार के लिए कहते हैं।
यह तो थी मनुष्यों में हार्टवर्म (Heartworm) के बारे में जानकारी। यह बात तो आप समझ ही गए होंगे कि जानवरों से आपको यह समस्या नहीं हो सकती है। क्योंकि, केवल मच्छर ही इस इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। अधिकतर हार्टवर्म, माइक्रोफाइलेरिया (Microfilariae) त्वचा के रास्ते में नष्ट हो जाते हैं। यहां तक कि अगर वे किसी तरह आपके खून में मिल भी जाते हैं, तो भी हार्टवर्म मैच्योर नहीं हो सकते हैं और अंततः मर जाते हैं। अधिकतर मामलों में मनुष्यों में हार्टवर्म इंफेक्शन(Heartworm) तब तक गंभीर समस्या नहीं होती है, जब तक यह दर्द, बेचैनी या अन्य नोटिस करने वाले लक्षणों का कारण न बन जाए।
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डॉग्स में यह समस्या गंभीर हो सकती है। बिना उपचार के और भी घातक हो सकती है और इसकी वजह से उनकी मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में अगर आप एक पेट ओनर (Pet owner) हैं, तो आपको अपने डॉग में इसके लक्षण नजर आने पर सही उपचार कराना चाहिए। मनुष्यों में हार्टवर्म (Heartworm) के बारे में अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो उसे अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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