अगर दिन की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छी तरह बीतता है ये तो आपने सुना ही होगा। प्रोडक्टिव और सक्सेसफुल दिन निर्भर करता है आपकी मॉर्निंग हैबिट्स पर। क्योंकि यही वह समय होता है जब व्यक्ति की प्रोडक्टिविटी हाय होती है और वह एनर्जी से भरा हुआ रहता है, लेकिन अगर आपकी सुबह अच्छी नहीं जा रही है और आप अपने मॉर्निंग रूटीन को सेट करना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) क्यों जरूरी है, इसके फायदे क्या हैं? ये सभी जानकारी यहां दी जा रही हैं। चलिए शुरू करते हैं।
आप सुबह कैसे उठते हैं?
उठना पहली आदत होती है जिससे आप स्थापित करते हैं और यह एक स्ट्रॉन्ग हैबिट बन जाती है। इसे आप हर दिन फॉलो करते हैं वो भी बिना किसी प्रयास के। मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) चाहते हैं तो अपने आप से कुछ सवालों को पूछें जैसे:
जब आप सुबह अपनी आखें खोलते हैं तो शुरुआती कुछ मिनिटों में क्या करते हैं?
क्या आप फिर से सोने चले जाते हैं, फोन उठा लेते हैं और फिर बेड से उठकर भागते हैं क्योंकि आप पहले से ही लेट हो चुके हैं।
अगर आप ऊपर बताए गए रूटीन को फॉलो करते हैं, तो आपके लिए मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) बेहद जरूरी हो जाता है। बता दें कि हर व्यक्ति अपने दिन को इस प्रकार शुरू करता है:
- टॉयलेट का यूज करना
- अपने दांतों को ब्रश करना
- चेहरे को धोना
- नहाना
- कपड़े पहनना
- मेकअप करना या चेहरे या बालों की देखभाल करना
इस बारे में सोचें कि क्या आप कभी इस ऑर्डर को मिक्स करते हैं? ज्यादातर समय नहीं।
और पढ़ें: विभिन्न हार्ट कंडिशंस में वयस्कों को दी जाती है, इन फिजिकल एक्टिविटीज की सलाह
ट्रिगर्स और हैबिट चेनिंग (Triggers and Habit Chaining)
इन लंबे समय से चली आ रही आदतों में से प्रत्येक एक ट्रिगर है जो अगले व्यवहार का संकेत देती है। एक ट्रिगर आपका मस्तिष्क को अगली चीज को स्वचालित रूप से शुरू करने के लिए कहता है। लंबे समय से स्थापित आदत की शक्ति का उपयोग करके और फिर उसमें एक छोटा, नया स्टेप जोड़कर, आप एक नई आदत बना सकते हैं जो बनी रहती है। इस विधि को ” हैबिट चेनिंग हिंदी में आदत श्रृंखला” कहा जाता है। सरल भाषा में, आप पहले से स्थापित आदत से एक नई आदत जोड़ लेते हैं। एक ट्रिगर खोजें – कुछ ऐसा जो आप पहले से ही एक आदत के रूप में करते हैं – और उस पर नई आदत डालें।
इस मेथड के अनुसार इच्छाशक्ति और मोटिवेशन नई आदत क्रिएट करने के लिए पर्याप्त नहीं होता है। सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने स्थापित ट्रिगर्स की पहचान करें और उन पर नई आदतें डालें।
और पढ़ें: हार्ट डिजीज और तनाव में एक्सरसाइज की क्या भूमिका है? जानिए यहां…
मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना: छोटी और हेल्दी हैबिट को एड करें
अपने टिपिकल मॉर्निंग रूटीन के बारे में सोचें और पाएंगे कि मॉर्निंग रूटीन में ऐसे कई सारे पोटेंशियल पॉइंट हैं जहां नई आदत को एड किया जा सकता है। छोटी आदत इनमें से कोई हो सकती है।
- कुछ मिनट की ब्रीदिंग एक्सरसाइज
- दिन के लिए प्राथमिकताएं निश्चित करना
- प्रार्थना करना
- 5 थोड़े से पुश अप करना
जब छोटी आदतें पहले से स्थापित ट्रिगर्स के साथ चेन्ड हो जाती हैं, तो फिर उनको बढ़ाना आसान हो जाता है। इसलिए शायद 5 पुश अप्स आगे 15 में बदल सकते हैं। इसके बाद जैसे कि आप मुंह धोएंगे पुश अप करने की इच्छा होगी और यह आपकी आदत बन जाएगी। इसलिए आप जिस भी हेल्दी टिनी हैबिट को अपने मॉर्निंग रूटीन के साथ चेन करना चाहते हैं उसे करें और हेल्दी करें।
मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) चाहते हैं तो इनके अलावा कुछ और हेल्दी हैबिट्स को भी रूटीन में शामिल कर सकते हैं। जो निम्न हैं।
गर्म पानी के साथ नींबू का रस (Drink a cup of hot water and lemon juice)
मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना चाहते हैं, तो यह भी एक अच्छी आदत हो सकती है। गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीना मॉर्निंग रूटीन के लिए बेस्ट हो सकता है क्योंकि यह बॉडी से टॉक्सिन को निकालकर एंजाइम फंक्शन को बेहतर बनाता है और लिवर को स्टिम्यूलेट करता है। इसे आप दिन की डिटॉक्स ड्रिंक की तरह ही ले सकते हैं क्योंकि यह एसिडिटी और इंफ्लामेशन को कम करने में मदद करता है।
वॉकिंग (Walking)
20-30 मिनिट की फिजिकल एक्टिविटी मेंटल हेल्थ को अच्छा बनाने के साथ ही आपको पूरे दिन ऊर्जा से भरा हुआ रखेगी ताकि आप पूरे दिन को अच्छी तरह हैंडल कर सकें। इसके लिए जरूरी नहीं है कि बहुत दूर जाया जाएं आप अपनी कॉलोनी में ही वॉक कर सकते हैं। सुबह वॉक करना ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। यह हार्ट हेल्थ में सुधार करता है।
पोषक तत्वों से युक्त ब्रेकफास्ट करें (Have a nutritious breakfast)
मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) इस हैबिट के साथ भी पूरा हो सकता है। पोषक तत्वों से युक्त ब्रेकफास्ट को खाने से मेटाबॉलिज्म एक्टिव हो जाता है और शरीर का इंजन कैलोरीज को बर्न करने के लिए तैयार हो जाता है। नाश्ते में होलग्रेन कार्ब्स, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को शामिल करें। यह हॉर्मोन को रेगुलेट करने के साथ ही पूरे दिन की भूख और क्रेविंग को शांत करने में मदद करेगा।
अलार्म को 30 मिनिट्स पहले सेट करें (Set the alarm 30 minutes in advance)
अक्सर अलार्म बजने पर हम उसको बंद करके फिर से सो जाते हैं। अक्सर अलार्म बंद करके पांच और सोने की आदत हमें कभी भी जल्दी उठने नहीं देती। जो कई बार इरिटेशन की वजह भी बन जाती है। ऐसे में अगर जब आपको उठना है उससे 30 मिनट पहले का अलार्म आपको लेट होने से बचाएगा। आप परेशान नहीं होंगे और उठना आसान लगेगा। धीरे-धीरे इसे अपनी आदत बनाएं।
दिन के लिए अपने गोल को निर्धारित कर लें (Set your goals for the day)
एडवांस में थोड़ा सा प्लान करके आप अपनी एफिसिएंशी और पोटेंशियल में सुधार कर सकते हैं। उन सभी कामों की लिस्ट बनाएं जो आज करने हैं और उन्हें प्राथमिकता के अनुसार ऊपर से नीचे के क्रम में सेट करें। इस लिस्ट में फोकर करें और दिन भर सुकून से काम करें। हर टास्क के लिए टाइम स्लॉट को ब्लॉक करें। इससे आपका काम का तनाव भी कम होगा।
याद रखें प्रत्येक सुबह वास्तव में एक नया अवसर है। प्रत्येक दिन सब ठीक करने का एक और मौका है। सुबह को आपके लिए लिए काम करने दें, अपने खिलाफ नहीं। यह कुछ आसान आदतों को बनाने जितना आसान है।
और पढ़ें: अत्यधिक मोटापा हार्ट हेल्थ को कैसे करता है प्रभावित?
उम्मीद करते हैं कि आपको मॉर्निंग रूटीन को अपग्रेड करना (Upgrading the Morning Routine) क्यों जरूरी है इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-heart-rate]